स्तनपान के दौरान शिशु को कौन से सप्लीमेंट देने चाहिए? डॉक्टर से जानें इसके बारे में

लखनऊ के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण आनंद का कहना है कि स्तनपान के साथ-साथ शिशु को कुछ खास सप्लीमेंट भी देने चाहिए, ताकि उसका शारीरिक विकास सही तरीके से हो सके।
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स्तनपान के दौरान शिशु को कौन से सप्लीमेंट देने चाहिए? डॉक्टर से जानें इसके बारे में

What supplements do breastfed babies need: मां का दूध ही शिशु के लिए सर्वोत्तम आहार है। यह बातें हम सदियों से सुनाते आए हैं। जन्म के बाद शिशुओं को सिर्फ स्तनपान कराने की ही सलाह दी जाती है। लेकिन वक्त के साथ सिर्फ व्यस्कों ही नहीं, बल्कि शिशुओं को भी कई अतिरिक्त पोषक तत्वों की जरूरत पड़ने लगी हैं। आज के समय में डॉक्टर शिशु के जन्म के साथ ही उन्हें सप्लीमेंट देते हैं, ताकि उनका शारीरिक विकास सही तरीके से हो सके। लेकिन स्तनपान के दौरान शिशुओं को कौन से सप्लीमेंट कब देने चाहिए, इसकी जानकारी न्यू पेरेंट्स को नहीं होती है। अगर आपके घर में भी कुछ वक्त पहले किसी शिशु का जन्म हुआ है, तो आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं, स्तनपान के दौरान उसे कौन से सप्लीमेंट देना सही है।

स्तनपान के दौरान शिशु को कौन से सप्लीमेंट देने चाहिए?

लखनऊ के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरूण आनंद ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में एक्सपर्ट बता रहे हैं कि कुछ वक्त पहले उनके पास एक नई मां आई थी। वह अपने बच्चे को स्तनपान के साथ कई सारे मल्टी विटामिन और सप्लीमेंट दे रही थी, जिसकी बच्चे को जरूरत नहीं थी। डॉ. तरूण बताते हैं कि जिन शिशुओं का जन्म पूरे 9 माह के बाद हुआ है और उनका वजन 2.5 किलो ग्राम होता है। ऐसे शिशुओं को स्तनपान के दौरान सिर्फ विटामिन डी सप्लीमेंट की जरूरत होती है। वहीं, जिन बच्चों का जन्म समय से पहले होता है और उनका वजन 2.5 किलो से कम होता है। ऐसे बच्चों को स्तनपान के साथ कैल्शियम और विटामिन डी सप्लीमेंट की जरूरत होती है। इन दोनों सप्लीमेंट से बच्चे का शारीरिक विकास और वजन सही तरीके से बढ़ता है।

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बच्चों को आयरन सप्लीमेंट कब देना चाहिए?

डॉ. तरूण का कहना है कि भारत में स्वास्थ्य विशेषज्ञ शिशुओं को विटामिन डी और कैल्शियम के अलावा आयरन सप्लीमेंट भी देने की सलाह देते हैं। लेकिन आयरन सप्लीमेंट शिशुओं को 3 से 4 महीने की अवधि तक ही दिया जाता है। शिशुओं को आयरन सप्लीमेंट 3 से 6 महीने के बीच दिया जाता है। शिशु को अलग से आयरन वाले फूड्स खिलाने की जरूरत आमतौर पर 6 से 8 महीने की उम्र के बाद पड़ती है। ऐसे में शिशु के शरीर में खून की कमी न हो, इसके लिए आयरन सप्लीमेंट की जरूरत पड़ती है। एक्सपर्ट का कहना है कि शिशु को आयरन सप्लीमेंट की जरूरत है या नहीं इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।

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डॉ. तरूण की मानें तो शिशुओं को स्तनपान के दौरान किसी भी तरह का सप्लीमेंट देने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है। क्योंकि ज्यादा मात्रा में सप्लीमेंट लेने से भी शिशु की तबीयत बिगड़ सकती है।

All Image Credit: Freepik.com

 

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