अर्थराइटिस एक आम समस्या है, इस समस्या में जोड़ों में तेज दर्द होता है। गठिया का रोग कई प्रकार का होता है। इस समय जोड़ों में दर्द, सूजन और लालिमा होने लगती है। खासकर बड़ी उम्र के लोगों को गठिया की समस्या होती है। लेकिन कई मामलों में ये युवाओं को भी प्रभावित करने लगी है। योग में ऐसे कुछ आसनों का जिक्र मिलता है जिनके निरंतर अभ्यास से जोड़ों के दर्द को कम किया जा सकता है। आगे जानते हैं ऐसे ही कुछ योगासनों के बारे में।
पश्चिमोत्तासन
- इस पोज को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर बैठ जाएं, इसमें आपकी पीठ सीधी हो और पैर सामने की ओर हो।
- फिर अपने हाथों को सिर से ऊपर की ओर उठाएं और हाथों को खींचते हुए सांस लें।
- इसके बाद सांसों को बाहर की ओर छोड़ें और धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें।
- अपने सिर को अपने पैर की उंगलियों पर लाएं। धीरे-धीरे अपनी रीढ़ को आगे की ओर झुकाएं और पैरों को छुएं।
- इसके बाद अपनी प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।
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वॉरियर पोज
- इस पोज का अभ्यास करने के लिए अपने पैरों को चौड़ा करके सीधे खड़े हो जाएं।
- अपने दांए पैर को 90 डिग्री और बाएं पैर को 15 डिग्री आगे की ओर झुकाएं।
- अपनी हथेलियों को छत की ओर रखते हुए अपनी भुजाओं को कंधे की लंबाई तक उठाएं।
- फिर इसके बाद अपने घुटने को मोड़ें और अपने सिर को दाहिनी ओर मोड़ें।
- धीरे-धीरे ऊपर आएं और अपने हाथों को नीचे रखें।
- फिर प्रारंभिक स्थिति में वापस आ जाएं।
चक्रवाकासन
- सबसे पहले अपने घुटनों और हाथों से शुरू करें, अपनी कलाई को कंधों के नीचे और घुटनों को अपने कूल्हों के नीचे रखें।
- धीरे-धीरे सांस लें और काउ पोज लें, मतलब पेट के बल लेट जाएं और अपनी छाती व ठोढ़ी को ऊपर उठाकर अपनी बॉडी को ऊपर की ओर उठाएं।
- अब कंधों को कानों से ऊपर की ओर फैलाएं।
- सांस छोड़ते हुए धीरे से कैट पोज लें यानी पेट को उठाएं और उसे रीढ़ की तरफ धकेलें और इसे छत की तरफ ऊपर उठाएं।
- अब सांस लें और दोबारा काउ पोज को दोहराएं।
त्रिकोणासन
- इस पोज को करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों पैरों को अलग करके सीधे खड़े हो जाएं।
- सांस लें और इसे छोड़ते हुए बॉडी को दाईं तरफ हिप्स की तरफ बेंड करें, अब अपने राइट हैंड को सिर की तरफ सीधा करें।
- यह सुनिश्चित करें कि आपका राइट हैंड आपके राइट ईयर के समानांतर रहे।
- लेफ्ट हैंड को अपनी पिंडली, टखने या फर्श पर टिकाएं जबकि राइट हैंड को छत की तरफ सीधा खींच कर रखें।
- अपनी बॉडी को बगल में झुकाकर रखें न कि पीछे या आगे की ओर।
- फिर सांस लें और शुरुआती पोजिशन में लौट आएं।
- अब इसे दूसरी तरफ दोहराएं।
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वृक्षासन
- हाथों को बगल में रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं।
- अब दाहिने घुटने को मोड़ें और दाहिने पैर को बाईं जांघ पर रखें।
- जब आपका बैलेंस बन जाए तब सांस लें और अपनी भुजाओं को अपने सिर की तरफ ऊपर उठाएं।
- अपनी दोनों हथेलियों को आपस में मिलाकर नमस्ते की मुद्रा बनाएं।
- अपनी नजरें सीधी रखें, पोज को बनाएं रखें और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें।
- अब सांस छोड़ें और धीरे-धीरे अपने हाथों को बगल से नीचे लाएं।
- पैर को वापस उसकी शुरुआती स्थिति में लेकर आएं।
अगर गठिया के दर्द से परेशान हैं तो इन आसनों को करके देख सकते हैं। लेकिन लाइफस्टाइल में किसी भी प्रकार के बदलाव से पहले एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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