
अगर आपको लगता है कि पिंपल केवल आपके चेहरे पर ही होते हैं, तो आप गलत हैं। पिंपल या मुंहासे हमारे शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकते हैं, जिसमें आमतौर पर चेहरा, गर्दन, पीठ, छाती और हिप शामिल हैं। अधिकांश लोग चेहरे के साथ-साथ छाती के पिंपल्स से परेशान रहते हैं। लेकिन वह इसका कारण और इलाज नहीं जानते, तो आइए यहां हम आपको छाती पर होने वाले पिंपल या चेस्ट एक्ने के कुछ प्रमुख कारण, लक्षण और उपाय बताते हैं।
छाती पर पिंपल के लक्षण
छाती पर पिंपल या चेस्ट एक्ने के अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं, जिसमें कुछ सामान्य लक्षण इस प्रकार हैं:
- भरा हुआ पोर्स (पिंपल्स, ब्लैकहेड्स, और वाइटहेड्स)
- उभरे हुए घाव या दाना
- मवाद से भरा हुआ घाव या दाना
छाती में पिंपल्स होने के कारण
Dr. Ajay Rana, Dermatologist & Aesthetic Medicine Expert कहते हैं, '' सीने में दाने या चेस्ट एक्ने के पीछे कई कारण हैं। छाती की त्वचा वसामय ग्रंथियों से भर जाती है। ये ग्रंथियां सीबम के उत्पादन के लिए जिम्मेदार होती हैं, जो त्वचा को नमीयुक्त और कोमल बनाए रखती हैं। यदि त्वचा बहुत अधिक सीबम का उत्पादन करती है, तो छिद्र मृत त्वचा कोशिकाओं, गंदगी और बैक्टीरिया से भर जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप छाती में मुँहासे होते हैं।"
आइए यहां हम आपको छाती में पिंपल्स होने के कुछ अन्य सामान्य कारण बता रहें, जो कि चेस्ट एक्ने का कारण बनते हैं।
#1. ऑयली स्किन
यदि आपकी ऑयली स्किन है, तो यह न केवल चेहरे, बल्कि चेस्ट एक्ने का भी कारण बन सकती है। छाती या गर्दन के पास स्किन का ऑयली होना, चेस्ट एक्ने यानि छाती पर मुहांसों को जन्म देता है। यह अधिक सीबम उत्पादन के कारण भी होता है। ऐसे में यदि आप भी छाती पर मुंहासों से परेशान हैं, तो आप कुछ आदतों में बदलाव कर सीने के पिंपल्स से छुटकारा पा सकते हैं।
#2. पसीना आना
यदि आपको अधिक पसीनी आता है या फिर वर्कआउट के दौरान बहाया पसीना छाती और गर्दन पर मुँहासे का कारण हो सकता है। इसलिए एक हैवी वर्कआउट के बाद या पसीने के बाद आप सुनिश्चित करें कि आप अपने शरीर पर मुंहासे से बचने के लिए एंटी-मुँहासे बॉडी वॉश या साबुन से नहाएँ। वहीं आप ढीले सूती कपड़े पहनें और कोशिश करें।
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#3. हार्मोनल उतार-चड़ाव
हार्मोनल असंतुलन या हार्मोनल उतार-चड़ाव भी कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसमें त्वचा और बालों की समस्याएं भी शामिल हैं। हार्मोनल उतार-चड़ाव अक्सर किशोर और युवा वयस्कों में विशिष्ट रूप से होता है, जिसके कारण चेहरे से लेकर चेस्ट के आसपान मुँहासे हो सकते हैं। अगर आपके हाथ-पैरों मेें पसीना आता है, तो इसकी कुछ वजह हो सकती हैं। जिन्हें आपको जानना चाहिए और फिर समस्या से छुुुुुुुटकारा पाने के उपाय खोजने चाहिए।
#4. डिहाइड्रेशन
र्प्याप्त मात्रा में पानी पीना आपकी संपूर्ण सेहत के लिए जरूरी है। आप दिन में कितना पानी पीते हैं, यह आपकी त्वचा और बालों के स्वास्थ्य को भी निर्धारित करता है। पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने या तरल पदार्थ न मिल पाने से आपकी त्वचा ड्राई हो सकती है। जिसके बाद ड्राई स्किन को फिर से सक्रिय करने के प्रयास में तेल उत्पादन को बढ़ाने के लिए संकेत मिलता है और यह अत्यधिक तैलीय आपके पोर्स में फंस सकता है। जिससे यह अधिक मुँहासे के लिए त्वचा को संवेदनशील बना सकता है।
#5. मेकअप और परफ्यूम
आपकी छाती और गर्दन में पिंपल्स की वजह आपका परफ्यूम और मेकअप भी हो सकता है। आपकी आप इस क्षेत्र पर उपयोग कर रहे हैं। आपके बाल अपराधी भी हो सकते हैं। मेकअप या परफ्यूम आपके रोम छिद्रो में जमा होकर मुंहासों का कारण बन सकता है। इसलिए यदि आपको छाती में मुंहासे होते हैं, तो आप छाती और गर्दन पर मेकअप प्रॉडक्ट्स का इस्तेमाल करने और परफ्यूम के उपयोग से बचें। इसके अलावा, यदि आप हिप में दानों से परेशान हैं, तो आप कुछ घरेलू उपायों से हिप में पिंपल्स से छुटकारा पा सकते हैं।
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इसलिए यदि आप छाती के मुंहासों से बचना चाहते हैं, तो आपको अपनी आम जीवनशैली में कुछ छोटे- छोटे बदलाव करने होंगे। जैसे:
- र्प्याप्त पानी पिएं और वर्कआउट या कोई भी शारीरिक गतिविधि करने या पसीना आने के बाद बॉडी वॉश या साबुन से नहांए।
- शुगरी फूड्स के सेवन को कम करें।
- छाती या गर्दन पर परफ्यूम, ऑयली मॉइस्चराइज़र या फिर मेकअप प्रॉडक्ट के इस्तेमाल से बचें।
- ढीले-ढाले कपड़े पहनें।
छाती के मुँहासे से छुटकारा पाने के घरेलू उपाय
- सप्ताह में कम से कम तीन बार अपनी त्वचा को एक्सफोलिएट करें, विशेष रूप से छाती क्षेत्र में, यह अतिरिक्त केराटिन को हटाता है, जो त्वचा के छिद्रों को बंद कर देता है। अधिक मात्रा में एक्सफोलिएट न करें, इससे त्वचा में जलन हो सकती है।
- टी ट्री ऑयल के 1 भाग को 9 भाग पानी के साथ मिलाएं। अब इस मिश्रण में एक कॉटन बॉल या रूई की मदद से छाती के मुँहासे पर लगाएं। यदि आवश्यक हो, तो एक मॉइस्चराइज़र भी लगा सकते हैं। आप इस प्रक्रिया को प्रति दिन 1-2 बार आवश्यकतानुसार दोहरा सकते हैं।
- हल्के, आरामदायक और हवादार कपड़े पहने।
- त्वचा पर उन स्किनकेयर उत्पादों को लागू करें, जिसमें सैलिसिलिक एसिड और बेंज़ोयल पेरोक्साइड जैसे मुँहासे से लड़ने वाले तत्व मौजूद हों।
- जब तक मुंहासे नियंत्रण में न हों, तब तक शरीर के अन्य उत्पादों को लगाने से बचें।
यदि आप छाती में पिंपल के इन कारणों, लक्षणों और बचाव के तरीकों को ध्यान में रखते हैं, तो आप आसानी से चेस्ट एक्ने से छुटकारा पा सकते हैं। जीवनशैली और आदतों में किए जाने वाले ये छोटे-छोटे बदलाव न केवल आपकी त्वचा को स्वस्थ रखेंगे, बल्कि आपके संपूर्ण स्वास्थ्य को बढ़ावा देंगे।
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