त्योहारों के बीच सेहत का ख्याल रखना थोड़ा मुश्किल होता है। दिवाली जैसे बड़े पर्व पर घरों में ढेर सारे पकवान बनते हैं। इन पकवानों में पोषक तत्वों की मात्रा कम होती है। वहीं चीनी, नमक, मिर्च-मसाले और तेल की मात्रा ज्यादा होती है। त्योहारों पर पकवान और मीठे पकवानों का सेवन करने से शरीर में फैट बढ़ जाता है। साथ ही शरीर में हानिकारक तत्व इकट्ठा हो जाते हैं। इन हानिकारक तत्वों का असर हमारी त्वचा, शरीर, पाचन क्रिया, किडनी आदि अंगों पर पड़ता है। शरीर को डिटॉक्स यानी साफ करने के लिए आयुर्वेदिक तरीके आजमां सकते हैं। आगे जानेंगे इन्हें विस्तार से। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
शरीर को डिटॉक्स करने का आयुर्वेदिक तरीका
आयुर्वेद के मुताबिक, हर व्यक्ति में त्रिदोष होते हैं। वात, पित्त और कफ। शरीर को स्वस्थ्य रखने के लिए इन तीनों को संंतुलित रखना जरूरी होती है। गलत डाइट और खराब जीवनशैली के कारण अगर ये त्रिदोष अपना संतुलन खो देंगे, तो शरीर में हानिकारक तत्व बढ़ जाएंगे। शरीर को डिटॉक्स करने के लिए निम्न आयुर्वेदिक उपाय अपनाएं-
टॉप स्टोरीज़
आयुर्वेदिक तरीके से खाएं
शरीर को डिटॉक्स करने के लिए आयुर्वेदिक तरीका आजमां रहे हैं, तो खाने का समय बदलें। आयुर्वेद के मुताबिक, सूरज ढलने के साथ भोजन भी खत्म हो जाना चाहिए। यानी आपको 6 से 7 के बीज डिनर कर लेना चाहिए। त्योहारों के बीच खाने का समय तय कर पाना मुश्किल होता है। गलत टाइम पर खाने के कारण पेट में एसिडिटी, कब्ज आदि समस्याएं हो जाती हैं। शरीर और हाजमे को बेहतर बनाने के लिए समय पर खाएं। इससे खाना अच्छी तरह से पच जाएगा।
इसे भी पढ़ें- ये हैं शरीर की गंदगी बाहर निकालने या बॉडी डिटॉक्स करने के 8 बेस्ट तरीके
फलों का सेवन करें
त्योहारों पर घरों में ढेर सारे स्वादिष्ट पकवान बनते हैं। इनका सेवन करने से अक्सर लोगों को वजन बढ़ जाने की शिकायत हो जाती है। वजन घटाने के लिए एक्सपर्ट्स डाइट में फाइबर रिच फूड्स को शामिल करने की सलाह देते हैं। फल और ताजी सब्जियों में फाइबर की भरपूर मात्रा होती है। शरीर को डिटॉक्स करने के लिए फलों को डाइट में शामिल करें। अलग-अलग फलों के मिश्रण का सेवन करने के बजाय, एक बार में एक फल का सेवन ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
कपालभाति प्राणायाम करें
कपालभाति प्राणायाम करने से शरीर के हानिकारक तत्वों को निकालने में मदद मिलती है। पूरे शरीर के बेहतर संतुलन के लिए रोजाना कपालभाति प्राणायाम का अभ्यास फायदेमंद माना जाता है। कपालभाति करने के लिए शांत जगह पर ध्यान की मुद्रा में बैठ जाएं। शरीर को ढीला कर दें। नाक से धीरे-धीरे सांस लेते हुए पेट में हवा भरें। पेट को बल के साथ सिकोड़ें। ध्यान सांस छोड़ने पर लगाएं। 10 से 15 बार सांस छोड़ें।
सब्जियों का रस पिएं
कई दिनों से ज्यादा नमक या चीनी, तेल आदि का सेवन कर रहे हैं, तो सब्जियों का रस पीकर शरीर को डिटॉक्स कर सकते हैं। किडनी की मदद से शरीर के हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। किडनी ठीक ढंग से काम करके इसके लिए आपको शरीर को हाइड्रेट रखना होगा। किडनी को सक्रिय करने के लिए सब्जियों के रस का सेवन कर सकते हैं। सब्जियों के रस में एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। शरीर को डिटॉक्स करने के लिए खीरे का रस, लौकी का रस, टमाटर का रस, नींबू पानी, हरी सब्जियों का रस और करेले का रस आदि का सेवन कर सकते हैं।
इन आयुर्वेदिक तरीकों से शरीर को डिटॉक्स कर सकते हैं। त्योहारों के बाद अब सेहत को समय देना अपनी प्राथमिकता बनाएं।