शरीर में इंफ्लेमेशन (अंदरूनी सूजन) का कारण बनती हैं ये 5 चीजें, जानलेवा बीमारियों से बचना है तो कम करें सेवन

इन 5 फूड्स को ज्यादा खाने से इंफ्लेमेशन बढ़ता है, जिससे आपको कैंसर, हार्ट अटैक, डायबिटीज जैसी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। इसलिए इनका सेवन कम करें।
  • SHARE
  • FOLLOW
शरीर में इंफ्लेमेशन (अंदरूनी सूजन) का कारण बनती हैं ये 5 चीजें, जानलेवा बीमारियों से बचना है तो कम करें सेवन

क्या आपने कभी सोचा है कि इन दिनों लोगों में हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज, स्ट्रोक, लिवर सिरोसिस और किडनी की बीमारियां क्यों बढ़ गई हैं? एक अनुमान के मुताबिक दुनिया में लगभग 80% लोग सिर्फ इन्हीं 6 बीमारियों के कारण मरते हैं। इन बीमारियों का एक बड़ा कारण है इंफ्लेमेशन यानी अंदरूनी सूजन। इंफ्लेमेशन शरीर में 2 तरह से होता है। एक तो तब होता है जब शरीर किसी बाहरी बैक्टीरिया, वायरस या किसी कीड़े-मकोड़े जानवर के विष से लड़ता है। आप देखते हैं कि कीड़ा काटने, किसी जानवर के काटने या संक्रमण फैलने के बाद शरीर में सूजन आ जाती है। दूसरा इंफ्लेमेशन होता है धीरे-धीरे, जिसका मुख्य कारण आपकी लाइफस्टाइल और आपका खानपान है। रोजमर्रा के खानपान में कई ऐसी चीजें हैं, जो आपके शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ाती हैं और आपके शरीर को गंभीर और जानलेवा बीमारियों का शिकार बनाती हैं। इसलिए आपको आज से ही अपने खानपान में इन 5 चीजों का सेवन कम कर देना चाहिए।

inflammation causing foods

चीनी

कुछ लोगों को मीठा बहुत पसंद होता है। मीठा खाने में बुराई नहीं है, लेकिन इसे सीमित मात्रा में खाना चाहिए और ज्यादा से ज्यादा नैचुरल स्रोतों का इस्तेमाल करना चाहिए। अगर आप चीनी या चीनी से बनने वाली मीठी चीजों का सेवन ज्यादा करते हैं, तो आपको इंफ्लेमेशन का खतरा हमेशा रहता है। इसलिए अपने खाने में चीनी की मात्रा कम कर दें और अगर संभव है तो बिल्कुल छोड़ दें। ज्यादा मीठा खाने से आपका इम्यून सिस्टम भी कमजोर होता है, इसलिए अन्य रोगों का भी खतरा बढ़ता है। इसके बजाय नैचुरल शुगर जैसे- मीठे फल, ड्राई फ्रूट्स (किशमिश, खजूर, छुहारा), शहद आदि का सेवन करें। ज्यादा मीठा खाने से आपका ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है और हार्मोन्स भी असंतुलित होते हैं।

इसे भी पढ़ें: ज्यादा मीठा खाने वालों को होता है इन 8 स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा, जानें कैसे कम करें मीठे की लत

नमक

चीनी की ही तरह नमक का ज्यादा सेवन करना भी सेहत के लिए अच्छा नहीं है। चीनी डायबिटीज का खतरा बढ़ाती है तो नमक हाई ब्लड प्रेशर का खतरा बढ़ाता है। नमक के ज्यादा सेवन से भी शरीर इंफ्लेमेशन का शिकार होता है और कई रोगों का खतरा बढ़ता है। नमक का सामान्य सेवन ठीक है, मगर कुछ आहार ऐसे होते हैं, जिनमें बहुत ज्यादा नमक होता है और आपको इसका पता भी नहीं चलता है, जैसे- मार्केट में मिलने वाला अचार, पैकेटबंद नमकीन, जंक फूड्स, पैकेटबंद रेडी टू ईट दूसरे फूड्स आदि। इसलिए इनका सेवन कम से कम करें और घर में बनी चीजें, स्नैक्स और खाना ज्यादा खाएं।

रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स

रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट में मैदा सबसे ज्यादा खतरनाक है। मैदे से बनी चीजें जैसे पिज्जा, पास्ता, ब्रेड, बर्गर आदि का सेवन आपके लिए बहुत नुकसानदायक हो सकता है। कुछ लोगों को ये फूड्स इतने पसंद होते हैं कि वो इन्हें आए दिन खाते ही रहते हैं। इनका कभी-कभार सेवन तो ठीक है, लेकिन ज्यादा सेवन करने से आपके शरीर में बहुत ज्यादा मात्रा में शुगर, नमक, रिफाइंड कार्ब्स आदि एक साथ पहुंचते हैं। इसलिए इनका सेवन सबसे ज्यादा खतरनाक है।

foods increasing inflammation and chronic diseases

फ्राइड फूड्स

तेल में फ्राई करके बनाए गए फूड्स आपके शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। फ्राइड फूड्स में ट्रांस फैट की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और ये सबसे अनहेल्दी फैट माना जाता है। इसलिए अगर आफ बहुत ज्यादा फ्राइड चीजों का सेवन करते हैं, तो आपके शरीर में इंफ्लेमेट्री प्रोटीन बढ़ने लगता है और शरीर मोटापा, कैंसर, डायबिटीज, हाई कोलेस्ट्रॉल, हार्ट अटैक जैसी सैकड़ों गंभीर बीमारियों का शिकार होने की तरफ बढ़ने लगता है।

इसे भी पढ़ें: स्वाद-स्वाद में जंक फूड्स और ऑयली फूड्स खा लिया तो न हों परेशान, इन 5 टिप्स से दिनभर में करें बॉडी डिटॉक्स

एल्कोहल

एल्कोहल यानी शराब का सेवन भी आपके शरीर में इंफ्लेमेशन को बहुत ज्यादा बढ़ाता है। दरअसल शराब में कैलोरीज तो बहुत होती हैं, लेकिन न्यूट्रिएंट्स बिल्कुल नहीं होते हैं। इसलिए ये कैलोरीज शरीर अवशोषित नहीं करता है बल्कि सीधे इसे फैट में बदल देता है। इसके अलावा एल्कोहल का आपके हार्ट और लिवर पर बहुत बुरा असर होता है। शराब के कारण होने वाले इंफ्लेमेशन का सबसे ज्यादा खतरा लिवर में ही होता है, जिसके कारण फैटी लिवर या लिवर सिरोसिस जैसे गंभीर रोग हो जाते हैं। इसलिए आपको शराब का सेवन भी नहीं करना चाहिए।

Read More Articles on Healthy Diet in Hindi

Read Next

Green Tea vs Black Coffee: ग्रीन टी और ब्‍लैक कॉफी में कौन है ज्‍यादा सेहतमंद, जानिए फायदे

Disclaimer