Yogasana for healthy heart: हृदय रोग हृदय और रक्त वाहिकाओं (Blood vessels) का विकार है। इनमें कोरोनरी हृदय रोग सेरेब्रोवास्कुलर डिजीज, रूमैटिक हृदय रोग और अन्य स्थितियां शामिल हैं। दुनिया भर में हृदय रोगों से होने वाली 5 मौतों में से 4 दिल के दौरे (Heart attacks) और स्ट्रोक के कारण होती है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के मुताबिक रक्तचाप, ग्लूकोज और मोटापे से ग्रसित लोगों में कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का जोखिम अधिक होता है। कार्डियोवैस्कुलर डिजीज वाले रोगियों को सही उपचार और लाइफस्टाइल में सुधार कर इसके जोखिम से निकाला जा सकता है।
हृदय रोग से ग्रसित व्यक्तियों, जिनका अभी उपचार चल रहा है, उन्हें अपनी जीवनशैली में सुधार करने की आवश्यकता है। आर्ट ऑफ लिविंग वेबसाइट के माध्यम से हम आपको 5 ऐसे आसान योगासनों के बारे में बता रहे हैं, जो आपके हृदय को स्वस्थ रखेंगे, साथ ही इसके कारकों- रक्तचाप, मोटापा, ग्लूकोज, एंग्जाइटी इत्यादि से छुटकारा दिलाने में आपकी मदद करेंगे।
स्वस्थ हृदय के लिए योग- Yoga for healthy hearts:
धार्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर कहते हैं "योग जीवन का अध्ययन है, आपके शरीर, श्वास, मन, बुद्धि, स्मृति और अहंकार का अध्ययन; आपके आंतरिक संकायों का अध्ययन।" ज्ञान और दर्शन के अलावा, योग आसन, श्वास तकनीक और ध्यान का एक आरामदायक संयोजन है। प्रत्येक योग मुद्रा का श्वसन प्रणाली पर एक विशेष प्रभाव होता है और इसलिए, हृदय को प्रभावित करता है। योग रक्तचाप को कम करने, फेफड़ों की क्षमता बढ़ाने, खराब कोलेस्ट्रॉल का स्तर सुधारने, हार्ट रेट में सुधार करने, रक्त परिसंचरण को बढ़ावा देने के अलावा तनाव और दबाव से निपटने में योग प्रभावी है। योग हृदय रोगी को ठीक कर सकता है।
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हृदय रोगियों के लिए फायदेमंद योग- Yogasana for heart patients
त्रिकोणासन- (Triangle Pose)
त्रिकोणासन एक हृदय को खोलता है, कार्डियोवैस्कुलर एक्सरसाइज को बढ़ावा देने के लिए बनाया गया यह एक बेहतरीन योग आसन है। श्वास फैलते ही छाती गहरी और लयबद्ध हो जाती है। इससे स्टैमिना भी बढ़ता है। (ताड़ासन और त्रिकोणासन योग करने के तरीके और फायदे, देखें वीडियो)
ताड़ासन- (Mountain pose)
ताड़ासन वर्टिब्रल कॉलम (कशेरुक स्तंभ) और हृदय को मजबूत करने में मदद करता है, गहरी सांस लेने के कारण फेफड़े फैलते हैं और इनकी सफाई भी होती है। (ताड़ासन योग क्या है?)
वृक्षासन- (Tree Pose)
वृक्षासन शारीरिक मुद्राओं का बेहतर संतुलन बनाता है। यह कंधों को चौड़ा करता है और हृदय को बेहतर बनाता है, जिससे एक आत्मविश्वास और खुशी महसूस होती है।(वृक्षासन योग करने के तरीके और फायदे, देखें वीडियो)
वीरभद्रासन- (Warrior pose)
वीरभद्रासन शरीर के संतुलन में सुधार करता है और सहनशक्ति को बढ़ाती है। यह रक्त परिसंचरण में भी सुधार करता है और तनाव को कम करता है। यह हृदय की दर को नियंत्रित रखता है।
सेतुबंधासन- (Bridge Pose)
यह मुद्रा गहरी सांस लेने के लिए बेहतर होता है। यह रीढ़ और छाती को फैलाता है। यह छाती क्षेत्र में रक्त के प्रवाह में भी सुधार करता है। (सेतुबंधासन योग के फायदे, वीडियो से जानें योगासन का तरीका)
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