Does Touching Frogs Cause Warts in Hindi: आसपास होने वाली ऐसी कई चीजें हैं, जिन्हें देखने के बाद भी हमें विश्वास नहीं होता है। रोज के जीवन में सुबह उठने से लेकर रात को सोने तक हम ऐसी बातें सुनते और विश्वास करते हैं, जिनका सच होना असंभव है। भारत के अलग-अलग राज्यों, शहर और छोटे-छोटे इलाकों में भी कई ऐसे अंधविश्वा फैले हुए हैं, जिन पर हम भले विश्वास न करते हो, लेकिन जाने आनजाने उन बातों को अपने जीवन में उतार जरूर लेते हैं। भारत में प्रेग्नेंसी से लेकर खान-पान यहां तक की प्रकृतिक चीजों से जुड़े भी कई तरह के अंधविश्वास फैले हुए हैं, जिन पर लोग आसानी से भरोसा कर लेते हैं। जैसे छोटे बच्चों को अक्सर कहा जाता है कि झुठ बोलने पर सांप काट लेता है, और बच्चे इस बात पर विश्वास करते झुठ बोलने से डरने लगते हैं और यह बात बुढ़ापे तक उनके जहन में बैठ जाती है। ऐसे में हमारे बीच एक ऐसी ही बात काफी मशहूर है, जिस पर लोग आसानी से विश्वास कर लेते हैं, जैसे मेंढक को छुने से शरीर पर मस्से निकलते हैं (Touching A Frog Will Cause Warts)।
जी हां, कई लोगों का मानना है कि मेंढक को छुने से आपके शरीर पर मस्से निकल सकते हैं। बता दें कि सेहत और खानपान से जुड़े ऐसे ही मिथकों और अंधविश्वास के पीछे छिपे साइंस के बारे में बताने के लिए ओन्लीमायहेल्थ "अंधविश्वास या साइंस" सीरीज चला रहा है। इस सीरीज के तहत हम आपको ऐसे ही अंधविश्वासों से जुड़े साइंस और वैज्ञानिक तथ्य बताने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस सीरीज में आज हम जानेंगे की क्या सच में मेंढक को छूने से मस्से (Causes of Warts) होते हैं? इसके साथ ही हैदराबाद के कामिनेनी अस्पताल के सीनियर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. कुना रामदास और बेंगलुरु के ग्लेनीगल्स अस्पताल की कंसल्टेंट और एस्थेटिक फिजिशियन डॉ. रूबी सचदेव से जानने की कोशिश करेंगे कि हमारे शरीर पर मस्से होने के क्या कारण है?
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मेंढक को छूने से मस्से होते हैं?
ऐसा माना जाता है कि मेंढक एक ऐसा जीव है, जो मौसम में होने वाले बदलावों को सबसे पहले पहचान लेता है। बारिश का मौसम आते ही जगह-जगह मेंढक नजर आने लगते हैं। मेंढक का रंग और उसकी चिपचिप स्किन के कारण न सिर्फ वो दिखने में भद्दे लगते हैं, बल्कि उन्हें छूने में भी अजीब महसूस होता है। दरअसल, कई लोगों का यह भी मानना है कि टोड्स या मेंढक को छूने से शरीर पर मस्से (Wart) निकल आते हैं। ऐसा कहा जाता है कि मेंढक की स्किन मस्से जैसी दिखती है, जिस कारण इन्हें छूने पर शरीर के किसी भी हिस्से में मस्से निकल सकते हैं। लेकिन, यह सिर्फ एक मिथक है, मेंढक या टोडों की स्किन पर मस्से जैसे उभार होते हैं, जो उनकी ग्रंथियां हैं और इन्हें छूने से व्यक्ति की स्किन पर मस्से की समस्या नहीं होती है। यह सिर्फ लोगों के बीच फैला एक अंधविश्वास है, जिस पर लोग आज के समय में भी विश्वास करते हैं।
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मस्से निकलने का क्या कारण है?
शरीर के किसी भी हिस्से पर मस्सा होना से आपकी स्किन खराब दिख सकती है, खासकर अगर ये आपके चेहरे पर नजर आए। मस्से छोटे या बड़े किसी भी तरह के हो सकते हैं। ऐसे में चेहरे, हाथ या पैर जैसी दिखने वाली जगहों पर मस्से होना आपकी स्किन के लूक को खराब कर सकती है। शरीर पर मस्से होना मेंढक को छुने के कारण नहीं बल्कि इंफेक्शन के कारण होता है। डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. कुना रामदास के अनुसार, "हमारे शरीर पर मस्से ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) के कारण होते हैं और यह शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं। मस्से संक्रामक होते हैं, जिनके सीधे संपर्क में आने या खराब सतहों के संपर्क में आने के कारण फैल सकते हैं।" जबकि एस्थेटिक फिजिशियन डॉ. रूबी सचदेव का कहना है कि, "एचपीवी के प्रकार के आधार पर मस्से दिखने में अलग-अलग हो सकते हैं, लेकिन अक्सर इनकी बनावट खुरदरी होती है और वे हमारे मांस के रंग के, गुलाबी या भूरे रंग के हो सकते हैं। आपके शरीर पर सिर्फ एक मस्सा या फिर बहुत सारे मस्से हो सकते हैं, जो कई बार आपकी स्किन पर खुजली या असुविधाओं का कारण बन सकता है, खासकर जब वे पैरों के तलवों पर होते हैं।"
शरीर पर मस्से मेंढक या टोड्स को छूने के कारण नहीं होता है, बल्कि ये सिर्फ एक अंधविश्वास है। बल्कि हमारे बॉडी पर मस्से ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) के संक्रमण के कारण हो सकते हैं। इसलिए शरीर पर मस्से होने पर डॉक्टर से कंसल्ट करें और इससे फैलने से रोकने के उपाय आजमाएं।
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