AQI Drops Tips To Prevent Asthma During Rising Air Pollution In Hindi: अस्थमा के मरीजों के लिए बदलता मौसम अपने आप में कई सारी चुनौतियां लेकर आता है। उन्हें इस मौसम में सांस लेने में काफी तकलीफ होती है और अक्सर सीढ़ियां उतरने-चढ़ने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। वहीं, इन दिनों में यह भी देखने में आ रहा है कि हमारे यहां एयर क्वालिटी इंडेक्स दिनों दिन खराब होता जा रहा है। हवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। आने वाले दिनों में एयर क्वालिटी और भी बिगड़ सकती है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि अस्थमा के मरीज पहले से ही इसके लिए तैयार रहें और अपनी सेहत का बहुत ज्यादा ध्यान रखें। इसके लिए, वे क्या कुछ कर सकते हैं? इस बारे में हमने BLK-Max Super Speciality Hospital में पल्मोनोलॉजी के Director & HOD डॉ. संदीप नायर से बात की।
वायु प्रदूषण अस्थमा को कैसे ट्रिगर करता है?- How Does Air Pollution Trigger Asthma In Hindi
मेडिकल न्यूज टुडे में प्रकाशित एक अध्ययन की मानें, तो वायु प्रदूषण की वजह से अस्थमा के मरीजों के लिए सांस लेने में काफी तकलीफ हो सकती है। दरअसल, प्रदूषण की वजह से मरीज की सांस लेने की नली या एयरवेज में सूजन आ सकती है और वह हार्ड हो सकता है, जिससे सांस लेने में असुविधा होने लगती है। विशेषज्ञों की मानें, तो वायु प्रदूषण में ऐसे पदार्थ शामिल होते हैं, जो रेस्पीरेटरी ट्रैक्ट यानी श्वसन तंत्र के लिए टॉक्सिक होते हैं। कुछ पल्यूटेंट के संपर्क में आने की वजह से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ सकता है, जो कि अस्थमा में अक्सर देखा जाता है। आपको बता दें कि ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस एक ऐसी स्थिति है, जिसमें फ्री रेडिकल्स बढ़़ जाते हैं। अगर इनसे छुटकारा पाने के लिए शरीर में पर्याप्त एंटीऑक्सीडेंट न हों, तो व्यक्ति की हालत गंभीर हो सकती है। यहां तक कि सांस लेने की नली काफी ज्यादा सिकुड़ सकती है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि अस्थमा के मरीज अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखें और वायु प्रदूषण से बचने के लिए सभी जरूरी सावधानियां बरतें।
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टॉप स्टोरीज़
अस्थमा के मरीज वायु प्रदूषण से कैसे बचें- How Can Asthma Patients Avoid Air Pollution?
एयर क्वालिटी इंडेक्स पर नजर रखें- Check For Daily Air Pollution
अगर कोई अस्थमा का मरीज पहले से ही है, तो उन्हें अपने शहर के एयर क्वालिटी इंडेक्स पर नजर रखनी चाहिए। इससे उन्हें पता चलता रहेगा कि बाहर का वातावरण उनके लायक है या नहीं। इस स्थिति में वे पहले से ही खुद को मेंटली तैयार कर सकेंगे और प्रदूषण से बचाव के जरूरी उपाय भी आजमाएंगे।
घर से बाहर निकलने से बचें- Avoid Going Outdoors
अगर आपको पता चले कि बाहर की एयर क्वालिटी बहुत ज्यादा खराब है यानी प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है, तो आप घर से बाहर निकलने से बचें। अगर बाहर जाना ही हो, तो मास्क पहनकर निकलें। ऑफिस ऐसे समय में जाएं, जब सड़कों पर कम से कम ट्रैफिक हो। ऑफिस पहुंचकर, ब्रेक में ऑफिस प्रेमिसेस न छोड़ें। ज्यादा से ज्यादा समय घर या ऑफिस के अंदर रहें।
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प्रदूषण युक्त जगह में एक्सरसाइज न करें- Avoid Exercising Near High-Traffic Areas
यह सही है कि खुली जगह में एक्सरसाइज करना अच्छी बात होती है। इससे इम्यूनिटी बेहतर होती है। लेकिन, जैसा कि आप जानते हैं कि प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। ऐसे में आपको बाहर जाकर एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए। अगर एक्सरसाइज करना ही है, तो घर के अंदर ही करें।
एयर पल्यूटेंट से दूर रहें- Stay Away From Air Pollutants
कई बार हम घरों में ऐसी चीजों का इस्तेमाल करते हैं, जो हवा को दूषित करने का काम करते हैं। आपको चाहिए कि घर के अंदर इस तरह के पल्यूटेंट का इस्तेमाल कम से कम करें या फिर संभव हो, तो बिल्कुल न करें।
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एयर प्यूरिफायर यूज करें- Use Air Purifier
घर से बाहर एयर पल्यूशन का स्तर बढ़ रहा है। इसलिए, आप घर के अंदर एयर प्यूरिफायर का यूज कर सकते हैं। इससे घर की हवा साफ रहेगी, जो आपकी हेल्थ को बेहतर बनाए रखने में मदद करेगी।
घर के अंदर स्मोक न करें- Do Not Smoke Indoors
घर के बाहर पहले से ही हवा काफी दूषित हो रही है। ऐसे में घर के अंदर स्मोक करना भी हेल्थ के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है। अगर घर का कोई भी सदस्य स्मोक करता है, तो उनसे कहें कि घर के बाहर स्मोकिंग करें। घर के अंदर की आबो-हवा को दूषित करने से रोकें।