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Khushkhabri With IVF: आईवीएफ ट्रीटमेंट से पहले महिलाएं जरूर बरतें ये सावधानियां, मिलेगा बेहतर परिणाम

जिन लोगों को फर्टिलिटी, आयु व अन्य समस्याओं के चलते संतान सुख नहीं मिल पाता है, उनके लिए आईवीएफ तकनीक किसी वरदान से कम नहीं है। आगे जानते हैं आईवीएफ से पहले किसी तरह की सावधानी बरतनी चाहिए।
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Khushkhabri With IVF: आईवीएफ ट्रीटमेंट से पहले महिलाएं जरूर बरतें ये सावधानियां, मिलेगा बेहतर परिणाम


Khushkhabri with IVF: समय के साथ मेडकिल साइंस में कई तरह के बदलाव देखने को मिलें हैं। यह बदलाव सेहत से जुड़ी समस्याओं और नई परेशानियों को दूर करने में सहायक होते हैं। इसमें आईवीएफ तकनीक को भी शामिल किया जाता है। फर्टिलिटी समस्या व प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के चलते संतान का सुख प्राप्त न करने वाले लोगों के लिए IVF Treatment किसी वरदान से कम नहीं हैं। आयु व किसी भी कारण से गर्भधारण करने में हो रही परेशानी को दूर करने के लिए डॉक्टर पहले सामान्य इलाज को अपनाते हैं। लेकिन, जब सभी ट्रीटमेंट करने के बाद भी सफलता नहीं मिलती है, तो ऐसे में डॉक्टर दंपत्ति को आईवीएफ ट्रीटमेंट के लिए सुझाव दे सकते हैं। इस लेख में आईवीएफ प्रक्रिया को शुरू कराने से पहले बरतनी जानें वाली सावधानियों के बारे में बताया गया है। इस तकनीक से पहले सावधानी बरतने से सफलता दर में बढ़ोतरी हो सकती है। 

हर साल 25 जुलाई को World IVF Day मनाया जाता है। सामान्य तौर पर आईवीएफ को लेकर लोगों को मन में कई तरह के प्रश्न रहते हैं। इन प्रश्नों को ध्यान में रखते हुए OnlymyHealth एक कैंपेन चला रहा है। इस कैंपने के अंतगर्त हमारी टीम डॉक्टरों से संपर्क कर आईवीएफ से संबंधित सभी प्रश्नों के जबाव देने का प्रयास करती है। इस लेख में कौंशाबी के यशोदा सुपरस्पेशलिटी अस्पताल की कंसलटेंट इंफर्टिलिटी एंड आईवीएफ डॉ. स्नेहा मिश्रा से जानते हैं कि IVF ट्रीटमेंट से पहले किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए। 

आईवीएफ से पहले बरतें जानें वाली सावधानियां 

आईवीएफ ट्रीटमेंट के प्रत्येक चरण में डॉक्टर और दंपत्ति के द्वारा बरते जानें वाली सावधानियां इसकी सफलता दर को बढ़ाने में मदद करती है। इस ट्रीटमेंट में महिला व पुरुष दोनों को शारीरिक, मानसिक व भावनात्मक रूप से सकारात्मक प्रतिक्रिया करने की सलाह दी जाती है। साथ ही, कई तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। 

मेडिकल टेस्ट करना 

आईवीएफ शुरु करने से पहले महिला व पुरुष दोनों को कई तरह के टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। इस टेस्ट में दोनों की मौजूदा हेल्थ कंडीशन के बारे में पता चलता है, यह समस्याएं बच्चे के स्वास्थ्य और आईवीएफ प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती हैं। आगे जानते हैं इस दौरान किए जाने वाले महत्वपूर्ण टेस्ट के बारे में 

  • हार्मोनल की जांच के ब्लड टेस्ट: एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और फॉलिकल-स्टिम्युलेटिंग हार्मोन (FSH) सहित हार्मोन के स्तर की जांच के लिए ब्लड टेस्ट किया जाता है, जो ओव्यूलेशन और एग्स की क्वालिटी के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।
  • ओवरियन रिजर्व टेस्टिंग: एक महिला के एग्स की मात्रा और क्वालिटी का आकलन करने के लिए एंट्रल फॉलिकल काउंट (Antral Follicle Count - AFC) और एंटी-मुलरियन हार्मोन (anti-Müllerian hormone- AMH) के स्तर की जांच की जाती है।
  • सीमेन एनालिसिस: शुक्राणुओं (Sperm) की संख्या, गतिशीलता और आकृति का मूल्यांकन करने के लिए पुरुष के वीर्य (Semen) की जांच की जाती है।
  • संक्रमण के लिए स्क्रीनिंग: यौन संचारित संक्रमण (STI) और अन्य संक्रमणों के लिए टेस्ट, जो प्रजनन क्षमता या गर्भावस्था के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं।

precaution tips before ivf

लाइफस्टाइल में बदलाव

लाइफस्टाइल में सकारात्मक बदलाव करने से IVF की सफलता की संभावनाएं काफी हद तक बढ़ सकती हैं। IVF प्रक्रिया शुरू करने से कई महीने पहले दोनों भागीदारों को अपनी खराब आदतों को छोड़कर नई अच्छी आदतों को अपनाने की सलाह दी जाती है। 

  • स्वस्थ आहार: आईवीएफ से पहले महिलाओं को अपनी डाइट में फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और हेल्दी फैट का सेवन करना चाहिए। संतुलित आहार लेने से प्रजनन स्वास्थ्य पर बेहतर असर पड़ता है। इसके लिए महिला व पुरुष दोनों ही डाइटिशियन की मदद ले सकते हैं। 
  • रेगुलर एक्सरसाइज: कम स्ट्रेंथ वाली एक्सरसाइज महिला व पुरुष के वजन को कंट्रोल में रखने में मदद करती हैं। साथ ही, तनाव को कम करने में मदद कर सकती है। अत्यधिक वजन और मोटापा आईवीएफ प्रकिया की सफलता दर को प्रभावित कर सकते हैं। 
  • शराब और धूम्रपान से दूरी बनाएं: आईवीएफ ट्रीटमेंट से पहले महिला व पुरुष दोनों को धूम्रपान और शराब से दूरी बनानी चाहिए। इस ट्रीटमेंट में धूम्रपान और शराब से प्रजनन स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती हैं। 

स्ट्रेस को करें दूर 

IVF प्रक्रिया महिला व पुरुष दोनों को भावनात्मक रूप से थका देने वाली हो सकती है। ऐसे में स्ट्रेस को दूर करने के लिए आप अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के साथ समय बिता सकते हैं। इसके लिए आप काउंसिलिंग ले सकते हैं। इसके अलावा, आप योग व सांसों से जुड़े एक्सरसाइज कर सकते हैं। यह आपके स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकते हैं। साथ ही, स्ट्रेस की वजह से होने वाले हार्मोनल बदलावों को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं। 

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 What Precautions Should Be Taken Before IVF: आईवीएफ ट्रीटमेंट से पहले सावधानी बरतने से सफलता दर में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आईवीएफ से पहले बरतें जाने वाली सावधानियों के बारे में जानने के लिए महिला व पुरुष दोनों को ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इस दौरान लाइफस्टाइल और डाइट में कई तरह बदलाव करने से ट्रीटमेंट में आसानी होती है। 

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