नये अभिभावकों के लिए तनाव से बचने के 5 तरीके

नवजात शिशु के घर में आने से आपका जीवन पूरी तरह से बदल जाता है। बच्चा जब पहली बार घर आता है तो खुशियों के साथ ही सावधानियां भी बढ़ जाती हैं। ऐसे में भी खुद को तनाव ग्रस्त होने स बचाया जा सकता है। चलिये जानें कैसे -
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नये अभिभावकों के लिए तनाव से बचने के 5 तरीके

अभिभावक बनना एक अनूठा अनुभव है। मां या पिता बनकर आप अपने जीवन में एक चरण और आगे निकल जाते हैं। नवजात शिशु के घर में आने से आपका जीवन पूरी तरह से बदल जाता है। बच्चा जब पहली बार घर आता है तो खुशियों के साथ ही सावधानियां भी बढ़ जाती हैं। यह एक जादुई यात्रा की तरह होता है, लेकिन इस यात्रा की शुरूवात कुछ अभिभावकों के लिए बहुत ही मुश्किल होती है। उन्हें ऐसा अनुभव होता है कि उन्हें बहुत बड़े तनाव का सामना करना पड़ रहा है। यहां कुछ तरीके दिये जा रहे हैं जिससे आप इस तनाव से उबर पाने में सफल हों।

 

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बेबी नैप्स के दौरान आराम करना

आपकी दादी मां से आपने जो भी बातें सुनी है वो बिलकुल सही है। यह एक अच्छी सलाह है कि अपने बच्चे की नींद के साथ सोयें, ऐसा करके आप आराम का अनुभव करेंगे। लेकिन अगर आप यह सोचते हैं जब तक आपका बच्चा सो रहा है तबतक आप घर के सारे काम कर लें तो आप गलत हैं। जब आप आराम कर सकती हैं तब आप काम करेंगी तो आपको थकान हो जायेगी और थककर आप बच्चे की देखभाल नहीं कर पायेंगी। वह फर्श तो दूसरे दिन भी साफ हो जायेगा लेकिन नींद तो आपको प्रतिदिन चाहिए।


बच्चे का रोना सामान्य है

एक बच्चे को लगातार ध्यान देने की ज़रूरत होती है। वो आपको अपनी परेशानियां नहीं बता सकता इसलिए आपको लगातार उसके साथ रहने की ज़रूरत होती है और आपको यह जानना होता है कि आपके बच्चे की ज़रूरतें क्या हैं। यह भी ध्यान रखें कि आपके बच्चे की बहुत सी ताकत रोने में जाती है। बच्चे छोटी छोटी बात पर रोते हैं जैसे भूख लगने पर, बिस्तर गीला होने पर या वो चाहते हैं कि कोई उनके पास हो और कुछ बच्चे तो हमेशा ही रोते रहते हैं। अगर आपका बच्चो रो रहा है तो ऐसे में पेडियाट्रिशियन्स यह सलाह देते हैं कि आप बच्चे को गोद लें और उसके पास रहें। शोधों से ऐसा पता चला है कि बच्चों को गोद लेने पर वो ज़्यादा सुरक्षित महसूस करते हैं।

 

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नान पैरेन्ट चीज़ों को याद रखें जो आप करना चाहते हैं

आपका शिशु ध्यान का केन्द्र होना चाहिए। लेकिन जब वह कुछ हफ्तों का हो जाये तो आपको दूसरी चीज़ों पर भी ध्यान देना चाहिए। कुछ घंटे अपने बच्चे से दूर रह कर अपने पार्टनर के साथ अकेले में कुछ समय बिताएं। बहुत से पार्टनर बच्चे के होने के बाद एक दूसरे के साथ समय नहीं बिता पाते हैं। बच्चे को कुछ देर के लिए उसके दादा, दादी के पास छोड़ दें। उन्हें भी अच्छा लगेगा और उनके पास आपसे अधिक अनुभव भी है। एक दूसरे को कुछ घंटे देकर आप भी अच्छा अनुभव करेंगे मैगज़ीन पढ़ें या अपने मनपसंद काम करें तनाव से बचने का यह एक अच्छा तरीका है।


अपने रोटीन को लेकर फ्लैक्सिबल बनें

हममें से बहुत से लोग अपने जीवन में बहुत से काम का रोटीन बनाते हैं।  जब हम सुबह उठते हैं और जब हम खाना बनाते हैं। ऐसे में एक बच्चा आपके रोटीन को बदल देता है। ज़ाहिर सी बात है बच्चा आपके इस रोटीन को नहीं समझेगा। बहुत सी नयी मां अपने घर के काम को लेकर बहुत परेशान रहती हैं लेकिन अनुभवी मां से आप बच्चों का ख्याल रखने की कुछ तकनीक सीख सकते हैं  अपने और अपने बच्चे के जीवन में किसी भी प्र्रकार का तनाव ना आने दें। लगातार कुछ बातों का ख्याल रखकर आप अपने काम को भी बखूबी पूरा कर सकती हैं और बच्चे की देखभाल भी ठीक तरीके से कर सकते हैं। हफ्ते में दो बार ही घर की सफाई करें और सुबह खाना बना लें। स्थितियों को मानना सीखें आप तनाव से बचने का रास्ता स्वयं ही ढूंढ निकालेंगे।

 


मेहमानों को थोड़ा कम समय दें

नये अभिभावक होने का सबसे मुश्किल पहलू यह है कि आपको उन नये मेहमानों से कैसे बचना चाहिए जो आपको बधाई देने आये हैं। हालांकि आप इस बधाई की सराहना करते हैं लेकिन बार बार लोगों के आने जाने से नवजात शिशु को परेशानी होती है। इसलिए अच्छा होगा मेंहमानों के आने का समय निर्धारित कर दें। अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलें लेकिन अपने बच्चे की परेशानी को भी समझें। बच्चे के साथ एक अच्छा समय बितायें और अभिभावक बनने के गौरव का अनुभव करें।

 

 

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