पेट के अल्सर (आंत के छाले) से छुटकारा पाने के लिए आजमाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय

Ayurvedic Home Remedies For Stomach Ulcer: पेट में अल्सर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए आयुर्वेदिक उपायों का सहारा ले सकते हैं। जानें पेट में अल्सर का आयुर्वेदिक इलाज -
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पेट के अल्सर (आंत के छाले) से छुटकारा पाने के लिए आजमाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय

Ayurvedic Home Remedies For Stomach Ulcer In Hindi: गलत खानपान या खराब जीवनशैली के कारण हल्का पेट दर्द या जलन जैसी समस्याएं अक्सर हो जाती हैं। लेकिन कई बार इनका कारण पेट में अल्सर भी हो सकता है। आम भाषा में समझें तो पेट में छाले या घाव होने को अल्सर कहते हैं। पेट में अल्सर की समस्या तब होती है, जब पेट में खाना पचाने वाला एसिड पेट की दीवारों को नुकसान पहुंचाने लगता है। पेट में दर्द, जलन, जी मिचलाना, बार-बार डकार आना या मल का रंग काला होना इसके कुछ सामान्य लक्षण हैं। पेट में अल्सर होने पर सही समय पर इलाज लेना बहुत जरूरी है, वरना समस्या बहुत गंभीर भी हो सकती है। कुछ आयुर्वेदिक उपायों की मदद से पेट में अल्सर की समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है। आज इस लेख में हम आपको पेट में अल्सर के आयुर्वेदिक उपचार बता रहे हैं -  

पेट के अल्सर का आयुर्वेदिक इलाज - Stomach Ulcer Ayurvedic Remedies In Hindi

शहद 

शहद का इस्तेमाल पेट के अल्सर के लक्षणों को कम करने में प्रभावी हो सकता है। शहद में ग्लूकोज ऑक्सीडेस नामक एंजाइम होता है, जो अल्सर पैदा करने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है। इसके लिए एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद और एक चुटकी दालचीनी पाउडर डालें। इसे अच्छी तरह से मिक्स करने के बाद पी लें। इसका सेवन रोजाना दिन में दो बार करें। ऐसा करने से पेट में अल्सर की समस्या से जल्द राहत मिलेगी। 

मेथी दाना

पेट की समस्याओं को दूर करने के लिए मेथी का इस्तेमाल सालों से किया जा रहा है। मेथी के बीज में साइटोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो हानिकारक बैक्टीरिया से कोशिकाओं को सुरक्षित रखते हैं। मेथी के बीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट पेट के अल्सर की रोकथाम में मदद कर सकते हैं। इसके लिए एक चम्मच मेथी दाने को एक गिलास पानी में उबाल लें। फिर इसे छानकर, इसमें शहद मिला लें। रोजाना इस पानी का सेवन करने से पेट के अल्सर के लक्षणों को कम किया जा सकता है।  

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एलोवेरा 

एलोवेरा में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। पेट के अल्सर की समस्याओं को कम करने के लिए एलोवेरा प्रभावी हो सकता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो आंत में सूजन और दर्द से राहत दिलाने में मदद करे हैं। एलोवेरा का सेवन करने से पेट में गैस्ट्रिक एसिड के स्त्राव को रोकने में भी मदद मिलती है। इसके लिए रोजाना एक गिलास एलोवेरा जूस का सेवन करें। 

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गुड़हल 

गुड़हल के फूल और पत्तियों में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। आयुर्वेद में स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं के इलाज के लिए गुड़हल की पत्तियों का इस्तेमाल किया जाता है। पेट के अल्सर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए गुड़हल ही पत्तियों को पीसकर पानी के साथ इसका सेवन करें। ऐसा नियमित रूप से करने से अल्सर की समस्या से राहत मिल सकती है।

केला 

पेट के अल्सर का इलाज करने के लिए केला काफी फायदेमंद हो सकता है।  केले में पेक्टिन नामक यौगिक होता है, जो पेप्टिक अल्सर को ठीक करने में प्रभावी माना जाता है। कच्चा हो या पका केला, पेट संबंधी समस्याओं के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।  इसके लिए आप पके केले का सीधे सेवन कर सकते हैं या कच्चे केले की सब्जी बनाकर खा सकते हैं। नियमित रूप से इसका सेवन करने से अल्सर की समस्या से निजात मिल सकता है।

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पेट में अल्सर की समस्या से राहत पाने के लिए आप इन आयुर्वेदिक उपायों का सहारा ले सकते हैं। हालांकि, ध्यान रखें कि इन उपायों को आजमाने से पहले एक बार एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें।

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