
Adenovirus symptoms and treatment : कोरोना, बर्ड फ्लू के बाद भारत में एडेनोवायरस (Adenovirus) ने दस्तक दी है। पश्चिम बंगाल में एडेनोवायरस (Adenovirus) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। राज्य में एडेनोवायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि पश्चिम बंगाल में एडेनोवायरस से अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से इसका कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया है। एडेनोवायरस को लेकर पश्चिम बंगाल के अलावा कई राज्य सरकारें भी अलर्ट पर आ गई हैं और अस्पतालों में सुविधा को पुख्ता किया जा रहा है। एडेनोवायरस के लक्षण कोरोना वायरस के लक्षणों से काफी मिलते-जुलते हैं। आइए जानते हैं आखिरकार एडेनोवायरस क्या है, इसके लक्षण क्या हैं और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है।
एडेनोवायरस है क्या? - What are Adenoviruse
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक एडेनोवायरस एक आम वायरस की तरह ही हैं। ये वायरस सर्दी, खांसी और फ्लू का कारण बन सकते हैं। सीडीसी के मुताबिक एडेनोवायरस हमेशा में हवा में मौजूद रहता है, लेकिन सर्दियों की शुरुआत और सर्दियां खत्म होने पर ये ज्यादा एक्टिव हो जाता है। इस वायरस में संक्रमण के मामले हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकते हैं। एडेनोवायरस सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करता है, लेकिन बच्चों पर इस संक्रमण का असर ज्यादा देखने को मिलता है।
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एडेनोवायरस संक्रमण के लक्षण - Symptoms of an Adenovirus
सीडीसी के मुताबिक एडेनोवायरस के लक्षण इस बात पर निर्भर करते हैं कि वो संक्रमित व्यक्ति के शरीर के किस हिस्से को प्रभावित कर सकता है। ज्यादातर मामलों में एडेनोवायरस श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है। अगर कोई व्यक्ति एडेनोवायरस से संक्रमित है तो उसमें निम्नलिखित लक्षण दिखाई दे सकते हैं :
- सामान्य ठंड या फ्लू जैसे लक्षण
- बुखार
- गला खराब होना
- ब्रोंकाइटिस (फेफड़ों के वायु मार्ग की सूजन)
- निमोनिया (फेफड़े का संक्रमण)
- गुलाबी आंख (कंजंक्टिवाइटिस)
- तीव्र गैस्ट्रोएंटेराइटिस (पेट या आंतों की सूजन, दस्त, उल्टी, मतली और पेट दर्द का कारण बनता है)
- सूजी हुई लसीका ग्रंथियां
- नाक का बहना।
एडेनोवायरस का इलाज क्या है?
यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक वर्तमान में एडेनोवायरस से बचाव के किसी तरह की कोई वैक्सीन या ठोस इलाज मौजूद नहीं है। अगर किसी व्यक्ति में एडेनोवायरस के सामान्य लक्षण दिखाई देते हैं तो उसे घर पर ही आराम करने और कुछ खास तरह की दवाओं का सेवन करने की सलाह दी जाती है। अगर आपको या परिवार के किसी सदस्य में एडेनोवायरस के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें।
एडेनोवायरस से बचाव के उपाय?
सीडीसी के मुताबिक नियमित तौर पर कुछ चीजों का ध्यान रखा जाए तो एडेनोवायरस से बचाव किया जा सकता है। आइए जानते हैं इसके बारे में :
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं ताकि शरीर हाइड्रेट रहे।
- दस्त या उल्टी होने पर ओआरएस का घोल पिएं।
- शरीर का तापमान सामान्य बनाए रखने की कोशिश करें।
- सांस संबंधी समस्या होने पर मास्क लगाकर बाहर जाएं।
- अपने हाथों को बार-बार धोएं और आवश्यकता पड़ने पर हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
- संक्रमित चीजें जैसे टिश्यू, फेस मास्क को ठीक से डिस्पोज करें।
- बच्चों में फ्लू के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो उन्हें स्कूल जाने और बाहर खेलने से रोकें।
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