एक निर्देशिका के हिसाब से जो की अमेरिकन कोलेज आफ ओब्स्तेत्रिक्स एंड गायनेकोलोजिस्ट द्वारा बनाई गयी है, महिलाओं को स्तन के कैंसर की जांच 40 साल की उम्र में करा लेनी चाहिए और 50 साल की उम्र तक का इन्जार नहीं करना चाहिए । इस संस्थान के हिसाब से महिलाओं में स्तन के कैंसर के कारण मौत होने की संभावना बढ़ जाती है अगर वे 50 साल की उम्र के बाद मेमोग्राम कराना चालू करती हैं ।
इस खबर का पूरे अमरीका में महिलाओं द्वारा स्वागत किया गया क्योंकि यह बात सही है की स्तन के कैंसर का निदान जल्द से जल्द होने में उसके सफल उपचार में बहुत मदद मिलती है ।यहाँ तक की यूएस के कई कलाकार इस आंदोलन को बढ़ावा दे रहे हैं और वे सब यह बात जानकर भी बहुत खुश हैं की यूएस प्रिवेंटिव टास्क फ़ोर्स द्वारा जो महिलाओं के लिए निर्देश दिए गए थे उनको नकार दिया गया है ।इस टास्क फ़ोर्स के हिसाब से महिअलाओ को 50साल तक का इन्जार करना छ्हिये ताकि वे मेमोग्राम करा सके और उनको हर साल अपनी जांच करानी छ्हिये और हर २ साल में जांच कराना बहुत ही बढ़िया रहेगा ।
यूएस में स्तन के कैंसर की वजह से महिअलाओ की मौत 39, 520 तक पहुँच गयी है और सिर्फ 2011 में ही 230, 480 घटनाओ का पंजीकरण हुआ है ।इसलिए यह निर्देश सही दिशा में एक बहुत ही बढ़िया कदम है अगर हम स्तन के कैंसर के उपचार और उसके निदान के नज़रीए से देखे तो ।हम यह सिर्फ उम्मीद ही क्र सकते है की इंडिया जैसे देश में भी ऐसे निर्देश आए जहाँ पर २०१० में लगभग 9000 घटनाये आई थी और ज्यादातर स्तन के कैंसर का निदान बहुत ही अग्रिम धसा में होता है, जिसकी वजह से स्तन के कैंसर से होने वाली मौत की संभावना बढ़ जाती है ।