जैसे-जैसे लोगों में स्वास्थ्य को लेकर जागरुकता बढ़ रही है, जिम के प्रति उनका रुझान भी बढ़ रहा है। जिम और हेल्थ क्लब धीरे-धीरे महानगरीय जीवनशैली का हिस्सा बनने लगे हैं। लोगों का इस ओर देखने का नजरिया भी बदला है। पहले जहां जिम और हेल्थ क्लब को 'पहलवानी' की जगह भर माना जाता है, वहीं अब लोग इसे स्वास्थ्य और फिटनेस से जोड़कर देखने लगे हैं। जिम की जरूरत इसलिए भी बढ़ गयी है कि इससे इतर रोजमर्रा की जिंदगी में शारीरिक क्रिया-कलाप बेहद कम हो गए हैं। लेकिन, जिम जाने से पहले भी कुछ बातों का खयाल रखना बेहद जरूरी है।
जगह हो सही
जिम ज्वाइन करने से पहले इस बात का जरूर ध्यान रखें कि वहां पहुंचना कितना सुविधाजनक है। कहीं ऐसा तो नहीं कि आपका सारा वक्त बस वहां पहुंचने और वहां से लौटने में ही निकल जाए। ऐसे में व्यायाम पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित करना जरा मुश्किल हो जाता है। ऐसे जिम को प्राथमिकता दें जो घर या ऑफिस के नजदीक हो। यह आपके लिए सुविधाजनक रहेगा।
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सर्टिफाइड है राइट
जिम सर्टिफाइड (प्रमाणिक) होना जरूरी है। साथ ही वहां काम करने वाले भी कुशल व प्रमाण पत्र धारक हों। यही एक अच्छे और सही जिम की पहचान होती है। अनुभवहीन और अकुशल ट्रेनर या इंस्ट्रक्टर आपकी सेहत बनाने की बजाए उसे भारी नुकसान पहुंचा सकता है।
माहौल हो सही
जिम का माहौल भी सही होना जरूरी है। वहां कैसे लोग ट्रेनिंग के लिए आते हैं। एसी या अन्य सुविधाएं हैं या नहीं। क्या जरूरत पड़ने पर महिलाओं के लिए अलग वक्त और ट्रेनर दिया जा सकता है या नहीं। वॉशरूम आदि की सुविधा कैसी है आदि बातें भी काबिले-ग़ौर हैं। साफ-सफाई आदि को भी जरूर जांचें। अगर आप अपने वाहन से जिम जाना चाहते हैं तो उसकी पार्किंग के लिए भी जगह देख लें। ऐसा न हो कि उसे लेकर आपको किसी असुविधा का सामना करना पड़ा।
उपकरण भी हैं जरूरी
लड़कों और लड़कियों के उपकरण जरा अलग होते हैं। इसलिए जिम ज्वाइन करने से पहले इस बात को अच्छी तरह जांच लें कि वहां आपके लिए जरूरी उपकरण मौजूद हों। वरना इसका सीधा असर आपके वर्कआउट पर पड़ेगा। उपकरणों की संख्या भी काफी मायने रखती है। मशीनों की पर्याप्त संख्या होना भी जरूरी है अगर मशीनों की संख्या कम है तो आपका काफी वक्त इंतजार में ही बर्बाद हो सकता है।
ट्रेनर को परखें
जिम के बारे में पूछताछ जरूर करें। पूछताछ करते समय इंस्ट्रक्टर और ट्रेनर के निजी अनुभव भी पूछ लें। इस बात की पूरी तस्दीक कर लें कि ट्रेनर को वहां मौजूद उपकरणों के बारे में पूरी जानकारी हो। हां, अगर आपकी चाह पर्सनल ट्रेनर रखने की है तो उससे जुड़ी सभी जानकारियां और खर्चों के बारे में पता कर लें। कई बार पर्सनल ट्रेनर रखने का खर्चा अलग होता है।
फीस भी जरूरी
जिम की फीस भी मायने रखती है। इसके अलावा अन्य मदों का भी ध्यान रखें। कई जिम मासिक भुगतान के साथ ही अन्य कई खर्चों को भी जोड़ दिया जाता है। इसलिए जिम ज्वाइन करने से पहले इन सब खर्चों को भी जेहन में रखें।
कुछ अन्य बातों पर दें ध्यान
- अगर आपको जिम पसंद आ गया है तो उसकी हालत जांचने के लिए एक बार पीक ऑवर्स में वहां जाएं। इससे आपको उसकी हालत का सही अंदाजा लगाने में आसानी होगी।
- ज्वाइन करने से पहले एक दो दिन की ट्रायल क्लास लें। अगर जिम आपकी पसंद और जरूरत पर खरा उतरता है तभी उसे ज्वाइन करें।
- जिम के टाइम को लेकर किसी तरह की दुविधा में न रहें। अपनी सुविधा के अनुसार वक्त का चुनाव करें और उसे ही तय करें। इस बात को पुख्ता कर लें ताकि बाद में कोई परेशानी न हो।
Image Source : Getty
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