जानें क्‍यों करायें दमा रोग में एलर्जी टेस्‍ट

एलर्जी की समस्या कहीं भी कभी भी हो सकती है। ऐेसे में अगर दमा हो और एलर्जी हो तो जान पर आ सकती है। इसलिए समय-समय पर दमा रोग में एलर्जी जांच कराते रहना चाहिए।
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जानें क्‍यों करायें दमा रोग में एलर्जी टेस्‍ट

क्या एलर्जी परीक्षण से अस्थमा के लक्षणों को और अस्थमा को पहचाना जा सकता है। क्या एलर्जी परीक्षण से अस्थमा और सांस संबंधी समस्याओं को रोकने में मदद मिल सकती है। ऐसे सवाल अकसर लोगों के मन में उठते हैं लेकिन ऐसा संभव नहीं है। सिर्फ एलर्जी की जांच से अस्थमा का निदान करना संभव नहीं है। लेकिन यदि आपके एलर्जी से कई तरह के टेस्ट करवाएं जाएं तो डॉक्टर्स को अंदाजा हो जाता है तो आपको किस तरह की एलर्जी होती है या फिर कहीं आप एलर्जिक अस्थटमा के शिकार तो नहीं। बहरहाल, आपके डॉक्टर्स अस्थमा के लक्षणों को पहचानने के लिए आपको सिर्फ एलर्जी की जांच नहीं लिखेंगे लेकिन यदि आप खुद से एलर्जी टेस्ट करवाना चाहते हैं तो आप सिर्फ एलर्जी के बारे में ही जान पाएंगे कि आपको एलर्जी है या नहीं। लेकिन सवाल ये उठता है कि एलर्जिक अस्थमा का पता लगाने के लिए क्या किया जाएं। क्या दमा रोग में एलर्जी जांच जरूरी है। तो आइए जानें दमा रोग में एलर्जी जांच क्यों होती है।

Asthma

हमारी चिकित्सा पद्वति में कई तरह के एलर्जी टेस्ट करवाएं जाते हैं जो शायद अस्थमा की पहचान करने और अस्थमा के प्रकार को जानने के लिए मददगार साबित हो सकते है। इन टेस्ट में एलर्जी स्किन टेस्ट, एलर्जी ब्लड टेस्ट और कई एलर्जी टेस्ट उस स्थिति में करवाएं जाते हैं जब आप एलर्जी की समस्या‍ से गुजर रहे होते हैं। इन टेस्ट के जरिए यदि आपको कोई त्वचा संबंधी संक्रमण है या फिर कोई गंभीर समस्या है तो उसका पता लगाया जा सकता है। एलर्जी टेस्ट के बाद आपका डॉक्टर अस्थमा के स्वरूप को जान सकता है और एलर्जी के लक्षणों का भी पता लगा सकते है। यदि इसी हिसाब से आपकी अस्थमा की चिकित्सा की जाएगी तो आपका अस्थमा का सही उपचार हो पाएगा।

 

एलर्जी स्किन टेस्ट

एलर्जी स्किन टेस्ट बहुत जल्दी और विश्वसनीय होता है। इसमें आपकी लागत भी बहुत अधिक नहीं आती। इसके साथ ही आपके डॉक्टर एलर्जी जांच से इस बात का पता लगा लेते हैं कि आपको अस्थमा है या अस्थमा होने के कारण क्या हैं। एलर्जी टेस्ट का रिजल्ट कुछ ही घंटों में त्वचा की जांच से पता चल जाता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप अपने चिकित्सक से एलर्जी स्किन टेस्ट करवाने से पहले अपनाए जाने वाले रूल्स के बारे में पता करें।

यदि अस्थमा का मुख्य कारण एलर्जी है तो दमा रोग में एलर्जी जांच करवाना और भी जरूरी हो जाता है। जिससे अस्थमा के बारे में सही-सही जानकारी ली जा सकें। एलर्जी जांच के लिए इंजेक्शंस का इस्तेमाल किया जाता है। जिसमें इम्यूनोग्लोबिन ई (immunoglobulin E (IgE)) मेडीसन डाली जाती है। इस केमिकल के जरिए एलर्जी के स्वरूप को आसानी से पहचाना जा सकता है। इस इंजेक्शन के जरिए आपको जैसी भी एलर्जी होगी उसके बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है।

  • इसके अलावा आपके चिकित्सक त्वचा परीक्षण के लिए प्रिक , इंटराडर्मल और पैच ( prick, intradermal, or patch) का उपयोग भी कर सकते हैं।
  • इसके साथ ही दमा रोग की जांच के लिए एलर्जी टेस्ट में एलर्जी ब्लड टेस्ट भी शामिल है। एलर्जी ब्लड टेस्ट भी एलर्जी स्किन टेस्ट की तरह से किया जाता है।
  • दमा रोग में एलर्जी जांच में रेडियोएलर्जोजारबेंट टेस्ट (Radioallergosorbent Test (RAST)) और क्वान्टेटिव इम्यूनोग्लोबिन डेटरमिनेशन टेस्ट (Quantitative Immunoglobulin Determination Test )भी किए जाते हैं।

 

क्यों कराएं जांच

आज शहरीकरण के दौर में हर चीज पॉल्यूटेड हो गई है। कौन सी चीज आप पर कैसे रिएक्ट करेगी इसका अंदाजा आपको भी नहीं होता। खासकर दमा के समय तो हर चीज को लेकर सतर्क होना चाहिए। आफ रास्ते में चह रहे हों। और आपको अचानक इचिंग होने लगे या रेशेज आ जाए तो समझ जाइए की ऐसी कोई चीज आपके सामने मौजूद है या गुजरी है जिससे आपको एलर्जी है। कई बार एलर्जी के बारे में पता नहीं होता और ये पहली बार होती है। अगर आप दमा के मरीज हैं तो ये एलर्जी और भी खतरनाक हो जाती है। सांस के प्रभाव के साथ एलर्जी के प्रभाव जानलेवा भी हो सकता है। इन सब घटनाओं से बचने के लिए दमा के दौरान एलर्जी की जांच करानी जरूरी है।

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