गर्भावस्‍था के दौरान खून की कमी को दूर करने के तरीके

गर्भावस्‍था के दौरान खून की कमी की शिकायत आम होती है, इसके पीछे क्‍या कारण हैं और इसका क्‍या दुष्‍प्रभाव हो सकता है, इसके बारे में हम आपको बता रहे हैं।
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गर्भावस्‍था के दौरान खून की कमी को दूर करने के तरीके

खून की कमी को एनीमिया कहते हैं। महिलाओं में ये समस्या बेहद आम होती है, खासतौर पर गर्भावस्था के दौरान। हालांकि सही मात्रा में पोषक तत्व युक्त भोजन इसका सबसे बेहतर उपाय है, ज्यादा समस्या होने पर खून चढ़ाने की भी जरूरत पड़ सकती है। एनीमिया की समस्या बढ़ने पर हृदयाघात भी हो सकता है। इसलिये समय रहते इस समस्या पर ध्यान देना जरूरी होता है। चलिये आज जानते हैं गर्भावस्‍था के दौरान खून की कमी को दूर करने की तरीके क्या हैं।

खून की कमी के कारण

ज्यादातर महिलाओं में हीमोग्लोबिन का स्तर कम ही पाया जाता है और वह अपनी गर्भावस्था इसी हालत में शुरू करती हैं। शोध बताते हैं कि भारत में लगभग 10 में से 6 महिलाएं एनीमिया या खून की कमी से पीड़ित होती हैं। यही कारण है कि डॉक्टर ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को आयरन की गोलियां लेने की सिफारिश करते हैं। गर्भवती महिलाओं में एनीमिया का प्रभाव अधिक होता है। गर्भावस्था के दौरान शरीर को अधिक मात्रा में विटामिन, मिनरल व फाइबर आदि की जरूरत होती है। रक्त में लौह तत्वों की कमी होने से शारीरिक दुर्बलता बढ़ती है।

 

 

खून की कमी के लक्षण

गर्भावस्था में शरीर में खून की कमी हो जाने पर थकान, कमजोरी, रंग का पीला पड़ जाना, सांस लेने में दिक्कत, नाखूनों, आखों या होठों का पीला होना और बच्‍चा पैदा करने में अन्य कई समस्‍याओं का समाना करना पड़ सकता है। दरअसल, जब महिला गर्भवती होती है तो उसका खून पतला हो जाता है और साथ ही साथ हीमोग्लोबिन की स्तर भी गिरने लगता है। गर्भावस्था में ये काफी सामान्य है। लेकिन, यदि हीमोग्लोबिन का स्तर 9 से कम हो जाए तो ये चिंता वाली बात होती है और गर्भवती महिला को अतिरिक्त आयरन की जरूरत पड़ती है। ऐसी स्थिति में उसे अपने खानपान का खयाल रखना चाहिए। खानपान के द्वारा खून में हीमोग्लोबिन बढ़ाया जा सकता है। नेचुरल चाइल्डबर्थ स्पेशलिस्ट नूतन पंडित इस वीडियो में यही बता रही हैं कि किस तरह से गर्भवती महिलाएं खून की कमी को खानपान की मदद से दूर की जा सकती है।


खून बढ़ाने वाले आहार

  • चुकंदर का सेवन करें। चुकंदर आयरन का अच्छा स्त्रोत है। इसे रोज खाने, सलाद या सब्जी के तौर पर शामिल कर शरीर में खून की कमी दूर होती है। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे, पालक, ब्रोकोली, पत्तागोभी, गोभी, शलजम और शकरकंद जैसी सब्जियां सेहत के लिए बहुत अच्छी होती हैं। वजन कम होने के साथ खून भी बढ़ता है। इनके सेवन से पेट भी ठीक रहता है।
  • सूखे मेवे जैसे खजूर, बादाम और किशमिश, अखरोटच व खुबानी आदि का सेवन करना चाहिए। इनमें आयरन की पर्याप्त मात्रा होती है।
  • फल जैसे खजूर, तरबूज, सेब, अंगूर, किशमिश और अनार आदि का सेवन करने से भी खून बढ़ता है। अनार खाना एनीमिया में बेहद लाभदायक होता है। गर्भावस्था में प्रतिदिन अनार का सेवन करें।


वे गर्भवती महिलाएं, जिनके शरीर में आयरन का स्तर ठीक होता है वे कम बीमार पड़ती हैं और उन्हें खांसी और जुकाम जैसे संक्रमणों की आशंका भी कम रहती है। ऐसी माओं के बच्चों को भी जन्म के समय ऑक्सीजन की कमी होने की आशंका कम ही होती है और शिशुओं के एपगार (APGAR) स्कोर भी बेहतर होते हैं। इसलिये पर्याप्त आयरन की खुराक लें और आप और आपके शिशु दोनों के बेहतर स्वास्थ्य को सुनिश्चित करें।



Image Source- Getty Images.

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