दुनिया जब महानतम लोगों की गिनती करती है तो उसमें स्टीव जॉब्स टॉप में शामिल होते हैं। स्टीव जॉब्स की गिनती दुनिया के सबसे बेहतरीन बिजनेसमैन, सक्सेस प्लानर और एंटरप्रेन्योर में होती है। 24 फरवरी 1955 को अमेरिका के कैलिफोर्निया में जन्मे स्टीव की मौत भले ही 5 अक्तूबर 2011 को हो गई लेकिन वो आज भी सभी लोगों को प्रेरित करते हैं। उन्होंने अपने 56 वर्ष की छोटी सी जि़न्दगी में बहुत सारी सफलताएं हासिल कीं जो हर किसी को नहीं मिल पाती।
स्टीव जॉब्स की लाइफ
स्टीव एक सामान्य फैमिली से आते हैं। उनके पिता मैकेनिक थे और उनकी मां अकाउंटेट थीं। ऐसे में समझा जा सकता है कि उन्होंने अपनी लाइफ एक बहुत ही सामान्य मध्यम वर्ग परिवार में गुजारी। लेकिन उनकी यी सामान्य फैमिली ने उन्हें कुछ असामान्य करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने जिंदगी के सारे साधनों के अभाव में दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनी बनाई। जिसकी कर्जदार आज भी दुनिया है। उन्होंने एपल बनाया है जो आज भी एक ब्रांड है और जिसके पीछे दुनिया भागती है। इस लेख में आज हम आपको बताने वाले हैं कि किस तरह से स्टीव जॉब्स ने एप्पल को दुनिया की सबसे बड़ी कम्पनी बनाया।
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स्टे हंगरी, स्टे फुलिशचीज़ों को सरल बनाएं
स्टीव ने ये एक लाइन 2005 में स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में कही थी। उनके इस विडियो को आप भी यू ट्यूब पर देख सकते हैं। जो नहीं देख सकते हैं वो ये लेक पढ़ के भाषण का सार जान सकते हैं। उन्होंने कहा था कि आपको कभी भी कुछ एक सफलताओं के बाद संतुष्ट नहीं हो जाना चाहिए। आप अपनी जिंदगी में कभी भी और कहीं भी काफी कुछ कर सकते हैं। आपके पास खुद में सुधार करने के लिए हमेशा कुछ ना कुछ बचता है। उसे सुधारें और आगे बढ़ें। लोग एक छोटी सी जॉब पाकर खुश हो जाते हैं और एक पोस्ट ऊपर पहुंचकर और बॉस बनने के बाद अपने से नीचे के लोगों और फ्रेशर कलीग्स पर ऑर्डर जमाकर दुनिया जीत लेने सा महसूस करते हैं। और जिस दिन आप ये महसूस करने लगें तो समझ जाएं कि आपकी बर्बादी और असफलता शुरू हो गई है। ऐसे में भूखे रहें। कुछ नया सीखने की हमेशा भूख रखे। साथ ही जि़न्दगी में सीखने के लिए बहुत कुछ होता हैं आप पूरी जि़न्दगी कुछ न कुछ सीख सकते हैं। इसलिए हमेशा बेवकूफ बने रहें और दूसरो से कुछ ना कुछ ग्रहण करते रहें।
एप्पल ने दुनिया को बेहतरीन प्रोडक्ट दिया है जिसकी क्वालिटी लाजवाब है लेकिन इसे इस्तेमाल करना काफी आसान है। सात ही स्टीव जॉब्स सिम्पलीसिटी में विश्वास रखते थे। उन्होंने हर चीज को सरल तरीके से देखा और सरल तरीके से बनाया। उनका मानना था कि सिम्पलीसिटी से आप बेकार के तामझाम से बच जाते हैं।
"यही मेरी जि़न्दगी के मन्त्र रहे हैं - फोकस और सिम्पलीसिटी। सिम्पलीसिटी जटिलता से ज़्यादा मुश्किल होती है। इसलिए चीज़ों को सरल बनाने के लिए ज़्यादा मेहनत करनी पड़ती है।" -स्टीव जॉब्स
काम से प्यार करें
जो चीज बिल्कुल पसंद नहीं वो बिल्कुल ना करें। स्टीव ने अपनी पसन्द का काम करने के लिए कॉलेज छोड़ दिया था। यह एक बहुत बड़ा जोखिम था, लेकिन स्टीव को विश्वास था कि अपने काम में असफल होने पर भी उन्हे अपने इस फैसले का मलाल नहीं होगा। आपको लोगों की बातों पर ध्यान नही देना चाहिए, अपने अन्र्तमन की बात सुनें।
"आपका समय सीमित है, इसे किसी और की जि़न्दगी जीने में मत गवांईये। लोग क्या कहते हैं इस बात पर ध्यान मत िदजिए। दूसरों की सलाह के शोर के बीच में अपने अन्र्तमन की आवाज़ को खोने न दें। अपने अन्र्तमन की आवाज़ को सुनने के लिए आपको साहसी बनना पड़ेगा। क्योंकि आपका अन्र्तमन यह जानता है कि आपके लिए सही क्या है।" -स्टीव जॉब्स
हमेशा कुछ नया करने की कोशिश करें
जैसे कि इंसान बोर होता है तो कुछ नया और अल्टीमेट करता है। वैसे ही स्टीव जॉब भी हमेशा कुछ नया करने को कहते थे। स्टीव का मानना था कि अगर आप हमेशा कुछ नया करते रहेंगे तो आपको कभी भी असफलता का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसलिए एप्पल के प्रोडक्ट्स में हमेशा कुछ न कुछ नया होता ही है। और इसी नयेपन की वजह से लोग उन्हे पसन्द करते हैं।
"अगर आप कोई काम करते हैं और उसका परिणाम अच्छा आता है तो आपको कोशिश करनी चाहिए की अगली बार उस काम को और बेहतर तरीके से करें। इस पर टिके मत रहिये, सोचिए कि आगे क्या बेहतर किया जा सकता है।" -स्टीव जॉब्स
असफलता से सबक लें
असफलता आपको हराने के लिए नहीं कुछ ना कुछ नई चीज सिखाने के लिए जिंदगी में आती है। उससे सबक लें और सफलता का दामन चूमे। जब आप अपने सपने को पूरा करने में जुट जाएंगे तो रास्ते में आपको असफलता का सामना तो करना ही पड़ेगा। सभी को असफलता का सामना करना पड़ता है। इसलिए असफलता से घबराने की ज़रूरत नहीं है, आपको इससे सबक सीख कर आगे बढ़ते रहना चाहिए।
"जब आप कोई नया काम करते हैं तो उसमें कुछ एक गलतियां हो जाती हैं। इसलिए अपनी गलतियों को स्वीकार करें। और सुधार करके आगे बढ़ें।" -स्टीव जॉब्स
कभी हार न माने
कभी भी हार ना मानें। इंसान केवन मरने के बाद हारता है। इस एक मंत्र को याद कर लें और हमेशा प्रयास करते रहें। खासकर तो अपने सपने को पूरा करने में कभी हार ना मानें। स्टीव का मानना था कि सपना बहुत कीमती चीज है जिसे पूरा करने में दिल से जुट जाएं सफलता जरूर मिलेगी। शुरुआत में जब आप अपने सपने को पूरा करने में जुटेंगे तो रास्ते में आपको असफलता का सामना तो करना ही पड़ेगा। ऐसे में दृढ़ होकर अपने काम मे लगे रहें। सपना देखने की हिम्मत कर सकते हैं तो उसे आप पूरा भी कर सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि एक बार स्टीव को एप्पल से बाहर निकाला गया था। लेकिन उन्होने हार नहीं मानी। एपल से निकलने के बाद उन्होंने पिक्सर और नेक्स्ट नामक दो अन्य कम्पनियों की स्थापना की। ये दो कम्पनियां उस समय अपने क्षेत्र में अग्रणी बन गई थी औऱ आज भी हैं। ये कम्पनियां एनिमेटेड मूवीस आदि बनाती थीं। इसलिए मार्केट में अपनी पैठ बनाने के लिए एप्पल को दोनों कम्पनियों को खरीदना पड़ा और इस तरह स्टीव जॉब्स एप्पल में वापस आ गए।
"मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि ज़्यादातर लोग दृढ़ कमी के कारण असफल होते हैं।" -स्टीव जॉब्स
क्वालिटी पर ज़्यादा ध्यान दें
दुनिया में अच्छी चीजों का दूसरा कोई विकल्प नहीं है। आज मार्केट में कई ब्रांड हैं औऱ वो भी उच्च कोटी के हैं। लेकिन एप्पल के प्रोडक्ट्स यदि किसी चीज़ के लिए सबसे ज़्यादा मशहूर हैं तो वह क्वालिटी के लिए ही है। तो ये हैं हमारे, तुम्हारे और पूरी दुनिया के स्टीव जॉब्स की सफलता के कुछ एक सूत्र जो आज भी हर एक शख्स को प्रेरित करती है।
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