आपका माउथवॉश हो सकता है नुकसानदेह

मुंह की दुर्गंध आपको शर्मिंदा कर सकती है, लेकिन इसे दूर करने के लिए बार-बार माउथवॉश का प्रयोग खतरनाक हो सकता है, इससे कैंसर और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
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आपका माउथवॉश हो सकता है नुकसानदेह

कई बार हम ऐसे उत्‍पादों का प्रयोग करते हैं जो हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इनमें माउथवॉश, डिटर्जेंट, दंतमंजन, कीटनाशक आदि आ सकते हैं।

दरअसल, माउथवॉश में प्रयोग किये जाने वाले केमिकल स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुत नुकसानदेह हो सकते हैं। इनके अधिक प्रयोग करने से मुंह के कैंसर तक होने की संभावना रहती है। इसलिए केमिकलयुक्‍त इन उत्‍पादों का प्रयोग करने की बजाय घर में बने माउथवॉश का प्रयोग करें। इसका साइडइफेक्‍ट नहीं होता और मुंह संबंधित समस्‍या भी नहीं होती है।
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क्‍या कहते हैं शोध

माउथवॉश के प्रयोग से होने वाले नुकसान के बारे में कई शोध भी हो चुके हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो डेंटल स्कूल के रिसर्च की मानें तो दिन में ‌तीन बार माउथवॉश का इस्तेमाल करने वाले लोगों को मुंह के कैंसर का खतरा अधिक होता है। इसके शोधकर्ताओं की मानें तो, 'केमिकल युक्त माउथवॉश से दिन में कई बार कुल्ला करने से मुंह और गले के कैंसर होने का अधिक खतरा रहता है।'

शोधकर्ताओं ने यह भी माना है कि एल्कोहल युक्त माउथवॉश से इस रोग का खतरा अधिक होता है ‌इसलिए माउथवॉश के लेबल को सही तरह से जरूर पढ़ें।

माउथवॉश में क्‍या-क्‍या होता है

आपको शायद ही पता हो कि माउथवॉश में प्रयोग किये जाने वाले तत्‍व मुंह के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकते हैं और इन विषाक्‍त पदार्थों को आप निगल भी जाते हैं। माउथवॉश में प्रयोग की जाने वाली सामग्री में - क्‍लोरेक्सिडाइन ग्‍लूकोनेट (chlorhexidine gluconate), इथेनॉल (ethyl alcohol) और मिथाइल सैलिसिलेट जैसे तत्‍व शामिल होते हैं जो कि जहरीले हो सकते हैं। ये रसायन आपके मुंह में गंध पैदा करने वाले बैक्‍टीरिया को कम करते हैं। इसके अलावा इन रसायनों की सांद्रता बहुत उच्‍च होती है जिसके कारण कोशिका झिल्‍ली प्रभावित होती है। इथेनॉल और एल्‍कोहल जैसे रसायन ही ओरल कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं।

दिल के लिए भी नुकसानदेह

माउथवॉश का प्रयोग करने से न केवल कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी होने का खतरा बढ़ता है बल्कि यह दिल के लिए भी खतरनाक हो सकता है। क्वीन मैरी यूनिवर्सिर्टी में एक विशेष ब्रांड के एंटीसेप्टिक माउथवॉश पर अध्ययन किया गया था। इस रिसर्च में पाया गया कि माउथवॉश का नियमित प्रयोग हार्ट अटैक का खतरा 7 प्रतिशत, स्ट्रोक का खतरा 10 प्रतिशत और ब्लड प्रेशर का खतरा 3.5 यूनिट तक बढ़ा देता है। माउथवॉश में मौजूद केमिकल बैड बैक्टीरिया के साथ-साथ गुड बैक्टीरिया को भी मार देते हैं, जिससे यह खतरा और बढ़ जाता है।
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घरेलू माउथवॉश प्रयोग करें

अगर आपके मुंह से बदबू की शिकायत अधिक रहती है तो आप बाजार में मिलने वाले माउथवॉश की जगह घरेलू माउथवॉश का प्रयोग करें।

  • वोडका का प्रयोग नशे के लिए ही नहीं बल्कि अच्छे माउथवॉश के लिए भी किया जा सकता है। एक कप वोदका को दालचीनी के 9 चम्‍मच के साथ मिलाकर एक पेस्‍ट बना लीजिए, इसे दो सप्‍ताह तक किसी बरतन में रखिये, ध्‍यान रखिये कि उसमें हवा न जाये। उसके बाद इसे छान लीजिए और गरम पानी में मिलाकर अपने मुंह की सफाई कीजिए, इससे मुंह साफ हो जायेगा और बदबू नहीं आयेगी। इसे निगलें नहीं।
  • पिपरमिंट टी बैग का प्रयोग करें तो यह एक अच्छा माउथवॉश साबित हो सकता है। इसमें मौजूद एंटीसेप्टीक और मेंथॉल मुंह से जुड़ी समस्याएं जैसे सूजन या दर्द को भी दूर करता है। इसके अलावा यह दांत और मसूड़ों से जुड़ी समस्याओं को भी दूर करता है।
  • नारियल तेल के कुल्ला करना भी अच्‍छा माउथवॉश माना जाता है, मुंह में नारियल तेल भर इसके कुल्ले करने से बैक्टीरिया दूर रहेंगे और मुंह से बदबू नहीं आयेगी।


बदबू वाली सांसें आपको कहीं भी शर्मिंदा कर सकती हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आप बाजार में मिलने वाले जहरीले माउथवॉश का अधिक प्रयोग करें। बदबू की समस्‍या अ‍गर स्‍थायी है तो चिकित्‍सक से सलाह ले सकते हैं।

 

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