
अगर आप भी खुद को हमेशा स्वस्थ रखना चाहते हैं तो जान लें फेफडों से जुड़े ये इंफेक्शन आपके लिए है कितने खतरनाक औऱ क्या है इससे बचाव।
खुद को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी है कि आप अपने जरूरी अंगों को भी स्वस्थ रखें, ऐसे ही आपके फेफड़ें हैं जिनका स्वस्थ रहना आपके लिए बहुत जरूरी है। फेफड़ों में संक्रमण के कारण आपके गले, नाक और श्वांस नली में समस्याएं पैदा हो सकती है जो धीरे-धीरे आपकी सेहत को दूर कर सकता है। फेफड़ों से जुड़े ऐसे कई संक्रमण और समस्याएं होती है जो आपके स्वास्थ्य को बुरी तरह से प्रभावित होती है, जिसका समय पर इलाज न कराने पर आपको गंभीर स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है। लेकिन अगर आप फेफड़ों से जुड़े संक्रमण या समस्याओं से अपना बचाव करना जानते हैं तो आप आसानी से खुद को स्वस्थ रख सकते हैं। इस विषय पर हमने बात की डॉ. अनार सिंह आयुर्वेदिक कॉलेज एवं अस्पताल के प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष , शल्य तंत्र की डॉक्टर राखी मेहरा से। जिन्होंने बताया कि फेफड़ों से जुड़े संक्रमण कैसे आपके लिए हो सकते हैं नुकसानदायक।
स्वाइन फ्लू
स्वाइन फ्लू (H1N1) इंफ्लूएंजा-ए वायरस के कारण होने वाली एक बीमारी है जिसके कारण सांस लेने में तकलीफ होती है। स्वाइन फ्लू के दौरान आप बुखार, गले में दर्द, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और जकड़न महसूस हो सकती है। स्वाइन फ्लू जानवरों से मनुष्यों में आसानी से फैल सकता है जिसके कारण एक गंभीर स्थिति पैदा हो सकती है। अगर स्वाइन फ्लू के दौरान मरीज को सही समय पर इलाज न मिले तो इससे स्वाइन फ्लू की स्थिति काफी बिगड़ सकती है, जिसका सीधा असर आपके फेफड़ों पर होता है। जिसकी वजह से आपको सांस लेने में तकलीफ, कफ और खांसी जैसी स्थिति देखनी पड़ सकती है।
निमोनिया
निमोनिया एक फेफड़ों से जुड़ी समस्या है जिसके कारण आपको बुखार, कफ और सर्दी-जुकाम जैसी दिक्कतें हो सकती है। निमोनिया के दौरान फेफड़ों में सूजन आ जाती है जिसके कारण कफ जमने लगता है। इसके कारण सांस लेने में काफी मुश्किल होती है और मरीज में बुखार और खांसी जैसे कई लक्षण दिखाई देते हैं। निमोनिया हल्के से गंभीर लक्षण के साथ किसी के लिए भी जानलेवा तक हो सकता है। निमोनिया बच्चे से लेकर 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और स्वास्थ्य समस्याओं वाले कई लोगों के लिए खतरनाक है।
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सामान्य फ्लू
सभी को किसी न किसी समय आम सर्दी लग चुकी है, बदलते मौसम में सामान्य ऊपरी श्वसन संक्रमण आमतौर पर लोगों को अपना शिकार बनाता है। सामान्य फ्लू की चपेट में आने के कई दिनों बाद भी आपको लक्षण दिखाई दे सकते हैं, इसके कारण आपके फेफड़ों में संक्रमण बुरी तरह से फैलने लगते हैं और कई प्रकार के लक्षण दिखाते हैं। जैसे: खांसी, बुखार, सांस लेने में तकलीफ और नाक बहना, कई मामलों में आपके लिम्फ नोड्स में सूजन आ सकती है। इस हल्की बीमारी से लोग आमतौर पर एक हफ्ते में ठीक हो जाते हैं। लेकिन कई बार राहत न मिलने पर ये आपके फेफड़ों को खराब कर रहे होते हैं।
कोरोना वायरस
हाल ही में दुनियाभर में तबाही मचाने वाला कोरोना वायरस भी फेफड़ों से जुड़ा एक गंभीर संक्रमण है। जिसके कारण अब तक लाखों लोगों की मौत हो गई है और लगातार मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। कोरोना वायरस का डर अब भी लोगों के मन में भरा हुआ है, जिसकी वजह से हर कोई अपना बचाव कर रहा है। कोरोना वायरस संक्रमण में मरीज सामान्य से गंभीर स्थिति तक भी जा सकता है, समय पर सावधानियां न बरतने पर मरीज की जान भी जा सकती है। इस दौरान मरीज को फेफड़ों के अन्य संक्रमणों की तरह, इसमें भी सांस लेने की परेशानी, खांसी और बुखार भी हो सकता है। इसके अलावा जब कोरोना वायरस का मरीज गंभीर स्थिति में हो तो उसे पेट की समस्याओं और उल्टी का भी सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान कई लोग के फेफड़ों पूरी तरह काम करने बंद कर दिए थे जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई।
सार्स (SARS)
सार्स (SARS) कोरोनोवायरस SARS-CoV के कारण होने वाला एक गंभीर वायरल श्वसन संक्रमण है। इस वायरस का प्रकोप साल 2003 में फैलना शुरू हुआ था। एसएआरएस वायरस मुख्य रूप से व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्क के माध्यम से फैलता है। हालांकि ये कुछ समय के बाद फैलना बंद हो गया था, लेकिन ये सीधा मरीज के फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता था जिसकी वजह से मरीज की स्थिति जल्द गंभीर स्थिति का सामना करना पड़ता था।
अस्थमा
अस्थमा एक गंभीर रोग है जिसमें मरीज को सांस लेने में कई तरह की परेशानियां हो सकती है। आपको बता दें कि अस्थमा के दौरान मरीज के वायुमार्ग लगातार फुलाए जाते हैं और ऐंठन की संभावना रहती है। जिससे गले में घरघराहट और सांस लेने में परेशानी हो सकती है। इसके अलावा मरीज को एलर्जी, संक्रमण या प्रदूषण अस्थमा के लक्षणों का भी सामना करना पड़ सकता है।
बचाव
एक्सरसाइज
एक्सपर्ट बताते हैं कि एक्सरसाइज आपके पूर्ण स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है, नियमित रूप से एक्सरसाइज करने पर आप अपने फेफड़ों को आसानी से स्वस्थ रख सकते हैं। एक्सरसाइज के दौरान आपका दिल तेजी से धड़कता है और आपके फेफड़े कड़ी मेहनत कर रहे होते हैं। इससे तेजी से आपके शरीर में ऑक्सीजन पहुंचता है। इस प्रक्रिया की मदद से आपके फेफड़ों में काफी क्षमता बनती है और वो कई संक्रमण और रोगों को दूर रखने का काम करता है। इसलिए जरूरी है कि आप रोजाना एक्सरसाइज या शारीरिक गतिविधियों में शामिल रहें, अगर आप एक्सरसाइज नहीं कर सकते है तो जरूरी है कि आप रोजाना 30 मिनट तक पैदल चलें या शारीरिक गतिविधियां करें।
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धूम्रपान न करें
धूम्रपान करने से आप अपने फेफड़ों को काफी नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे होते हैं, इससे आपके फेफड़े कमजोर होने लगते हैं और उन्हें कोई भी संक्रमण आसानी से शिकार बना लेता है। इतना ही नहीं आप एक साथ कई संक्रमण का शिकार भी हो सकते हैं। वहीं, जिन लोगों की धूम्रपान की आदत नहीं होती उन लोगों में संक्रमण से लड़ने की क्षमता ज्यादा होती है। इसलिए एक्सपर्ट की सलाह है कि आपको धूम्रपान का कम से कम सेवन करना चाहिए या इसे बंद कर देना चाहिए।
संक्रमण से बचाव के लिए तरीके अपनाएं
हाल में कई ऐसे संक्रमण फैल रहे हैं जो आपको आसानी से शिकार बना सकते हैं, इससे बचाव के लिए जरूरी है कि आप कुछ नियमों का पालन करें। एक्सपर्ट की सलाह है कि जब भी आप खाना खाएं तो उससे पहले आपको हाथ साबुन से धोना चाहिए, बाहर हमेशा मास्क पहनें रहें, स्वस्थ भोजन ही करें।
हेल्दी डाइट लें
फेफड़ों को मजबूत बनाए रखने के लिए जरूरी है कि आप एक्सरसाइज के साथ एक पर्याप्त आहार भी लें, जिसकी मदद से आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में पोषण पहुंच सकें। इसके लिए आप अपनी डाइट में बहुत सारी ताजी सब्जियां, फल और अन्य पोषण-युक्त भोजनों को शामिल करें।
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