कोरोनावनायरस वैक्सीन को लेकर WHO ने फिर दिया चौकाने वाला बयान, कहा 'शायद कभी न मिले कोरोना का इलाज'

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी कि कोरोना वायरस महामारी के लम्बे वक्त रहने की संभावना है। इसके साथ ही उन्होंने वैक्सीन को लेकर भी बड़ी बात कही है।
  • SHARE
  • FOLLOW
कोरोनावनायरस वैक्सीन को लेकर WHO ने फिर दिया चौकाने वाला बयान, कहा 'शायद कभी न मिले कोरोना का इलाज'

कोरोनावायरस का प्रकोप देश और दुनिया में जारी है। भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोनावायरस के 52,050 नए केस आए हैं और कुछ मिलाकर अब भारत में इन मामलों की संख्या 18.55 लाख हो चुकी है। तेजी से आगे बढ़ने वाले क्लिनिकल परीक्षण और निगमों के साथ-साथ स्वास्थ्य विशेषज्ञों की आशावादी टिप्पणियां उम्मीद बढ़ा रही हैं कि कोरोनोवायरस वैक्सीन कुछ ही महीनों में दुनिया में आ जाएगा, वहीं लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर से रियलिटी चेक देते हुए लोगों को सचेत करवाया है। दरअसल विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने अपने प्रेस ब्रीफ में कहा है कि हो सकता है कोरोनावनायरस के वैक्सीन बन ही न पाए।

insidecoronaviruslanguage

WHO ने कहा कभी नहीं मिलेगी कोरोना की दवा

दकअसल कोरोनावायरस वैक्सीन को विश्व के कई बड़े देशों में रिसर्च चल रही है। कई देश तो ऐसे हैं जिन्होंने ने सर्दियां आने से पहले इन वैक्सीन को बाजार में लाने का वायदा किया है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेबियस का कहना है कि कोरोनोवायरस के खिलाफ मानवता की रक्षा करने के लिए जादुई वैक्सीन का विकास होना लगभग असंभव सा है। ये बात पूरी दुनिया के लोगों और तमाम संस्थाओं के लिए निराशाजनक है, जो कि कोरोना महामारी से परेशान हैं और अपने लोगों को खो रहे हैं।

इसे भी पढ़ें : रूसी वैज्ञानिकों ने ढूंढ निकाला कोरोनावायरस का तोड़ ! सादा पानी 72 घंटों में 99.9 फीसदी नष्ट कर सकता है वायरस

अपने इस प्रेस ब्रीफ ने स्वास्थ्य संगठन (WHO) के महानिदेशक टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने कहा कि कोरोना वैक्सीन को लेकर जो दावे हो रहे हैं, शायद ही कभी ये पूरा हो। इस बात की कोई भी गारंटी नहीं है कि दुनिया कोरोना से पार पा सके। साथ ही  टेड्रोस एडनॉम घेबियस ने ये भी कहा कि तीसरे चरण के नैदानिक परीक्षणों में अब कई टीके आ गए हैं और हम सभी को प्रभावी टीकों की संख्या की उम्मीद है, जो संक्रमण से लोगों को रोकने में मदद कर सकते हैं। पर कोरोना के इलाज में ये वैक्सीन हर किसी पर जादुई दवाई की तरह काम नहीं कर सकती।

insidecovid-19

कोरोना वैक्सीन का है लोगों को इंतजार

ऐसे समय जब पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के केसों की संख्‍या तेजी से बढ़ती जा रही है, रूस ने कहा है कि उसका लक्ष्य अगले महीने से कोरोना वायरस वैक्सीन का बड़े पैमाने पर उत्पादन शुरू करना है। अगले साल प्रति माह कई मिलियन डोज (Several million dose) तैयार करना है। अधिकारियों ने कहा कि देश कई वैक्सीन ट्रायल तेजी से आगे बढ़ रहे हैं और मॉस्को में गेमालेया संस्थान का ट्रायल एडवांस स्‍टेज तक पहुंच गया है। इसके बहुत जल्‍द ही राज्‍य रजिस्‍ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी करने की उम्‍मीद है। वहीं WHO के आपातकालीन कार्यक्रम के प्रमुख डॉक्टर माइक रायन (Dr Mike Ryan) ने जेनेवा में एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा था कि अमेरिका, ब्राजील और भारत जैसे लोकतांत्रिक देश अपनी आंतरिक क्षमताएं के जरिए कोरोनावायरस से आसानी से लड़ सकती हैं। 

इसे भी पढ़ें : रिसर्च: 5 साल से कम उम्र के बच्चों से कोरोना वायरस फैलने का ज्यादा खतरा, बिना बीमार हुए भी फैला सकते हैं वायरस

दुनिया भर में कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के मामले 1.8 करोड़ के आंकड़े पर पहुंच गए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा वैश्विक आपातकाल घोषित किए जाने के 6 महीने के बाद इस खतरनाक वायरस से मरने वालों की संख्या 6 लाख 87 हजार से भी ज्यादा हो गई है। ताजा आंकड़ों की बात करें, तो कोरोनावायरस अब तक 188 देशों में फैल चुका है। दुनियाभर में कुल 1,82,76,303 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 6,93,482 की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही 66,72,967 मरीजों का उपचार जारी है और 1,09,09,854 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है। इस तरह सभी को बस एक ही चीज का इंतजार हैं, वो है कोरोनावायरस की वैक्सीन और इसकी दवा।

Read more articles on Health-News in Hindi

Read Next

तनाव को दूर करने की प्रभावी दवा है आपके चेहरे की हंसी, शोधकर्ताओं बताया हंसी और तनाव के बीच का संबंध

Disclaimer