
WHO Alert on Indian Cough Syrup: कुछ दिनों पहले उज्बेकिस्तान में भारतीय कफ सिरप पीने से 19 बच्चों की मौत होने की खबर ने पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया था। उज्बेकिस्तान की सरकार की तरफ से यह आरोप लगाया गया था कि भारत में बनी कफ सिरप का सेवन करने से वहां 19 बच्चों की मौत हो गयी थी। इस घटना पर विश्व स्वाथ्य संगठन ने संज्ञान लेते हुए जांच की बात कही थी। भारत में बनी कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत होने के बाद अब डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट सामने आई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जिस कफ सिरप से उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौत हुई थी उसका सेवन बहुत खतरनाक है। WHO के मुताबिक जांच में यह सामने आया है कि यह कफ सिरप सब स्टैण्डर्ड मेडिकल प्रोडक्ट है जिसके निर्माण में गुणवत्ता और जरूरी मानकों का ध्यान नहीं रखा गया है। आइए विस्तार से जानते हैं क्या है पूरा मामला।
कफ सिरप को लेकर डब्ल्यूएचओ की चेतावनी- WHO Warning on Indian Cough Syrup in Hindi
उज्बेकिस्तान में भारतीय कंपनी द्वारा बनी कफ सिरप पीने से 19 बच्चों की मौत हो गयी थी। इस मामले के जांच के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि भारत के नोएडा में स्थित मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गए कफ सिरप का सेवन करने से बच्चों की मौत हो सकती है। जांच में पाया गया है कि इस कफ सिरप को बनाने में जरूरी मानकों का ध्यान नहीं रखा गया है। मैरियन बायोटेक द्वारा बनाए गे कफ सिरप एम्ब्रोनोल (Ambronol Syrup) और डॉक-1 मैक्स (Doc-1 Max Syrup) के इस्तेमाल को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतवानी जारी की है। डब्ल्यूएचओ की तरफ से यह कहा गया है कि इस कफ सिरप का सेवन करने से बच्चों की मौत हो सकती है। जांच में पता चला है कि इस कफ सिरप में एथीलीन ग्लाइकॉल नामक जहरीला पदार्थ पाया गया है, जो जरूरी मात्र असे अधिक है। इसका सेवन करने से बच्चों की मौत हो सकती है।
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यूपी सरकार ने किया कंपनी का लाइसेंस सस्पेंड- UP Govt Suspends Marion Biotech License
दिसंबर महीने की 22 तारिख को उज्बेकिस्तान की सर्कार ने आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश के नोएडा में स्थित एक कंपनी द्वारा बनाई कई कफ सिरप पीने से 19 बच्चों की मौत हो गयी है। इस घटना के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन, भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और यूपी सरकार ने संज्ञान लेते हुए आगे की करवाई करने का आश्वाशन दिया था। घटना की रिपोर्ट सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार के खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन ने मैरियन बायोटेक कंपनी का लाइसेंस निलंबित कर दिया है। सरकार की तरफ से यह कहा गया था कि कंपनी के पास पर्याप्त दस्तावेज न होने के कारण यह कारवाई की गयी है।
उज्बेकिस्तान से पहले गांबिया में भी भारतीय कफ सिरप पीने से बच्चों की मौत का मामला सामने आया था। जिसके बाद सरकार इसकी जांच में लग गयी थी। उज्बेकिस्तान की रिपोर्ट के आधार पर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मैरियन बायोटेक द्वारा बनाये गए इस कफ सिरप के इस्तेमाल को लेकर चेतवानी जारी की है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह कफ सिरप भारतीय बाजार में नहीं बेचीं जा रही थी।
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