रजोनिवृत्ति को प्रभावित करती हैं गर्भनिरोधक दवाएं

गर्भावस्था को रोकने के अलावा गर्भनिरोधक गोलियों के अतिरिक्‍त प्रभाव भी हैं।
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रजोनिवृत्ति को प्रभावित करती हैं गर्भनिरोधक दवाएं

Garbhnirodhak dawaye rajonivritti ko kaise prabhavit karti hai

गर्भनिरोधक गोलियाँ केवल गर्भावस्था को रोकने के परिणाम के अलावा और भी अन्य प्रभाव ड़ालती है। यह मौखिक गर्भ निरोधक गोलियाँ पेरी रजोनिवृत्ति और रजोनिवृत्ति के लक्षणों के साथ निपटने के लिए एक विकल्प के रूप में भी व्यापक रूप से उपयोग की जाती है। हालांकि इसे आधिकारिक तौर पर एफडीए (फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन) द्वारा मान्यता नही मिली हैं, लेकिन गर्भनिरोधक गोलियो को अक्सर रजोनिवृत्ति के लक्षणों के उपचार के लिए डॉक्टरों द्वारा निर्धारित किया जाता है।

गर्भनिरोधक गोलियों में समाविष्ट जो हार्मोन गर्भावस्था को रोकने में प्रभावी रहते हैं, वही रजोनिवृत्ति संक्रमण के दौरान महिलाओं द्वारा सामना किये जाने वाली विभिन्न् समस्याओं के उपचार में भी कारगर है। कम खुराक की गर्भनिरोधक गोलियाँ जो एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन या दोनों के एक संयोजन के आधार पर बनी होती हैं, वहँ रजोनिवृत्ति के कुछ लक्षणों में प्रभावी हैं, उदाहरण के लिए:

  • अनियमित मासिक धर्म और गर्म चमक: रजोनिवृत्ति के दौरान गर्भाशय प्रभावित होता हैं, जिससे "सामान्य" माहवारी के बीच में रक्तस्त्राव होता है। यहाँ एक गर्भनिरोधक गोली मासिक धर्म चक्र को नियमित करने के लिए हार्मोन के आवश्यक संतुलन को प्राप्त करने में मदद करती है। मासिक धर्म चक्र को विनियमित करने की तरह, गर्भनिरोध गोलियाँ महिलाओं को अनुभव होने वाले गर्म चमक में भी मदद करती है। तथापि वह किस तरह से मदद करती हैं, यह अभी भी अज्ञात है, लेकिन हार्मोन के स्तर को बनाए रखने में उनकी सहायता से गर्म चमक की घटना को रोक लगती है।
  • डिम्बग्रंथि और गर्भाशय के कैंसरः गर्भनिरोधक गोलियां डिम्बग्रंथि, गर्भाशय और पेट के कैंसर की घटनाओं को कम करने में प्रभावी रहती हैं।
  • ऑस्टियोपोरोसिस: गर्भनिरोधक गोलियाँ एस्ट्रोजेन के स्तर में सुधार करने में भी मदद करती हैं, इस प्रकार हड्डीयों के नुकसान को रोकती हैं।
  • त्वचा की स्थितीः गर्भनिरोधक गोलियाँ रजोनिवृत्ति के दौरान होने वाली आम समस्या जैसे त्वचा छिलना या दाग धब्बों को कम करने में सकारात्मक प्रभाव ड़ालती है।

 
हालांकि कम खुराक की गोलियों का इस्तेमाल काफी हद तक उपरोक्त लक्षणों के खिलाफ किया जाता हैं, लेकिन कई डॉक्टरों को अभी भी रजोनिवृत्ति के लक्षणों के लिए इन गोलियों को देने के लिए सवाल कर रहे हैं। कम खुराक की गर्भनिरोधक गोलीयाँ कुछ महिलाओं के लिए हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी के रूप में अर्थात् रक्त के थक्के, कैंसर का खतरा, पित्ताशय की थैली रोग और मनोदशा पर नकारात्मक प्रभाव के लिए एक प्रतिकूल चिंता का समर्थन करती हैं।

रजोनिवृत्ति संक्रमण काल में याने 3 – 5साल के लिए, एक बार महावारी बंद होने पर भी आपको गर्भनिरोधक गोलियों को शुरु रखने की जरुरत पड़ सकती हैं। आपके चिकित्सक की उचित चिकित्सा सलाह के साथ आप इन गोलियों का उपयोग रोकने का तय कर सकते हैं और अपने रजोनिवृत्ति का प्रबंधन कर सकते हैं।

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