लंबी यात्रा पर जाने के लिए 21वां हफ्ता है ठीक

आप दूसरी तिमाही के अंतिम महीने में हैं, आपको सुबह के समय होने वाली परेशानी कम हो गई होगी। गर्भावस्‍था के 21वें हफ्ते के बारे में जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
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लंबी यात्रा पर जाने के लिए 21वां हफ्ता है ठीक

आप गर्भावस्था की दूसरी तिमाही के दूसरे महीने में हैं। आपको पहले से ज्‍यादा आराम के साथ ही संतुलित आहार के सेवन की जरूरत है। यदि आप पहले से व्‍यायाम कर रही हैं, तो उसे नियमित रूप से करती रहे।

twenty one week of pregnancy
यदि आप लंबी यात्रा की योजना बना रही हैं, तो उसे पूरा करने का यही समय है। इसके बाद आपका लंबी यात्रा से दूर रहना ही अच्‍छा रहेगा। पहली तिमाही के मुकाबले अब आपको सुबह के समय होने वाली परेशानी भी कम होगी। इस समय आपके लिए बहुत कुछ तनावपूर्ण हो सकता है, लेकिन आपको तनाव अपने ऊपर हावी नहीं होने देना है। दर्द से राहत पाने के लिए आप शिशु के विकास के बारे में महसूस कर सकती हैं।

आपको गर्भावस्था के समय का पूरा आनंद लेना चाहिए। आप उत्‍साहित रहकर और अपना ध्यान रखकर प्रसव के बाद आने वाले अवसाद की संभावना को कम कर सकती हैं। कोशिश करें कि गर्भावस्‍था के बारे में ज्‍यादा न सोचें। यदि आप मानसिक और शारिरीक रुप से कमजोर हैं, तो आप अवसाद के साथ ही चिड़चिड़ापन महसूस कर सकती हैं। किसी भी तरह की परेशानी होने पर आप डॉक्‍टर से संपर्क करें।


पूरी गर्भावस्‍था के दौरान खुश और स्‍वस्‍थ्‍य रहने के लिए आप हल्‍के व्‍यायाम करें। आपको बाइक या स्‍कूटर की सवारी के साथ ही स्केटिंग व घुड़सवारी से भी दूर रहना चाहिए। इस समय टहलना और तैराकी आपके लिए फायदेमंद रहेगी। ढीले-ढाले कपड़े पहनना भी आपके लिए अच्‍छा रहता है। इस लेख के जरिए हम आपको बताते हैं इक्‍कीसवें हफ्ते के बारे में विस्‍तार से।

बच्चे का विकास

इस स्तर पर, बच्चे का रक्‍त परिसंचरण अच्छी तरह से हो रहा है। बच्चे की नाल की लंबाई और चौड़ाई बढ़ रही है। नाल के माध्यम से खून और शक्ति के साथ जोर से बहेगा, शिशु का आकार बढ़ने के साथ ही रक्‍त परिसंचरण ज्यादा होता जाएगा। जैसे ही आप दूसरी तिमाही से तीसरी तिमाही में पहुंचेंगी, शिशु के विकास में और तेजी आएगी। नाल अब लगभग बच्चे के आकार की हो चुकी है। इस समय बच्‍चे की लंबाई 7.2 इंच के आसपास और वजन करीब 10 से साढे दस औंस होगा।

इस हफ्ते में बच्चे के पाचन तंत्र का विकास जारी रहेगा। अब शिशु की आंत प्रसरण और आकुंचन कर सकती है। अब शिशु एमनिओटिक द्रव को निगलने की कोशिश कर रहा है, यह उसकी पाचन प्रणाली को परिपक्व करने में मदद करेगा। बच्चे को हिचकी भी आएंगी, यह शुरूआत में थोड़ा अजीब लग सकता है लेकिन बाद में आपको आपको इसकी आदत हो जाएगी।

बच्चे की भौहें और पलक पूरी तक विकसित हो गई हैं। नाखूनों ने उंगलियों को कवर कर लिया है। यह पाया गया है कि नवजात शिशुओं को उनके गर्भ में होने के दौरान जो कहानी सुनाई गई थी, वो जन्म के बाद उनको स्तनपान कराते वक्‍त अगर सुनाई जाती है तो वह तेजी से स्तनपान करते हैं। बच्चे गर्भावस्था के दौरान सुनी हुई आवाज को पहचान सकते हैं, और उसी तरह प्रतिक्रिया करते हैं।

यह माना जाता है कि यदि आप शिशु को आध्यात्मिक किताबें पढ़ कर सुनाती हैं, तो इसका असर भी बच्‍चे पर पड़ता है। शास्त्रीय संगीत और मुलायम आवाज बच्चे को लात मारने की आदत से रोक सकती हैं। ऐसे बच्‍चे शांत स्‍वभाव वाले होते हैं और उनकी आवाज सुखदायक होती है।

शरीर में परिवर्तन

गर्भावस्था के 21वें सप्‍ताह में आपका वजन दस से 15 पाउंड तक बढ़ना चाहिए। आपका वजन इससे ज्‍यादा या कम भी हो सकता है, इसलिए चिंता न करें। यदि आपको कोई चिंता है, तो उसके बारे में चिकित्सक से बात करे। इस समय आप अपने पेट को नाभि के लगभग आधा इंच ऊपर उठा हुआ महसूस कर सकती हैं। अब आपको दूसरे लोग भी देखकर बता सकते हैं कि आप गर्भवती हैं, यह महिला के लिए काफी सुखद अनुभव होता है। पैरों में ऐंठन और दर्द समस्‍या हो सकती है। घबराएं नहीं, यह परेशानी आमतौर पर होती है। व्‍यायाम करने से इसमें आराम मिलेगा।

रात में घुटनों के बीच में तकिया लगाकर सोने से भी पैरों के दर्द में राहत मिलेगी। पैर दर्द से राहत पाने के लिए यह भी जरूरी है कि आप एक ही स्‍थान पर ज्‍यादा देर तक खड़ी न हो। सामान्‍य दिनों के मुकाबले आपके पैरों पर ज्‍यादा वजन पड़ रहा है, तो आपको ऐंठन महसूस होगी। इस समय आरामदायक जूते पहनें।

क्या उम्मीद कि जाती है

इस समय आपकी भूख बढ़ जाती है। भोजन में 500 या इससे ज्‍यादा कैलोरी का सेवन करें। तले हुए खाद्य पदार्थों और जंक फूड से परहेज करे। कैलोरी बढ़ाने के लिए चिकन, फल और सब्ज‍ियों का सेवन करें। अपने चिकित्‍सक से बीच -बीच में परामर्श करती रहें। अगर आप को किसी भी सुझाव की जरूरत है, तो अपने चिकित्सक से बात करें। इस समय आपको क्या खाना चाहिए और क्‍या नहीं, इसकी सूची भी अपने चिकित्‍सक से बनवा लें।

पैरों पर सूजन आना इस समय सामान्‍य बात है, इसको लेकर चिंतित न हो। कुर्सी पर बैठते समय अपने पैरों को उठाकर स्‍टूल या किसी ऊंचे स्‍थान पर रख लें, इससे आपको राहत मिलेगी। नीचे बैठना हो तो पालती मारकर बैठना अच्‍छा रहेगा। किसी भी स्‍थान पर ज्‍यादा समय तक खड़े न रहे। आप शारीरिक और मानसिक रूप से जितना आराम करेंगी, उतना आपके होने वाले शिशु के लिए अच्‍छा रहेगा।

सुझाव


अब आप ऐसी अवस्‍था में हैं, जहां पर गर्भपात होने का खतरा न के बराबर है। अभी आपको कुछ कारणों को लेकर सावधानी बरती होगी। यह आपके साथ ही आपके होने वाले शिशु की बेहतरी के लिए भी अच्‍छा है। यदि आप बिजी शेड्यूल के बीच ज्‍यादा देखभाल नहीं कर पाती तो संतुलित आहार आपके लिए फायदेमंद साबित होगा। साथ ही भरपूर नींद भी आपके लिए अच्‍छी है। तनाव से बची रहें। इस समय बच्‍चा वही महसूस करता है जो आप महसूस करती हैं।

 


 

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