
थोड़े दिनों के लिए मिली सांस लेने योग्य हवा के बाद एक बार फिर से वायु गुणवत्ता सूचकांक (air quality index) बहुत खराब स्तर पर पहुंच गया। दिल्ली और उसके आस-पास फैली जहरीली हवा ने फिर से लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल बना दिया है। ज्यादातर लोग जानते हैं कि वायु प्रदूषण अपने साथ कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आता है और लोगों के लिए मुश्किलें खड़ी करता है। सांस लेने में दिक्कत, खून जमना, इम्युनिटी बिगड़ना, एलर्जी, सिरदर्द लगभग हर किसी को परेशान करता है। इसके अलावा प्रदूषण कई छोटे-छोटे तरीकों से भी प्रभावित करता है, जिसमें आपके देखने की क्षमता प्रभावित होना शामिल है।
खराब वायु गुणवत्ता से लोगों को आंखों की समस्या और एलर्जी की शिकायत होती है, जिसके लिए उपचार की सही जरूरत होती है। अगर आप ज्यादा देर तक स्मॉग के संपर्क में रहते हैं तो प्रदूषक तत्व बड़ी आसानी से आपकी आंखों में चले जाते हैं और आपके देखने की क्षमता को नुकसान पहुंचाते हैं। इनमें से सबसे आम लक्षण हैं।
- आंखों से पानी आना।
- आंखों में दर्द।
- आंखों में लालपन, खुजली होना।
- आंखों में जलन।
- आंखों में रुखापन और एलर्जी।
- धुंधला-धुंधला दिखाई देना।
इसे भी पढ़ेंः आपका शरीर बन जाएगा बीमारियों का घर अगर बिगड़ गया इन 3 हार्मोन का संतुलन, जानें होने वाली परेशानियां
अगर आप इन लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं तो ऐसे कुछ तरीके हैं, जिसके जरिए आप अपनी आंखों को इस हानिकारक वायु प्रदूषण से सुरक्षित रख सकते हैं।
हाइड्रेटेड रहें
बहुत जरूरी है कि आप शरीर में पानी की मात्रा को कम न होने दें। ध्यान रखें कि ढेर सारा पानी पीएं। यह आपके शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने के साथ-साथ आपकी आंखों में आंसू बनाने में मदद करता है। यह बहुत ही जरूरी चीज है, जो आपकी आंखों को ड्राई आई सिंड्रोम से बचाता है और आंखों में खुजली संबंधी समस्याओं को दूर करता है।
आंखों को ज्यादा से ज्यादा झपकाएं
प्रदूषण से होने वाले नुकसान को कम करने के सबसे आसान तरीकों में से एक है आंखों को सही तरीके से झपकाना। जब आप आंक झपकाते हैं तो एक खास प्रकार की सुरक्षात्मक टियर फिल्म पैदा होती है, जो आपकी आंखों को सुरक्षा प्रदान करती है। आंखों के झपकने से नमी पैदा होती है, जो प्रदूषक तत्वों को अंदर नहीं जाने देती।
इसे भी पढ़ेंः कहीं दिल्ली का प्रदूषण सड़ा न दे आपके दांत, इन 3 तरीकों से करें अपने दांतों की देखभाल
अपनी डाइट का ख्याल रखें
जिस तरह खाना खाने से आपकी इम्युनिटी मजबूत होती है और नाक के छिद्र खुलते हैं ठीक उसी तरह का प्रभाव आपकी देखने की क्षमता के साथ भी होता है। आपके रोजाना के भोजन में विटामिन ए, ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो आपकी आंखों के लिए बहुत जरूरी होता है। हरी पत्तेदार सब्जियां और फल आपकी आंखों के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद हैं।
मोबाइल फोन और लैपटॉप का प्रयोग कम करें
अपने खाली वक्त को मोबाइल या लैपटॉप के आगे व्यर्थ न करें। आपकी आंखें पहले ही खराब प्रदूषण स्तर से परेशानी झेल रही हैं। उसके बावजूद मोबाइल फोन और लैपटॉप के आगे बैठे रहने से आपकी समस्या और बढ़ सकती है। आपको ज्यादा से ज्यादा आराम करने की जरूरत है और इसके लिए आपको अपने मोबाइल फोन और लैपटॉप से दूरी बनानी होगी।
स्वच्छता का ध्यान रखें
अगर आप बाहर घूमने को सीमित नहीं कर सकते तो समस्या से बचने का तरीका ढूंढें। भारी भरकम आई मेकअप, कॉन्टेक्ट लेंस से दूर रहें, जो आपकी आंखों में प्रदूषक तत्वों को पकड़ सकते हैं। इनसे बचने के लिए आप घर आने के बाद हाथ और मुंह धोएं। अच्छी गुणवत्ता वाली आई ड्रॉप का प्रयोग करें, डॉक्टर द्वारा दी गई आई ड्रॉप से आप अपनी आंखों को होने वाले नुकसान को बचा सकते हैं।
Read More Articles On Other Diseases In Hindi