दिवाली आ गई है, हर कोई रोशनी के त्योहार पर खुश है और दिवाली के रंग में सराबोर है। दिवाली की मस्ती के बीच आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जरा सी लापरवाही आप पर भारी पड़ सकती है।
यूं तो हुड़दंग और शालीनता का संगम है दिवाली का त्योहार। बच्चे इस दिन पटाखों के साथ जश्न मनाते हैं, वहीं बड़े दिवाली कुछ अलग अंदाज में सेलिब्रेट करते हैं। लेकिन इस सबके बीच जरूरी है सावधानी। आपको अपने साथ ही अपने परिवार और पड़ोसियों का भी ध्यान रखना चाहिए। पटाखों की वजह से वायुमण्डल में इस समय प्रदूषण ज्यादा मात्रा में होता है। इस लेख के जरिए हम आपको बताते हैं कि खुशियों के इस त्योहार के बीच आप अपने साथ ही दूसरों का भी कैसे ध्यान रख सकते हैं।
- पटाखों की तेज आवाज कानों पर विपरीत असर डाल सकती हैं, इसलिए जरूर है कि आप दूर रहकर ही पटाखों में आग लगाएं। ऐसा करने से आप कानों में तेज आवाज की वजह से होने वाली परेशानी से बच सकते हैं।
- पटाखों का धुआं सांस संबंधी बीमारी और एलर्जी के साथ ही कई परेशानियों का कारण बन सकता है। अस्थमा के मरीजों के लिए यह बहुत नुकसानदेह है। साथ ही इससे आंखों पर भी विपरीत असर पड़ने की आशंका बनी रहती है। याद रखें पटाखों से दूरी बनाएं रखना आपके लिए ही फायदेमंद है।
- आपके घर में यदि छोटे बच्चे या गर्भवती महिला है, तो आपको तेज आवाज वाले पटाखों से बचना चाहिए। धमाकों की तेज आवाज छोटे बच्चों के साथ ही गर्भस्थ शिशु के कान और दिल पर असर डाल सकती है।
- दीपावली पर कई बार देखा अनार, रॉकेट और बम आदि लोगों की आंखों में जख्म का कारण बन जाते हैं। यहां तक कि कई लोगों आंखें भी चली जाती हैं। इसलिए जरूरी है कि आप जो भी करें सावधानी से करें।
- अस्थमा, सांस की बीमारी से पीड़ित और दिल रोगियों को पटाखे जलाने से बचना चाहिए।
- दिवाली मिठाईयों का त्योहार है, लेकिन यदि आप मधुमेह रोगी हैं तो आपके लिए ज्यादा मिठाई खाना नुकसानदेह हो सकता है। संभव हो तो आप ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें। इस समय मिठाईयों में मिलावट की आशंका रहती है।
- यदि आपको धुएं से एलर्जी है तो आप धुएं और प्रदूषण से बचने के लिए बाहर कम निकलें। साथ ही आप सांस के साथ प्रदूषण के कण अंदर जाने से रोकने के लिए मुंह पर गीला रूमाल रख सकते हैं।
- यदि आप अस्थमा के रोगी हैं और घर से बाहर जा रहे हैं तो हर समय अपने पास दवाई और इन्हेलर अपने साथ रखें। ताकि किसी भी तरह की परेशानी होने पर इसका इसका इस्तेमाल कर सकें।
- छोटे बच्चों को पटाखों से दूर रखना चाहिए। पटाखे जलाते समय आपको आंखों पर चश्मा लगाना चाहिए। पटाखों को घर के आंगन में न जलाकर खाली प्लान या मैदान में जलाना चाहिए। पटाखें जलाने के लिए टिन या खाली बोतल का इस्तेमा भी खतरनाक हो सकता है।
- पटाखों को जलाते समय आपको अपने आसपास पानी से भरी बाल्टियां तैयार रखनी चाहिए। ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से आप तुरंत निबट सकें।
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