
एसेंशियल ऑयल्स (Essential Oil),जिस तरह से बाजारों में फैल रहे हैं और इसकी उपयोगिता का जिस तरह से विज्ञापन हो रहा है, ऐसे में इसके बारे में हमें सारी बातें अच्छे से जान लेना चाहिए। कई उपभोक्ता अपने सुंदरता और फायदों के लिए इसे दिनचर्या में शामिल करते हैं। मगर इन तेलों का इस्तेमाल करते से पहले हमें इनके फायदे और नुकसान दोनों पता होना चाहिए। क्या कोई विशिष्ट तेल आपके लिए सुरक्षित है, यह आपके सहित कई कारकों पर निर्भर करता है, जैसे कि आयु, अंतर्निहित स्वास्थ्य की स्थिति और आपकी दवाओं का प्रकार इत्यादि। वहीं कई सारी चीजें इसके रासायनिक संरचना और शुद्धता, उपयोग की विधि, उपयोग की अवधि मात्रा बनाने की विधि जैसे तमाम चीजों पर निर्भर करती है। इसलिए आइए आज जानते हैं कि एसेंशियल ऑयल्स सच में हमारे लिए फायदेमंद है या नहीं।
एसेंशियल ऑयल्स इस्तेमाल करने से पहले अपनाएं ये जरूरी बातें
एसेंशियल ऑयल्स को पतला यानी डायल्यूट करके इस्तेमाल करें
बहुत से लोग अपनी त्वचा-चिकित्सा या दर्द से राहत के लिए प्राकृतिक एसेंशियल ऑयल्स की ओर भी रुख करते हैं। वहीं अगर इसे सही तरीके से इस्तेमाल न किए जाए, तो इससे आपको इंफेक्शन हो सकता है।कुछ तेल जहरीले भी हो सकते हैं अगर उन्हें त्वचा पर सीधे इस्तेमाल किया जाए तो। अन्य, जैसे नारंगी, चूना और नींबू, वाले तेल सूरज के संपर्क में आने से पहले फोटोटॉक्सिसिटी का कारण बन सकते हैं। वहीं अगर आप इसे पतला करके इस्तेमाल करें तो ये आपके लिए नुकसानदेह नहीं होगा।
इसे भी पढ़ें : Essential Oil Benefits: तनाव ही नहीं वजन घटाने के लिए भी फायदेमंद हैं इन 5 एसेंशियल ऑयल से मालिश
एलर्जी के लिए पैच टेस्ट करें
पैच परीक्षण आपको यह देखने की अनुमति देते हैं कि आपकी त्वचा किसी विशेष तेल पर प्रतिक्रिया करती है या नहीं। यानी कि ये एक तरीके का एलर्जी टेस्टे भी है। आप इस तरह से पैच टेस्ट कर सकते हैं-
- -हाथ को साबुन से धो लें।
- -तेल की कुछ बूंदें हाथ पर रगड़ें।
- -24 घंटे प्रतीक्षा करें।
-अगर त्वचा का पैच लाल, खुजली, छाला या सूजा हुआ है, तो आपको तेल पर प्रतिकूल प्रतिक्रिया हुई है और इसका उपयोग बंद कर देना चाहिए। साथ ही आप 24-घंटे की अवधि समाप्त होने से पहले असुविधा का अनुभव करते हैं, तो तुरंत क्षेत्र को साबुन और गर्म पानी से धो लें। लोकप्रिय आवश्यक तेल, जिनका उपयोग बिना टेस्ट किए किया जा सकता है। उनमें शामिल है:
- -कैमोमाइल
- -युकलिप्टुस
- -लैवेंडर
- -गुलाब वाला तेल
- -चंदन
Watch Video: अरोमाथेरेपी में भी एसेंशियल्स ऑयल का इस्तेमाल किया जाता है। आइए देखते हैं इसके स्वास्थ्य लाभ।
एसेंशियल ऑयल्स, जिन्हें पतला होना चाहिए:
- -दालचीनी की छाल या पत्ती
- -लौंग की कली से बना तेल
- -सिट्रोनेला
- -जीरा वाला तेल
- -लेमन वरबेना तेल
- -ओरिगैनो तेल
- -अजवायन के फूल का तेल
एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल कहां न करें
- -मुंह या अन्य बलगम झिल्ली जैसे मौखिक अंतर्ग्रहण के लिए एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल न करें।
- -2 वर्षों के ऊपर के बच्चों के लिए अरोमाथेरेपी विधियों या किसी और चीज के लिए भी एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल न करें।
- -पेपरमिंट वाले तेल को 6 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए इस्तेमाल न करें।
- -यूकेलिप्टस ऑयल को 10 साल से कम उम्र के बच्चों के साथ इस्तेमाल न करें।
- -महिलाएं वजाइनल एरिया में एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल न करें।

इसे भी पढ़ें : कॉफी की तरह ही ये एसेंशियल ऑयल भी आपको दे सकते हैं एनर्जी, जानें कौन-से हैं वो फायदेमंद तेल
सामान्य सावधानियां बरतें
- -बच्चों और पालतू जानवरों की पहुंच से बाहर रखें
- -30- से 60 मिनट के अंतराल में ही इसका दोबारा इस्तेमाल न करें।
- - शरीर के हवादार क्षेत्रों में ही इसे लगाएं
- - जब संदेह हो तो तेल को पतला कर लें, ताकि त्वचा को चकत्ते और जलन से बचा रह सके।
- -यूवी एक्सपोजर से पहले कभी भी फोटोसेंसिटाइज़िंग ऑयल का इस्तेमाल न करें
- -एसेंशियल ऑयल्सहमेशा का उपयोग करने के बाद अपने हाथ धो लें।
- -आंखें या कानों के अंदर इसका इस्तेमाल न करें।
- -आग वाली जगहों से एसेंशियल ऑयल्स को दूर रखें।
Read more articles on Home Remedies in Hindi