
जिंदगी में हर व्यक्ति को किसी न किसी रूप में तनाव और दिनभर काम करने के बाद थकान जरूर महसूस होती है। ऐसे में जब व्यक्ति परेशान होने लगता है तो इसे दूर करने के अलग-अलग तरीके अपनाता है। इन सबकी वजह से इंसान का मन उदास, तनावग्रस्त,बेचैन या दुखी होता है। व्यक्ति को ऐसे में शरीर का ध्यान रखते हुए योग, ध्यान, व्यायाम का सहारा लेना चाहिए,अगर आप भी घंटों तक काम करने के बाद थकान महसूस करते हैं तो इसके लिए आप इन योगासन का सहारा ले सकते हैं। आइए जानते हैं 3 ऐसे योगासन के बारे में जो आपकी दिनभर की थकान और तनाव दूर करने में मदद कर सकता हैं।
1. प्रसारित पादोत्तासन
प्रसारित पादोत्तासन करने से सिर का रक्तप्रवाह बढ़ता है। इस आसन को करने से शरीर को कई लाभ मिलते हैं, साथ ही तनाव और थकान दूर करने के लिए लाभकारी होता है।
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प्रसारित पादोत्तासन से मिलने वाले फायदे-
- 1. इस आसन को करने से कमर दर्द दूर होता है।
- 2. पेट की मांसपेशियों को मजबूत रखने में मदद करता है।
- 3. रीढ की हड्डी सीधी रहती है।
- 4. पैरों को मजबूती देता है।
- 5. हल्के डिप्रेशन के लिए अच्छी थेरेपी है।
कैसे करें प्रसारित पादोत्तासन-
- 1. प्रसारित पादोत्तासन करने के लिए ताड़ासन में खड़े होकर अपने पैरों को फैला लें।
- 2. शरीर के ऊपरी हिस्से को आगे की ओर ले जाएं और पैरों को हल्का पीछे।
- 3. इसके बाद अपने हाथों को पैरों के बीच से निकालकर हिप्स की तरफ ले जाएं।
- 4. सिर को जमीन पर टच रहने दें।
- 5. इसी मुद्रा में 10 बार सांस लें और छोड़ें।
- 6. अब सांस लेते हुए सीधी खड़े हो जाएं और अपने हाथों को कमर पर रखें।
- 7. इस आसान से दिमाग़ तक अतिरिक्त रक्तप्रवाह होता है और मन शांत हो जाता है।
2. शलभासन योग
शलभासन एक ऐसा आसन है, जिसमें व्यक्ति का आकार टिड्डे की तरह होता है। इस आसन को करने से शरीर को फायदे मिलते है और जो लोग कमर दर्द से परेशान रहते हैं उनके लिए ये लाभकारी होता है।
शलभासन करने के फायदे-
- 1. इस आसन को करने से पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने पर उसे दूर करता है।
- 2. तनाव और थकान दूर करने के लिए फायदेमंद
- 3. पाचन क्रिया मजबूत बनाता है शलभासन
- 4. आंत की परेशानी दूर करने में लाभकारी
शलभासन करने का तरीका-
- 1. शलभासन करने के लिए सबसे पहले जमीन पर पेट के बल लेट जाएं और अपने पैरों के बीच में जगह रखें।
- 2. अब अपने हाथों को अपनी जांघों की ओर ले जाएं।
- 3. फिर अपने पैरो को और शरीर के अगले हिस्से को ऊपर की ओर उठाएं।
- 4. अब आप इस स्थिति में सामान्य रूप से सांस लें और छोड़े और कम से कम 10 से 20 सेकेंड आराम से रहें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए अपने पैरों को वापस जमीन पर लाएं और मकरासन की मुद्रा में आने के बाद शरीर को आराम दें।
3. ब्रीदिंग तकनीक
आज के समय में लोग अपने कामकाज में बहुत व्यस्त रहते हैं, जिसका असर शरीर पर देखने को मिलता है। वहीं अगर लोगों की ब्रीदिंग तकनीक सही रहे तो उनका स्वास्थ भी ठीक रह सकता है। क्योंकि ब्रीदिंग तकनीक व्यक्ति का पॉश्चर सुधरता है। शरीर को कई बीमारियो से भी दूर रखने में मदद करता है। ब्रीदिंग तकनीक करना न केवल सिंपल है, बल्कि ये बेहद आसान और बिल्कुल फ्री भी है। इस तकनीक से दिन के किसी भी समय पर करने से तनाव और चिंता से निपटने में मदद मिलती है।
ब्रीदिंग तकनीक के फायदे-
- 1. शरीर में एनर्जी बढ़ती है।
- 2. तनाव दूर होता है।
- 3. मांसपेशियां मजबूत रहती हैं।
- 4. त्वचा पर चमक रहती है।
- 5. ह्दय संबधी परेशानी से दूर रह सकते हैं।
कैसे करें ब्रीदिंग तकनीक-
- 1. ब्रीदिंग तकनीक के लिए आप पहले आसाम से बैठ जाएं।
- 2. सांस लें और 5 गिनें उस बीच आपको अपनी सांस रोक कर रखनी है।
- 3. इसी तरह से सांस लें और रोके। इस क्रिया को आप कभी भी कर सकते हैं।
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योग शरीर और मानसिक उपचार के लिए सबसे लाभकारी होता है। यह बहुत प्रभावी होता है और चिकित्सा का एक सफल विकल्प है।
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