Vitamin Deficiency Causes Alzheimer's Disease: शारीरिक स्वास्थ्य की बात हो या त्वचा, बाल और मानसिक स्वास्थ्य की संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लेना बहुत जरूरी है। शरीर में पोषण की कमी आपके मानसिक स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित करती है। भूलने की बीमारी और याददाश्त कमजोर होने जैसी समस्याएं शरीर को पर्याप्त पोषण न प्रदान करने के कारण होती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं, शरीर में पोषण की कमी अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी मानसिक स्थितियों का भी कारण बन सकती है? जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा है! ये ऐसी मानसिक स्थितियां हैं जिनमें मेमोरी लॉस और याददाश्त कमजोर होने जैसी समस्याएं होती हैं। आप इसे भूलने की बीमारी भी कह सकते हैं, क्योंकि इसमें व्यक्ति हाल की गतिविधियों और छोटी-छोटी चीजें भूलने लगता है, साथ ही उसके सोचने-बूझने और निर्णय लेने की क्षमता भी कमजोर होने लगती है।
अल्जाइमर रोग किस विटामिन या पोषक तत्वों की कमी से होता है, इसके विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने क्लीनिकल न्यूट्रिशनिस्ट और डायटिशियन गरिमा गोयल से बात की। आइए जानते हैं कौन से पोषक तत्व याददाश्त कमजोर होने के लिए जिम्मेदार होते हैं और ये किन फूड्स में मौजूद होते हैं।
अल्जाइमर रोग किस विटामिन की कमी से होता है- Vitamin Deficiency Causes Alzheimer's Disease In Hindi
डायटीशियन गरिमा के अनुसार संज्ञानात्मक कार्यों में सुधार करने और बेहतर बनाने में कुछ पोषक तत्वों की अहम भूमिका होती है जैसे:
विटामिन बी (Vitamin B)
बी विटामिन्स तंत्रिका तंत्र के बेहतर फंक्सन और उन्हें स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभाते हैं, जिससे हाई बीपी और हृदय संबधी रोगों का जोखिम भी बढ़ता है। अध्ययन में पाया गया है कि शरीर में विटामिन की कमी से अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसे रोगों का जोखिम बढ़ता है। दूध और दूध से बने उत्पाद, अंडे, मशरूम, हरी-पत्तेदार सब्जियां, मीट, मछली, दाल और फलियों में विटामिन बी प्रचुर मात्रा में होता है।
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विटामिन सी और ई (Vitamin C, E)
विटामिन सी और ई दोनों ही एंटीऑक्सीडेंट्स के रूप में काम करते हैं, यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखते हैं, साथ ही लिपिड पेरोक्सीडेशन और एमाइलॉइड जमाव को रोकते हैं। यह ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में भी मदद करते हैं। शोध में विटामिन सी और ई की कमी को डिमेंशिया रोग से जोड़ा गया है। आंवला, संतरा, नींबू, मौसमी, अमरूद, ब्रोकली, बेरीज, नट्स, ड्राई फ्रूट्स और बीज, हरी-पत्तेदार सब्जियों आदि में इन विटामिन्स की प्रचुर मात्रा होती है।
विटामिन डी (Vitamin D)
न्यूरोडीजेनेरेटिव प्रक्रियाओं के सुचारी संचालन में विटामिन डी अहम निभाता है। विभिन्न शोध में विटामिन डी की कमी और पार्किंसंस रोग, मल्टीपल स्केलेरोसिस और डिमेंशिया रोगों के बीच संबंध दिखाया गया है। दूध और दूध से बने उत्पाद, अंडा, सूरज की रोशनी या धूप विटामिन डी के बेहतरीन स्रोत हैं।
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एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं
अगर आप भी अक्सर याददाश्त में कमजोरी और चीजें भूलने जैसी समस्याएं अक्सर परेशान करती हैं, तो आपको ऐसा में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। हालांकि अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसे रोग बढ़ती उम्र के साथ या बुढ़ापे में होते हैं, लेकिन फिर भी आपको डॉक्टर से चेकअप जरूर कराना चाहिए। डॉक्टर आपको सही उपचार के साथ पोषण की कमी दूर करने के लिए कुछ सप्लीमेंट्स का सुझाव भी दे सकते हैं।
(With Inputs: Dietitian Garima Goyal, MS, RD, CDE, Founder- Dt. Garima Diet Clinic , Ludhiana, Punjab)
All Image Source: Freepik
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