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बच्चेदानी में गांठ है तो इन 3 जड़ी-बूटियों का करें सेवन, मिलेगा फायदा

Uterus Fibroids- बच्चेदानी में गांठ होने की समस्या से राहत पाने के लिए आप कुछ जड़ी बूटियों का सेवन कर सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह पर।
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बच्चेदानी में गांठ है तो इन 3 जड़ी-बूटियों का करें सेवन, मिलेगा फायदा

बच्चेदानी में गांठ होने की समस्या महिलाओं के लिए काफी गंभीर होती है। बच्चेदानी यानी यूट्रस महिलाओं के शरीर का एक मुख्य अंग होता है। बच्चेदानी न सिर्फ किसी महिला के गर्भ में भ्रूण को विकसित करने का काम करती है, बल्कि ये रेगुलर पीरियड्स में भी अहम भूमिका निभाती है। ऐसे में बच्चेदानी में में गांठ की वजह से महिलाओं को न सिर्फ कंसीव करने में समस्या और अनियमित पीरियड्स होते हैं, बल्कि ये कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं और हार्मोनल बदलाव का कारण बन सकता है। बच्चेदानी में गांठ होने की समस्या से राहत पाने के लिए आप आयुर्वेदिक हर्ब्स का भी सेवन कर सकते हैं। आयुर्वेद में बड़ी से बड़ी बीमारियों का इलाज बताया गया है। ऐसे में आइए रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानते हैं बच्चेदानी की गांठ से राहत पाने के लिए किन हर्ब्स का सेवन करना चाहिए? 

बच्चेदानी में गांठ की समस्या दूर करने के लिए जड़ी बूटी

1. शिलाजीत 

बच्चेदानी में गांठ की समस्या होने पर आप शिलाजीत का सेवन भी कर सकते हैं। यह अपने गुणों के लिए जाना जाता है, जिसमें एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसका सेवन आपके शरीर में हार्मोनल असंतुलन में सुधार कर सकता है, जो फाइब्रॉएड जैसी समस्याओं को कंट्रोल या कम करने में मदद करता है। लेकिन जरूरी है कि आप शुद्ध और अच्छी क्वालिटी के शिलाजीत का उपयोग करें। 

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2. कचनार 

कचनार हर्ब अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी और डिटॉक्सिफाइंग गुणों के लिए जाना जाता है। आयुर्वेद में इसका उपयोग आमतौर पर किसी चीज का आकार छोटा करने यानी शरीर के किसी हिस्से में हो रही गांठ को छोटा करने या कम करने के लिए किया जाता है। बच्चेदानी में गांठ होने की समस्या के दौरान आप कचनार का सेवन कर सकते हैं, जो फाइब्रॉएड को कम करने और हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करने में मदद कर सकता है। इसके अलाव, यह हेल्दी यूटेरस को बढ़ावा देता है। कचनार का सेवन आप आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह पर पाउडर या कैप्सूल के रूप में कर सकते हैं। आप इसका काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। 

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3. शतावरी 

शतावरी एक यूटेराइन टॉनिक होता है, जो महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है और उनके शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को संतुलित करने में मदद करता है। बच्चेदानी में गांठ होने के कारण हैवी पीरियड्स और ऐंठन की समस्या से राहत दिलाने में शतावरी फायदेमंद है। यह गर्भाशय के लिए एक टॉनिक के रूप में काम करता है और इसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं। शतावरी का सेवन आमतौर पर आप पाउडर के रूप में कर सकते हैं।

बच्चेदानी में गांठ की समस्या से राहत पाने के लिए आप इन जड़ी बूटियों का सेवन कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे यह समस्या गंभीर है, इसलिए खुद से इसके इलाज के लिए किसी भी तरह की दवाई या जड़ी बूटी का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।

Image Credit: Freepik 

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