High Blood Pressure: सुबह 30 मिनट की एक्सरसाइज से कंट्रोल करें हाई ब्लड प्रेशर, हर 3 में से 1 भारतीय है परेशान

हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है, जिससे विश्वभर में लोग पीड़ित है। क्या आप जानते हैं हर तीन में से एक भारतीय इस स्थिति से परेशान है? इस बात से शायद आश्चर्य न हो कि प्रोसेस्ड  फूड और व्यस्त जीवनशैली के कारण लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं।   
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High Blood Pressure: सुबह 30 मिनट की एक्सरसाइज से कंट्रोल करें हाई ब्लड प्रेशर, हर 3 में से 1 भारतीय है परेशान

हाई ब्लड प्रेशर एक ऐसी बीमारी है, जिससे विश्वभर में लोग पीड़ित है। क्या आप जानते हैं हर तीन में से एक भारतीय इस स्थिति से परेशान है? इस बात से शायद आश्चर्य न हो कि प्रोसेस्ड  फूड और व्यस्त जीवनशैली के कारण लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं। यहीं दो कारण हैं कि हमारा बीपी रीडिंग बढ़ रहा हैं। हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति में हमारी धमनियों की दीवारों में रक्त का दबाव सामान्य से अधिक हो जाता है। हाई ब्लड प्रेशर लोगों में हृदय, किडनी, आंखों और मस्तिष्क से संबंधित जानलेवा रोग पैदा कर सकता है।

दवाओं के अलावा, कोई भी व्यक्ति जीवनशैली में बदलाव कर प्राकृतिक रूप से अपने बीपी को लो कर सकता है। उच्च रक्तचाप से निपटने के कुछ तरीकों में नमक का सेवन कम करना, पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक सेवन, कुछ शारीरिक गतिविधियां करते रहना, शराब का सेवन कम करना और धूम्रपान छोड़ना शामिल है।

30 मिनट मॉर्निंग वर्कआउट (30 Minute Morning Workout)

अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन जर्नल में प्रकाशित एक नए शोध के अनुसार, सुबह 30 मिनट की कसरत या फिर शारीरिक गतिविधि आपको बीपी कम करने में मदद कर सकती है। वहीं मोटापे से ग्रस्त पुरुष और महिलाओं पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अध्ययन में यह भी पता चला है कि जो महिलाएं दिन भर काम के दौरान छोटे-छोटे और बार-बार ब्रेक लेती हैं, वे कसरत के लाभों को और अधिक बढ़ा सकती हैं।

55 से 80 साल के लोग हुए शामिल

इस अध्ययन में 55 से 80 साल के उम्र के बीच के पुरुषों और महिलाओं को शामिल किया गया था। ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में स्थित बेकर हार्ट एंड डायबिटीज संस्थान में कार्यरत और पर्थ में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी में पीएचडी कैंडिडेट और अध्ययन के प्रमुख लेखक माइकल व्हीलर ने कहा, "परंपरागत रूप से वर्कआउट और गतिहीन जीवनशैली के स्वास्थ्य प्रभावों का अलग-अलग अध्ययन किया गया है। हमने यह अध्ययन इसलिए किया क्योंकि हम जानना चाहते थे कि रक्तचाप पर इन व्यवहारों का क्या एक संयुक्त प्रभाव हो सकता है।"

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भोजन और गतिविधियों पर दिया गया ध्यान

अध्ययन में 67 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था और अध्ययन अलग-अलग परिदृश्यों पर किया गया। समान अध्ययन एक नियंत्रित प्रयोगशाला वातावरण में किया गया था और प्रतिभागियों को स्टैंडरडाइजड भोजन दिया गया। उनके बीपी और एड्रेनालाईन स्तर को बार-बार जांचा गया।

वर्कआउट करने वाले लोगों का बीपी कम

शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन महिलाओं और पुरुषों ने सुबह व्यायाम किया उनमें सुबह वर्कआउट नहीं करने वाले लोगों की तुलना में औसत रक्तचाप, विशेष रूप से सिस्टोलिक कम हो गया। वहीं वे महिलाएं, जो सुबह वर्कआउट करती थीं और काम के दौरान निरंतर अंतराल पर ब्रेक लेती थीं उनके औसत सिस्टोलिक रक्तचाप में महत्वपूर्ण कमी देखी गई।

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महिलाओं को फायदा ज्यादा

व्हीलर ने कहा, “वे पुरुष और महिलाएं, जो वर्कआउट के साथ-साथ काम के दौरान ब्रेक लेते हैं उनके औसत सिस्टोलिक रक्तचाप में कमी हृदय रोगों और स्ट्रोक से मृत्यु के जोखिम को कम कर सकती है। हालांकि, यह कमी महिलाओं में अधिक है। ”

उन्होंने यह भी कहा कि लंबे समय तक बैठने का काम करने वाले लोगों को ब्रेक लेने से भी फायदा हुआ, विशेषकर उन्हें, जिन्हें हृदय रोग का खतरा अधिक था। व्हीलर ने कहा, "हम बैठ कर काम करने वाले लोगों को ब्रेक के साथ वर्कआउट करने के पहलू पर ध्यान केंद्रित कराना चाहते हैं। हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि अकेले ब्रेक लेने से पुरुषों में रक्तचाप कम नहीं होता है, उन्हें इसके साथ-साथ वर्कआउट भी करना होगा।

निष्कर्ष

हाइपर टेंशन को रोकने के लिए स्वस्थ आहार के साथ-साथ लोगों को कम से कम 30 मिनट का वर्कआउट करना चाहिए।

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