
हाई ब्लड प्रेशर यानि जिसे हाईपटरटेंशन भी कहा जाता है। यह ऐसी बीमारी है, जो लगभग हर दूसरे व्यक्ति में देखने को मिलती है। हाई ब्लड प्रेशर के कारण दिल संबंधी बीमारियों, हार्ट अटैक, ब्रेन हैंमरेज, दिल, आंख, दिमाग और किडनी से संबंधित अन्य जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ता है। हाई ब्लड प्रेशर की बीमारी से आजकल कम उम्र के लोग भी ग्रसित हैं और यह मृत्यु के प्रमुख कारणो में से एक है। इसके कुछ प्रमुख कारणों में से बदलती व खराब लाइफस्टाइल, अनुवांशिकता जैसे कई कारण हैं। इस स्थिति में रक्त वाहिकाओं पर बहुत अधिक खिंचाव होता है और यहां तक कि दिल को बड़ा कर सकता है।
यदि एक स्वस्थ व्व्यक्ति की बात की जाए, तो उसका सामान्यतौर पर ब्लड प्रेशर 90/60mmHg के ऊपर और 120/80mmHg तक होना चाहिए। यदि आपका बीपी 140/90mmHg रहता है, तो आप हाई ब्लड प्रेशर के शिकार हो सकते हैं। इसके विपरीत यदि आपका ब्लड प्रेशर 90/60mmHg या उससे कम है, तो यह लो ब्लड प्रेशर का संकेत है। हाई ब्लड प्रेशर को कम करने या कंट्रोल में रखने के लिए कई दवाएं उपल्बध हैं लेकिन इसे दवा के अलावा, कम करने के लिए कुछ नट्स का सेवन किया जा सकता है। जी हां, नट्स आपके हाई बीपी रीडिंग को कम करने में मदद कर सकते हैं और यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही फायदेमंद हैं।
पिस्ता
पिस्ता काफी टेस्टी और मूल्य में अधिक नट्स में से एक है लेकिन इसके स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण यह लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। कुछ अध्ययनों के अनुसार, ऐसा आहार जिसमें पिस्ता शामिल हो, सिस्टोलिक और साथ ही डायस्टोलिक ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करता है। यह वयस्कों में तनाव के को कम करने में भी मददगार है। पिस्ता पोटेशियम, कैल्शियम, और मैग्नीशियम जैसे खनिजों तत्वों से भरपूर है और यह हाई ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए फायदेमंद है।
बादाम
हाई ब्लड प्रेशर के कारण दिल पर ही नहीं, बल्कि आपकी यादाश्त पर भी बुरा असर होता है। 40 से 50 की उम्र में हाई ब्लड प्रेशर यादाश्त यानि डिमेंशिया का खतरा अधिक बढ़ जाता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। पिस्ता की तरह ही बादाम का भी हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में काफी महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है। इसमें मैग्नीशियम, पोटेशियम और फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। यह नट्स कम वसा वाले भोजन की श्रेणी में आते हैं और यह कई तरह की बीमारियों जैसे कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज और अन्य रोगों के अलावा ब्लड प्रेशर में मददगार साबित होते हैं।
अखरोट
विटामिन्स और मिनरल्स का राजा अखरोट कई स्वास्थ्य गुणो से भरपूर है। इसमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी दिल को स्वस्थ रखने के अलावा, हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों के लिए भी लाभकारी होता है। अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके अच्छे कोलेस्ट्रॉल के निर्माण में मददगार होता है। जिसकी वजह से यह आपके दिल ही नहीं, बल्कि मस्तिष्क के लिए भी फायदेमंद होता है। हाई बीपी के मरीजों को अपने आहार में अखरोट को शामिल करना चाहिए। अध्ययन बताते हैं कि अखरोट अल्फा-लिनोलेनिक एसिड और प्लांट बेस्ड ओमेगा -3 एसिड से भरपूर होता है, जो कि हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में सहायक होता है।
इसे भी पढें: Healthy Recipes:कॉर्न से बनाएं ये 2 तरह के टेस्टी और हेल्दी सलाद, वजन घटेगा और पेट रहेगा स्वस्थ
हेज़लनट्स
हेज़लनट्स जिसे कोबनट के रूप में भी जाना जाता है। इसमें काफी कम मात्रा में वसा होती है और एक औंस में कम से कम 46 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 193 मिलीग्राम पोटेशियम और 3 ग्राम फाइबर होता है। और ये सभी पोषक तत्व बीपी के स्तर पर सकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। इसलिए हाई बीपी के मरीज यदि इसका सेवन करें, तो उनका ब्लड प्रेशर कम हो सकता है।
मूंगफली
सर्दियों में मूंगफली खाने का मजा ही कुछ और होता है, इसके अलावा इसके इस्तेमाल कई भोज्य पदार्थों व नमकीन के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन मूंगफली आपके स्वास्थ्य के लिए भी बेहद फायदेमंद है। मूंगफली में आयरन, कैल्शियम, जिंक, मैग्नीशियम, पोटैशियम, सेलेनियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। मूंगफली में मौजूद मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करके गुड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मददगार है और यह आपके ब्लड शु्गर लेवल को कंट्रोल रखता है। मूंगफली मैग्नीशियम और पोटेशियम का एक पावरहाउस है और इन खनिजों का ब्लड प्रेशर पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा इसमें मौजूद फाइबर और प्रोटीन की मात्रा भी बहुत सहायक होती है। इसलिए हाई बीपी के रोगियों के लिए मूंगफली फायदेमंद है।
इसे भी पढें:जानें अंडे खाने से जुड़े 5 मिथक और इनकी सच्चाई
हाई ब्लड प्रेशर के रोगियों को इन नट्स से बचना चाहिए
अध्ययनों के अनुसार, ब्राजील नट्स, काजू और मैकाडामिया नट्स से बचा जाना चाहिए क्योंकि इनमें वसा की मात्रा अधिक होती है, जो हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल के लिए जिम्मेदार है।
नमकीन, फ्लेवरड या किसी भी भुने हुए नट्स से भी बचना चाहिए क्योंकि नमक हाई बीपी के लिए जहर समान है और सुनिश्चित करें कि आप नट्स के अनसाल्टेड और अनफ्लेवर्ड खाएं।
Read More Article On Healthy Diet In Hindi