
Yoga for Blocked Ears: लगातार बढ़ते ध्वनि प्रदूषण के कारण कानों से जुडी समस्याएँ तेजी से बढ़ रही हैं। कम उम्र में कान से कम सुनाई देने की समस्या अब बहुत आम है। ज्यादा तेज आवाज में म्यूजिक सुनना, ईयरफोन और ईयरबड्स का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करने की वजह से कानों से जुडी समस्याएं तेजी से बढ़ रही हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अनुमान के मुताबिक साल 2050 तक दुनियाभर में हर दूसरा व्यक्ति कान से जुडी परेशानी या बहरेपन की समस्या से ग्रसित होगा। कान से जड़ी समस्याओं से बचाव के लिए आपको कानों की विशेष देखभाल करनी चाहिए। कान में मैल जमने की वजह से भी आपको कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। कई बार कान में मैल जमने, पानी चले जाने या किसी तरह की इंजरी के कारण कान बंद होने की समस्या हो जाती है। कान बंद होने की समस्या में कुछ योगासनों का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं कान बंद होने पर किन योगासनों का अभ्यास फायदेमंद होता है।
कान बंद होने पर करें ये योगासन- Yoga for Blocked Ears in Hindi
कान बंद होने की समस्या सर्दी-जुकाम, इन्फेक्शन के अलावा कान में मैल जमने और पानी जाने की वजह से भी हो सकती है। कान से जुड़ी परेशानियों में सबसे पहले आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। कानों से जुड़ी परेशानियों को नजरअंदाज करना बहुत गंभीर हो सकता है। कान से जुड़ी समस्याओं में कुछ योगासनों का अभ्यास बहुत उपयोगी होता है।
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आइये जानते हैं कान बंद होने पर किन योगासनों का अभ्यास फायदेमंद होता है-
1. भुजंगासन
कान बंद होने की समस्या में भुजंगासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। नियमित रूप से भुजंगासन का अभ्यास करने से आपको कान बंद होने के अलावा कम सुनाई देने या कान से जुड़ी दूसरी समस्या में भी बहुत फायदा मिलता है। भुजंगासन का अभ्यास बहुत आसान होता है। भुजंगासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। इसके बाद दोनों पैरों को सीधा करने हुए आपस में मिला लें। कंधे के नीचे हथेली को रखें और फिर गर्दन और सिर से ले जाते हुए पेट तक ले जाने की कोशिश करें। इस स्थिति में थोड़ी देर रहें और लम्बी सांस लें और फिर सामान्य मुद्रा में आ जाएं। 4 से 5 बार इन स्टेप्स को दोहराएं।
2. शवासन
शवासन का अभ्यास बहुत ही आसान होता है और इसे योगासनों का अभ्यास करने के बाद शरीर को कूल डाउन करने के लिए किया जाता है। इस योगासन का अभ्यास करने से आपका शरीर रिलैक्स करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। शवासन का अभ्यास करने के लिए आप सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और शरीर को सामान्य मुद्रा में छोड़ दें। इसके बाद आँखों को बंद कर लें। इस स्थिति में सांसों को सामान्य रूप से चलने दें और किसी एक चीज पर ध्यान केंद्रित करें।
3. मत्स्यासन
मत्स्यासन का अभ्यास करना कानों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। मत्स्यासन का अभ्यास करने से बंद कानों से छुटकारा मिलता है। मत्स्यासन का अभ्यास करने के लिए आप सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं और फिर सांस अंदर खींचे और सीने को ऊपर की तरफ उठाएं। इसके बाद इस स्थिति में कुछ देर रहें और फिर सामान्य अवस्था में आ जाएं।
4. भ्रामरी प्राणायाम
भ्रामरी प्राणायाम का अभ्यास करने से आपके दिमाग और मन को बहुत फायदा मिलता है। इसका अभ्यास करने के लिए सबसे पहले पद्मासन में बैठकर आंखों को बंद कर लें। इसके बाद तर्जनी उंगली को ऊपर उठाएं और कानों पर रख लें। इसके बाद दूसरी उंगली को कान और गाल के पास रखें। इसके बाद गहरी सांस लें और सांस बाहर की तरफ छोड़ें। इस क्रिया को लगभग 7 से 8 बार दोहराएं।
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इन योगासनों का नियमित अभ्यास करने से आपको बंद कान की समस्या में बहुत फायदा मिलता है। योगासनों का नियमित अभ्यास करने से आपके शरीर को बहुत फायदा मिलता है। कान से जुड़ी बीमारी या समस्या में आपको लापरवाही बिलकुल भी नहीं करनी चाहिए। कान से जुड़ी परेशानियों के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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