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गर्मियों में यूरिन इंफेक्शन से बचना है तो अपनाएं आयुर्वेद के ये 4 उपाय

गर्मियों के मौसम में यूरिनरी इंफेक्शन की समस्या से कई लोग परेशान होते हैं। यहां जानिए, यूरिन इंफेक्शन से बचने के 4 कारगर उपाय।
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गर्मियों में यूरिन इंफेक्शन से बचना है तो अपनाएं आयुर्वेद के ये 4 उपाय

वर्तमान समय में उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर जारी है और इसके साथ ही गर्मी के मौसम में होने वाली समस्याएं भी लोगों को परेशान कर रही हैं। इस मौसम में यूरिनरी इंफेक्शन (Urinary Infection) से काफी लोग परेशान रहते हैं। दरअसल, यूरिनरी इंफेक्शन होने के कई कारण हो सकते हैं। इस मौसम में ज्यादा पसीना आता है, जिसके कारण शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और यूरिन से जुड़ी समस्याएं होनी शुरू हो जाती हैं। इसके अलावा गर्मियों के मौसम में बैक्टीरिया और फंगस का विकास भी तेजी से होता है, इससे यूटीआई होने की संभावना बढ़ जाती है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) गर्मियों में यूरिनरी इंफेक्शन (Urinary Infection) से बचाव के लिए कुछ आयुर्वेदिक उपाय बता रहे हैं, जिन्हें आजमाने से आपको लाभ मिल सकता है और आप इस गंभीर समस्या से बचाव कर सकते हैं।

गर्मियों में यूरिन इंफेक्शन से बचने के आयुर्वेदिक उपाय - Ayurvedic Remedies For Urinary Infection In Summer In Hindi

1. केले के तने का जूस - Banana Stem Juice

केले के तने के अनेक फायदे आयुर्वेद में बताए गए हैं। वर्तमान समय में केले का तना आसानी से सब्जी मंडी में मिल जाता है, जिसका उपयोग कई तरीकों से खाने में किया जा सकता है। गर्मियों में केले के तने का जूस यूरिनरी इंफेक्शन से बचाव में सहायक हो सकता है। केले के तने का जूस इलेक्ट्रोलाइट्स से भरपूर होता है और पेशाब में होने वाली जलन को दूर कर सकता है। गर्मियों में केले के तने का जूस मूत्र पथ के संक्रमण यानी यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन से निपटने में मदद करता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है।

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2. चावल का मांड - Rice Broth

गर्मियों में चावल का मांड न केवल आपके पाचन को दुरुस्त रखने में मदद करता है, बल्कि यह शरीर को अंदर से ठंडा रखता है और यूरिनरी इंफेक्शन को रोकने में भी सहायक हो सकता है। चावल का मांड एक नेचुरल डिटॉक्सिफायर की तरह काम करता है। चावल को पकाने के बाद इससे निकलने वाले पानी को ही चावल का मांड कहते हैं, जिसका सेवन करने से थकान और कमजोरी की समस्या भी दूर हो सकती है। चावल का मांड एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक (Diuretic) का कार्य करता है, जो मूत्र उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है और मूत्र मार्ग से बैक्टीरिया को बाहर निकालने में सहायक होता है।

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3. जौ का पानी - Barley Water

यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन यानी यूटीआई की समस्या से बचने के लिए आप गर्मियों में जौ का पानी पिएं। यह शरीर में पित्त को कंट्रोल करने में सहायक होता है और पेशाब में होने वाली जलन को भी शांत करता है। जौ का पानी शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है और पेशाब के रास्ते विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में सहायक होता है। इसके साथ ही जौ का पानी शरीर को हाइड्रेटेड रखने में मदद करता है, जिससे मूत्र पतला होता है और संक्रमण की संभावना कम होती है।

4. नारियल का पानी - Coconut Water

coconut water

गर्मियों के लिए सबसे अच्छी ड्रिंक नारियल पानी ही है, इससे शरीर को इलेक्ट्रोलाइट्स और विटामिन्स मिलते हैं, जिससे यूरिनरी इंफेक्शन की समस्या दूर हो सकती है और स्किन और बालों की क्वालिटी भी बेहतर हो सकती है। नारियल पानी एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जो बैक्टीरिया के विकास को रोकने में मदद करता है और यूटीआई के जोखिम को कम करता है।

गर्मियों में यूरिनरी इंफेक्शन से बचाव और राहत के लिए ये सभी आयुर्वेदिक उपाय प्रभावी हो सकते हैं। ये सभी उपाय न केवल संक्रमण से राहत दिलाते हैं, बल्कि शरीर को पोषण और ऊर्जा भी प्रदान करते हैं। यूरिनरी इंफेक्शन की समस्या होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित इलाज फॉलो करें।

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