सेहतमंद रहने के लिए ब्लड प्रेशर के स्तर को सामान्य रखना बहुत जरूरी है। हाई ब्लड प्रेशर की बात हो या लो ब्लड प्रेशर की, इन दिनों ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने की समस्या लोगों में बहुत आम है। अगर ब्लड प्रेशर कंट्रोल में नहीं रहता है, तो यह कई गंभीर रोगों के जोखिम को भी बढ़ाता है, जिनमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी समस्याएं सबसे आम हैं। ब्लड प्रेशर अनियंत्रित होने का सबसे बड़ा कारण हमारा खराब खानपान और जीवनशैली है। साथ ही वर्तमान समय में ज्यादातर लोग अपना अधिकांश समय मोबाइल, लैपटॉप पर और लेटकर या एक ही जगह बैठकर बिताते हैं। लेकिन शारीरिक गतिविधियां बहुत कम करते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल नहीं रहता है।
ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने के लिए आपको स्वस्थ जीवनशैली को फॉलो करने के साथ ही एक्सरसाइज करने से काफी लाभ मिल सकता है। साथ ही कुछ योग मुद्राओं का अभ्यास भी बहुत कारगर साबित हो सकता है। योगाचार्य जूही कपूर की मानें, तो ब्लड प्रेशर को रेगुलेट करने के लिए व्यान मुद्रा (Vyan Mudra) का अभ्यास काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। आइए जानते हैं आप व्यान मुद्रा का अभ्यास कैसे कर सकते हैं।
ब्लड प्रेशर रेगुलेट करने के लिए व्यान मुद्रा कैसे फायदेमंद है- Vyan Mudra To Regulate Blood Pressure
जूही कपूर के अनुसार लो ब्लड प्रेशर हो या हाई ब्लड प्रेशर, व्यान मुद्रा का अभ्यास दोनों में फायदेमंद है। यह मुद्रा तर्जनी उंगली (वायु तत्व) और मध्यम उंगली (अंतरिक्ष तत्व) के साथ-साथ अंगूठे (अग्नि तत्व) का संयोजन है। व्यान मुद्रा का नियमित अभ्यास करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। साथ ही यह शरीर के तीनों दोष (वात, पित्त, कफ) को भी संतुलन में रखने में मदद करती है। इसके अभ्यास से ब्लड प्रेशर के सामान्य स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है। यह न सिर्फ हाई ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करती है, बल्कि लॉ ब्लड प्रेशर को सामान्य करने में भी मददगार है।
इसे भी पढें: डिलीवरी के बाद पेट की चर्बी कम करने के लिए बेस्ट योगासन है अर्ध हलासन, जानें करने का तरीका
View this post on Instagram
व्यान मुद्रा के अन्य लाभ- Vyan Mudra Benefits
व्यान मुद्रा का अभ्यास करने से दिल को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है। यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मददगार है और स्वप्नदोष की समस्या दूर होती है। इसके अलावा पेशाब संबधी सभी समस्याओं के लिए यह एक रामबाण उपाय है।
कैसे करें अभ्यास
- व्यान मुद्रा का अभ्यास करने के लिए आपको सबसे पहले पालती मारकर बैठना है।
- अब अपने दोनों हाथों की मध्यमा उंगली के अग्रभाग को अंगूठे से मिलाएं। अपनी तर्जनी उंगली को नाखून से स्पर्श करते हुए बाकी उंगलियों को सीधा रखें।
- दोनों हाथों को अपनी जांघ या घुटनों के ऊपर रखें।
- ध्यान रखें कि इस दौरान आप सांस लेते और छोड़ते रहें। आपको अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करना है।
- आप दिन में 10 से 15 मिनट इसका अभ्यास कर सकते हैं।
इसे भी पढें: खर्राटों से छुटकारा पाना है तो रोज करें आदि मुद्रा का अभ्यास, जानें तरीका
ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने के लिए व्यान मुद्रा का अभ्यास बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है, अगर आप अपने ब्लड प्रेशर को रेगुलेट रखना चाहते हैं तो नियमित इसका अभ्यास करें।
All Image Source: Freepik.com