प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में महिलाओं को कई तरह लक्षण महसूस होते हैं। इस सप्ताह तक बच्चे के अस्थि और मांसपेशियां निर्मित होने लगते हैं। इस समय बच्चे के फेफड़े व श्वसन तंत्र भी धीरे-धीरे काम करना शुरू कर देते हैं। प्रेग्नेंसी के 14वें सप्ताह तक महिलाओं के शरीर में कई बदलाव होने लगते हैं। धीरे-धीरे महिलाओं के पेट और स्तनों का आकार बढ़ने लगता है। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. विभा बंसल से आगे जानते हैं प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण और भ्रूण के विकास के बारे में।
प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले लक्षण -15th Week Of Pregnancy Symptoms in Hindi
जैसे-जैसे प्रेग्नेंसी के सप्ताह बढ़ने लगते हैं महिलाओं को कई तरह के लक्षण महसूस होने लगते हैं। अन्य सप्ताहों की तरह ही महिलाओं को 15वें सप्ताह में निम्न तरह के लक्षण महसूस होते हैं।
मसूड़ों में सूजन व खून आना
प्रेग्नेंसी के इस सप्ताह में महिलाओं को मसूडों की समस्या हो सकती है। इस समय महिलाओं के शरीर में हार्मोनल बदलाव की वजह से उनके मसूड़ों में सूजन व दर्द की परेशानी होने लगती है। कुछ महिलाओं को इस समय मसूड़ों के फूलने की समस्या भी होने लगती है। लेकिन ये परेशानी डिलीवरी के बाद सही हो जाती है।
पाचन तंत्र में समस्या होना
प्रेग्नेंसी में महिलाओं को पाचन तंत्र संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दरअसल हार्मोन बदलाव की वजह से पाचन तंत्र प्रभावित हो जाती है।
मॉर्निंग सिकनेस
प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह तक कुछ महिलाओं को ज्यादा ही मॉर्निंग सिकनेस की समस्या होने लगती है। इसे हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम कहा जाता है। यदि ये समस्या गंभीर होने लगे तो महिलाओं को डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। ऐसे में महिलाओं को डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इस समय किसी भी तरह की लापरवाही खतरनाक साबित हो सकती है।
प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में महिलाओं को महसूस होने वाले कुछ अन्य लक्षण
- शरीर में दर्द होना
- हाथ पैर में झुनझुनाहट महसूस होना
- तेजी से वजन बढ़ना
- त्वचा तैलीय होना
- यूरिन इंफेक्शन होना
प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में भ्रूण का विकास - Fetus Development During 15th Week Of Pregnancy in Hindi
इस सप्ताह तक भ्रूण का विकास करीब चार इंच तक हो जाता है। इस समय बच्चे की श्वसन प्रणाली विकसित हो रही होती है। एमनियोटिक द्रव भ्रूण के भीतर सांस के जरिए जाता है, जो उसके फेफड़ों के लिए एक अच्छी प्रक्रिया होती है। गर्भ में पल रहे बच्चे की हड्डियां और मांसपेशिया तेजी से विकसित हो रही है। इस समय तक शिशु की पलकें, भौएं धीरे धीरे आने लगती हैं। लेकिन वह आंखे खोलता नहीं और उसकी आंखें रोशनी के प्रति संवेदनशील होती हैं।
विशेष सूचना - किसी भी तरह के गंभीर लक्षण दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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प्रेग्नेंसी में पूछे जाने वाले कुछ सामान्य प्रश्न - FAQ’s for Week-by-Week Stages of Pregnancy In Hindi
15वें सप्ताह की प्रेग्नेंसी पर महिलाओं क्या जानना जरूरी है?
प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में महिलाओं को विटामिन और खनिज की आवश्यकता होती है। इस समय विटामिन डी और कैल्शियम बच्चे की हड्डियों को मजबूत बनाती हैं। साथ ही दांतों को बनाने में भी सहायक होती है। पौष्टिक आहार लेने के लिए महिलाओं को संतुलित आहार लेना चाहिए, जिसके लिए उनको डाइट में हरी सब्जियां और दालें खानी चाहिए।
प्रेग्नेंसी में डॉक्टर के पास कब जाएं?
प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में यदि महिलाओं को ज्यादा मॉर्निंग सिकनेस की समस्या होने लगे, तो आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि इस समस्या को नजरअंदाज करने से महिला डिहाईड्रेशन का शिकार हो सकती हैं।
प्रेग्नेंसी के 15 वें सप्ताह में कौन से टेस्ट कराने चाहिए?
प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में महिलाओं को नियमित रूप से ब्लड प्रेशर की जांच करानी चाहिए। सप्ताह दर सप्ताह डॉक्टर महिला की यूरिन और ब्लड टेस्ट कर सकते हैं। इससे प्रेग्नेंसी के समय होने वाली समस्याओं की संभावना पता चल जाती है।
प्रेग्नेंसी के 15वें सप्ताह में महिलाओं को क्या नहीं करना चाहिए?
प्रेग्नेंसी के हर पड़ाव में महिलाओं को विशेष तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए। इस समय महिलाओं को ज्यादा व्यायाम करने से बचना चाहिए। साथ ही शराब व धूम्रपान से भी दूरी बनानी चाहिए। एक साथ खाना खाने की जगह पर महिलाओं को कुछ घंटों के अंतराल में थोड़ा-थोड़ा खाना खाने की आदत डालनी चाहिए। किसी तरह की तरह की अन्य परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।