अफ्रीकी देश से शुरू हुआ इबोला का वायरस जीका के बाद दुनिया के सामने सबसे बड़ा संकट बना हुआ था जिसका हाल ही में खत्म होने के आसार हैं। हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अफ्रीकी देश गिनी में इबोला वायरस के संक्रमण के हमेशा के लिए खत्म हो जाने की घोषणा की है। गिनी पश्चिम अफ्रीका के उन तीन देशों में शामिल था, जो 2014 में इबोला संक्रमण के कहर से सबसे अधिक प्रभावित हुआ।
इसकी जानकारी संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने एक नियमित समाचार ब्रीफिंग के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेस में संवाददाताओं से शेयर की। जानकारी शेयर करते हुए स्टीपन ने कहा कि गिनी में एक व्यक्ति में दूसरी बार किए गए इबोला जांच के नतीजे नकारात्मक आए हैं और उसके बाद से अब तक 42 दिन गुजर चुके हैं लेकिन रिपोर्ट अब तक नेगेटिव है।
उन्होंने कहा, “फिलहाल गिनी को 90 दिनों की एक अतिरिक्त निगरानी अवधि में शामिल किया गया है। इसका उद्देश्य इबोला के किसी भी संभावित मामले की पहचान किसी अन्य व्यक्ति में संक्रमण से पहले सुनिश्चित करना है।”
इसी को देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि लाइबेरिया को 9 जून तक इबोला मुक्त घोषित कर दिया जाएगा। डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार 2014 में शुरू हुई इस महामारी के दौरान गिनी, लाइबेरिया और सिएरा लियोन के कुल 28,637 इबोला संक्रमित लोगों में 11,315 की मौत हो गई।
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