हमेशा पका कर ही खाएं ये 5 फूड, कच्‍चा खाने होते हैं कई नुकसान

हममें से ज्‍यादातर लोग ये जानते हैं कि कच्‍चे आहार से वजन कम होता है और अधिक पोषक तत्‍व मिलता है। लेकिन ये बात पूरी तरह से सत्‍य नहीं है। कुछ फूड ऐसे हैं जिन्‍हें पकाकर ही खाना चाहिए, क्‍यों कि ऐसे फूड का सेवन आप अगर बिना पकाए करते हैं तो इसके कई साइड इफेक्‍ट्स हो सकते हैं।
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हमेशा पका कर ही खाएं ये 5 फूड, कच्‍चा खाने होते हैं कई नुकसान

हममें से ज्‍यादातर लोग ये जानते हैं कि कच्‍चे आहार से वजन कम होता है और अधिक पोषक तत्‍व मिलता है। लेकिन ये बात पूरी तरह से सत्‍य नहीं है। कुछ फूड ऐसे हैं जिन्‍हें पकाकर ही खाना चाहिए, क्‍यों कि ऐसे फूड का सेवन आप अगर बिना पकाए करते हैं तो इसके कई साइड इफेक्‍ट्स हो सकते हैं। यहां हम आपको 5 ऐसे फूड के बारे में बता रहे हैं जिनका सेवन कभी भी कच्‍चा न करें। इन्‍हें जब भी खाएं, पकाकर ही खाएं। आइए इस लेख में जानते हैं उन आहार और उनके दुष्‍प्रभाव के बारे में। 

 

अंडे 

संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे, ऐसा इसलिए बोला जाता है क्‍योंकि अंडा बहुत स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक होता है और इसमें शरीर के लिए जरूरी लगभग सभी पौष्टिक तत्‍व मौजूद होते हैं। लेकिन अंडे को कच्‍चा खाना स्‍वास्‍थ्‍य के लिहाज से सही नहीं है। कच्‍चे अंडे में सैलमोनेला (salmonella) वॉयरस हो सकता है जो पेट में समस्‍या पैदा कर सकता है। इसलिए अंडा खाने से पहले इसे पका लें।

ग्रीन पोटैटे 

पुराने आलू या फिर धूप के संपर्क में अधिक देर तक रहने के कारण आलू का कुछ हिस्‍सा हरा हो जाता है। जब भी आलू हरा हो जाता है इसमें सोलेनाइन नाम केमिकल बन जाता है। जिसके सेवन से सिर में दर्द, थकान, मतली, पेट की समस्‍या हो सकती है। इससे बचाव के लिए आलू को ठंडे स्‍थान पर रखें और इस तरह के आलू के सेवन से बचें। 

बींस 

लाल सेम को अगर आप कच्‍चा खा जायें तो इसे खाने के कुछ पल बाद आपको उल्‍टी, मतली, पेट में दर्द, पेट में सूजन जैसी समस्‍या हो सकती है। दरअसल इसमें कलप्रिट नामक एक प्रकार का विषाक्‍त पदार्थ होता है, इसके कारण ही पेट की समस्‍यायें होती हैं। इसलिए इसे प्रयोग करने से पहले कम से कम पांच घंटे तक भिगोकर रखें, फिर इसे अच्‍छे से पकार इसका सेवन करें।

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कसावा 

कसावा की जड़ में भी साइनाइड होता है। दरअसल साइनाइड इसकी पत्तियों में होता है, जो इसे की‍ड़ों और जानवरों से बचाने में मददगार है। इसकी जड़ खाने के काम आती है। लेकिन इसकी जड़ में भी साइनाइड की थोड़ी मात्रा मौजूद होती है जिसे खाना खतरनाक हो सकता है। इसे खाने से पहले अच्‍छी तरह पानी में धोयें, अच्‍छे से पकायें फिर इसका सेवन करें।

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चिकन 

चिकन के शौकीन अगर इसे कच्‍चा खा जायें तो इसके कारण उनके पेट की हालत इतनी खराब हो जायेगी कि उन्‍हें अस्‍पताल के चक्‍कर लगाने पड़ जायेंगे। इसमें मौजूद बैक्‍टीरिया पेट में कई तरह की समस्‍या कर सकते हैं, इसे अगर कच्‍चा खा लिया जाये तो फूड प्‍वॉयजनिंग हो सकती है। इसलिए चि‍कन को पकाने से पहले इसे 165 डिग्री के तापमान पर देर तक पकायें, इससे इसमें मौजूद बैक्‍टीरिया मर जायेंगे।

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