एचडीएल (गुड) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने के लिए करें ये 3 योगासन

Yoga To Increase Hdl Cholesterol: खराब कोलेस्ट्रॉल को कम और गुड कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने में कुछ योगासनों का अभ्यास बहुत फायदेमंद साबित हो सकता है।
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एचडीएल (गुड) कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने के लिए करें ये 3 योगासन

Yoga To Increase Hdl Cholesterol In Hindi: शरीर में अच्छे (HDL) कोलेस्ट्रॉल  का कम और खराब (LDL) कोलेस्ट्रॉल का अधिक स्तर कई गंभीर बीमारियों के जोखिम को बढ़ाता है। यह हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी गंभीर स्थितियों के एक बड़े जोखिम कारकों में से एक है। यहां तक कि शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल का अधिक स्तर हार्ट फैलियर जैसी बीमारियों का भी कारण बन सकता है। इसलिए सेहतमंद रहने और दिल को स्वस्थ शरीर में गुड या एचडीएल कोलेस्ट्रॉल के बढ़ाना और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करना जरूरी है। अब सवाल यह उठता है कि शरीर से खराब कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने और एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने के लिए क्या करें? 

क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटीशियन गरिमा गोयल की मानें शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का एक बड़ा कारण हमारा खानपान है। ज्यादा मसालेदार, मीठा, तला-भुना, जंक और प्रोसेस्ड फूड्स आदि का अधिक सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा देता है। आप नियमित स्वस्थ, संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार के साथ खराब कोलेस्ट्रॉल को कम और अच्छे कोलेस्ट्रॉल का स्तर आसानी से बढ़ा सकते हैं। लेकिन अगर आप स्वस्थ आहार के साथ अगर नियमित एक्सरसाइज और योग का अभ्यास करते हैं, तो इससे एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को तेजी से बढ़ाने में मदद मिलती है। खासकर अगर आप नियमित योग का अभ्यास करते हैं। इस लेख में हम आपको गुड या एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ाने के लिए 3 योगासन (hdl cholesterol badhane ke liye yoga) बता रहे हैं।

Yoga To Increase Hdl Cholesterol In Hindi

गुड कोलेस्ट्रॉल या एचडीएल बढ़ाने के लिए योग- Yoga To Increase Hdl Cholesterol In Hindi

1. विपरीत करनी आसन (Legs up the wall Pose)

इस आसन का नियमित अभ्यास करने से हृदय में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। यह चिंता, तनाव को दूर करने के साथ ही ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने में भी सहायक है।

कैसे करें अभ्यास

    • इसके लिए सबसे पहले पीठ के बल जमीन पर लेटें और दोनों हाथों को शरीर से सटाकर रखें। शरीर को ढीला छोड़ दें, फिर धीरे-धीरे पैरों को ऊपर उठाएं। अपने हाथों से कमर को सहारा देते हुए कूल्हों को ऊपर उठाएं। 
    • फिर धीरे-धीरे पैरों को ऊपर जब तक उठाएं कि पैर एक सीधी रेखा में न आ जाएं। इस दौरान कोहनियां जमीन पर टिका कर रखे।
    • इस मुद्रा में 30-60 सेकंड्स तक रहें, साथ ही सांस लेते और छोड़ते रहें। उसके बाद धीरे-धीरे हाथों से कमर को सहारा देते हुए पैरों को नीचे लाएं। अपने कूल्हों को जमीन पर रखें।

2. पश्चिमोत्तानासन (Seated forward bend Pose)

यह योगासन पाचन में सुधार करने और मजबूत बनाने में मदद करता है। चिंता और तनाव जैसी स्थितियों में राहत प्रदान करने में भी लाभकारी है। 

कैसे करें अभ्यास

  • इसके लिए आपको सबसे पहले सुखासन में बैठना है। अब गहरी सांस लें और छोड़ें। फिर अपने दोनों पैरों को सामने की ओर सीधा खोलकर बैठ जाएं और अपनी  दोनों एड़ी और पंजों को मिलाएं।
  • धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए और आगे की ओर झुकें, फिर दोनों हाथों से दोनों पैरों के अंगूठे पकड़ लें। अपने माथें को घुटनों से लगाएं, साथ ही दोनों कोहनियों को जमीन से सटाकर रखें।
  • इस पोजिशन को 30 से 60 सेकंड तक होल्ड करें। इस दौर सांस लेते और छोड़ते रहें।

3. बालासन (Child Pose)

तनाव और चिंता जैसी मानसिक स्थितियों में इस योगासन का अभ्यास बहुत लाभकारी है। यह आपको शांत महसूस करने में मदद करता है।

कैसे करें अभ्यास

    • वज्रासन की मुद्रा में सीधे बैठ जाएं। इस दौरान कमर सिर के सीध में रखें। दोनों हाथों को सिर की सीध में ऊपर की तरफ लेकर जाएं। लेकिन दोनों हाथों को मिलाए नहीं।
    • धीरे-धीरे सांस छोड़ते रहें, फिर आगे की तरफ बढ़ते हुए हथेलियों को जमीन की तरफ लेकर जाएं। अपने सिर को इस दौरान जमीन पर रखें। कुछ देर इस मुद्रा में रहें और फिर इसे दोहराएं।

All Image Source: Freepik.com

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