
Itching After Bath Ayurvedic Treatment: कई लोगों को नहाने के बाद खुजली महसूस होती है। ये कोई बीमारी नहीं है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं जैसे नहाने के बाद शरीर को ठीक से साफ न करना, साबुन का ज्यादा इस्तेमाल करना, केमिकल्स युक्त बॉडी वॉश या साबुन का इस्तेमाल करना, ज्यादा गरम पानी से नहाना आदि। इन कारणों के कारण व्यक्ति को नहाने के तुरंत बाद खुजली महसूस होने लगती है। खुजली के साथ जलन या दाने उभर सकते हैं। आयुर्वेद की मानें, तो पित्त दोष के कारण त्वचा में रेडनेस, सूजन और संक्रमण जैसे लक्षण नजर आते हैं। वहीं वात दोष के कारण त्वचा में खुजली, रूखापन, पपड़ीदार त्वचा की समस्या होती है। नहाने के बाद खुजली की समस्या होने पर कुछ आसान आयुर्वेदिक उपायों की मदद ले सकते हैं। इन उपायों के बारे में आपको आगे बताएंगे। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. नहाने के पानी में मिलाएं नीम और तुलसी
नहाने के बाद खुजली होती है, तो नीम और तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर, उस पानी से नहा लें। इस उपाय से खुजली से छुटकारा मिलेगा। खुजली दूर करने के लिए प्राकृतिक तेल का उपयोग करें। खुजली होने पर तुलसी के तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं। तुलसी में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं। इसके अलावा नीम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। नीम और तुलसी से बने काढ़े का सेवन करने से भी खुजली की समस्या से छुटकारा मिलता है।
2. शहद से करें खुजली का इलाज
खुजली का इलाज करने के लिए शहद का इस्तेमाल करें। खुजली और चकत्तों वाले हिस्से में शहद लगाएं। शहद को 20 मिनट तक लगा रहने दें। फिर साफ पानी से त्वचा को साफ कर लें। शहद में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। त्वचा में खुजली होने पर शहद को गुनगुने पानी के साथ मिलाकर भी पी सकते हैं। शहद का इस्तेमाल कई आयुर्वेदिक औषधियों में संक्रमण और घाव ठीक करने के लिए किया जाता है, इससे त्वचा को ठंडक मिलती है और रेडनेस और रैशेज से भी छुटकारा मिलता है।
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3. खुजली दूर करने वाले आहार
शरीर में खुजली हो रही है, तो केले का सेवन करें। केले में पोटैशियम की भरपूर मात्रा होती है। केले में हिस्टामाइन की मात्रा कम करने वाले गुण होते हैं। इसमें मैग्नेशियम और विटामिन सी मौजूद होता है। खुजली की समस्या दूर करने के लिए हरी सब्जियां और फलों का सेवन भी फायदेमंद होता है। अलसी, कद्दू, तिल या सूरजमुखी के बीज में फैटी एसिड होता है। खुजली दूर करने के लिए इनका इस्तेमाल भी फायदेमंद होता है।
4. हरी चाय का सेवन करें
हरी चाय या ग्रीन टी में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। खुजली की समस्या दूर करने के लिए एक कप ग्रीन टी का सेवन कर सकते हैं। ग्रीन टी में एंटीबैक्टीरियल, विटामिन ए, विटामिन ई जैसे गुण पाए जाते हैं। दिन में 1 से 2 कप ग्रीन टी पी सकते हैं। खुजली वाले क्षेत्र पर ग्रीन टी बैग को ठंडा करके रखने से आराम मिलता है और खुजली ठीक हो जाएगी।
5. मंजिष्ठा का काढ़ा पिएं
मंजिष्ठा एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है, इसका इस्तेमाल संक्रमण के इलाज में किया जाता है। त्वचा में होने वाले रोग सोरायसिस में भी मंजिष्ठा का इस्तेमाल किया जाता है। मंजिष्ठा का इस्तेमाल पाउडर, काढ़े के रूप में भी किया जाता है। मंजिष्ठा का काढ़ा बनाने के लिए जड़ी-बूटी को पानी में उबाल लें। जब जड़ी-बूटी का अर्क पानी के साथ मिल जाए, तो उस पानी को छानकर पी लें।
शरीर में खुजली होने पर मंजिष्ठा का काढ़ा, नीम, तुलसी का तेल, सीड्स, केला, शहद, हरी चाय आदि का सेवन कर सकते हैं।