बैंगन खाना सेहत के लिए कई तरीकों से लाभकारी होता है। बैंगन में फाइबर, विटामिन सी, आयरन और प्रोटीन की अच्छी मात्रा पाई जाती है। इसके अलावा, इसमें विटामिन बी 6 और मैग्नीशियम भी पाया जाता है। बैंगन में मौजूद पोटैशियम और फाइबर, हार्ट से जुड़ी समस्याओं के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं। साथ ही, ब्लड सर्कुलेशन भी तेज करते हैं। इसमें मौजूद पोटैशियम, कॉपर और मैग्नीशियम हड्डियों को मजबूत बनाने में मददगार होते हैं। यही वजह है कि अधिकांश लोग अपनी डाइट में शामिल करते हैं। वैसे तो बैंगन को किसी भी समय खाया जा सकता है, लेकिन मानसून में बैंगन खाना कई तरीकों से नुकसानदायक हो सकता है।
बहुत से हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मानसून के समय बैंगन खाने से परहेज करने की सलाह देते हैं। आरोग्य डाइट और न्यूट्रीशन क्लीनिक की डाइटिशियन डॉ. सुगीता मुटरेजा से जानते हैं मानसून में बैंगन क्यों नहीं खाना चाहिए या फिर मानसून में बैंगन खाने के नुकसान।
मानसून में बैंगन क्यों नहीं खाना चाहिए?
- बैंगन खाना सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। लेकिन मानसून में बैंगन न खाने की सलाह दी जाती है। दरअसल, मानसून में बैंगन में कीड़े पनपने लगते हैं, जो शरीर में प्रवेश कर कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण भी बन सकता है।
- बैंगन में अल्कलॉइड नामक तत्व पाए जाते हैं, जो मानसून के दौरान इसके एसिडिक लेवल को बढ़ा देता है, जिससे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है।
- कई बार बैंगन में सफेद कीड़े भी पाए जाते हैं, जो शरीर में जाकर खुजली, बैक्टीरियल इंफेक्शन, फूड पॉइजनिंग और उल्टी आने का कारण बन सकते हैं।
- मानसून में कुछ लोगों को अपच की समस्या रहती है। ऐसे में अगर वे बैंगन का सेवन करेंगे, तो इससे उनकी परेशानी और भी बढ़ सकती है।
मानसून में बैंगन खाने के नुकसान - Brinjal Side Effects in Monsoon in Hindi
- मानसून में बैंगन खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो सकती है।
- बैंगन खाने से मौसमी बीमारियां जैसे स्टमक फ्लू, सर्दी-जुकाम और इंफेक्शन हो सकता है।
- मानसून में बैंगन खाने से बैक्टीरियल इंफेक्शन होना का जोखिम भी बढ़ता है।
- कई लोगों को मानसून में बैंगन खाने से एलर्जी की भी हो सकती है।