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वॉकिंग निमोनिया होने पर हो सकती है सांस लेने में तकलीफ, जानें शरीर में कैसे शुरू होती है यह बीमारी?

वॉकिंग निमोनिया होने पर आपको सांस लेने में दिक्कत होती है। आगे जानते हैं शरीर में कैसे शुरू होता है वॉकिंग निमोनिया
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वॉकिंग निमोनिया होने पर हो सकती है सांस लेने में तकलीफ, जानें शरीर में कैसे शुरू होती है यह बीमारी?

What Is Walking Pneumonia: निमोनिया के हल्के लक्षणों को ही वॉकिंग निमोनिया कहा जाता है। यह एक रेस्पिरेटरी इंफेक्शन है, जो फेफड़ों को प्रभावित करता है। निमोनिया के सामान्य लक्षणों की तरह यह रोगी के रोजाना काम करने की क्षमता को अधिक प्रभावित नहीं करता है।वॉकिंग निमोनिया में व्यक्ति अपने रोजाना के कार्यों को आसानी से कर सकता है। इसी वजह से इसको वॉकिंग निमोनिया कहा जाता है। यह बैक्टीरिया माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया के कारण होता है, हालांकि अन्य बैक्टीरिया और वायरस भी इसका कारण बन सकते हैं। इस तरह के निमोनिया में रेस्पिरेटरी सिस्टम के एयरवेज (सांस नली) में सूजन आ जाती है और फेफड़ों में मौजूद एयर सैक (हवा के छोटे गुच्छे) में बलगम (म्यूकस) भर जाता है। आगे आर.एन टैगोर अस्पताल के पल्मोनोलॉजी कंसल्टेंट डॉ. सुजान बर्धन से जानते हैं वॉकिंग निमोनिया क्या होता है और इसकी शरीर में शुरुआत कैसे होती है।    

वॉकिंग निमोनिया क्या होता है? - What Is Walking Pneumonia In Hindi 

वॉकिंग निमोनिया एक सामान्य निमोनिया की तरह ही होता है। लेकिन, इसके लक्षण और गंभीरता, बीमारी के क्लासिक रूपों से काफी अलग होती है। यह विशेष रूप से बच्चों, किशोरों और युवा वयस्कों को होता है, लेकिन हर उमआ के लोग इससे प्रभावित हो सकते हैं। यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने पर सांस की बूंदों के द्वारा दूसरों तक फैलती है। इसके लक्षण इतने हल्के हो सकते हैं, व्यक्तियों को अक्सर पता ही नहीं चलता कि उन्हें निमोनिया है। ऐसे में स्कूल, ऑफिस और अन्य भीड़-भाड़ वाले स्थानों में संक्रमण के फैलने की संभावना बढ़ जाती है।

walking pneumonia symptoms in hindi

वॉकिंग निमोनिया कैसे होता है - How Walking Pneumonia Occurs In Body In Hindi 

वॉकिंग निमोनिया मुख्य रूप से माइकोप्लाज़्मा न्यूमोनिया (Mycoplasma pneumoniae) के संक्रमण की वजह से होता है। आगे जानते हैं कि यह शरीर में कैसे फैलता है। 

  • सांस लेना: संक्रमण तब शुरू होता है जब बैक्टीरिया श्वसन बूंदों (Air Droplets) के माध्यम से सांस के जरिए आपके अंदर चला जाता है। रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट में पहुंचने के बाद, बैक्टीरिया वायुमार्ग (Airways) की कोशिकाओं से चिपक जाते हैं।
  • प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया: शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमण के प्रति प्रतिक्रिया करती है, जिससे ब्रोन्कियल नलियों और एल्वियोली ( bronchial tubes and alveoli) में सूजन आ जाती है। ब्रोन्कियल ट्यूब और एल्वियोली फेफड़ों में छोटी-छोटी हवा से भरी थैलियां होती हैं। यह सूजन वॉकिंग निमोनिया से जुड़े कई लक्षणों का कारण बन सकती है।
  • सिलियरी फंक्शन में बाधा: माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया सिलिया के कार्य को बाधित करता है। यह छोटे बाल जैसी संरचनाएं होती हैं, जो रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट से बलगम और गंदगी को साफ करने में मदद करती हैं। यह बाधा बैक्टीरिया को बने रहने और जलन पैदा करने में मदद करती है। 
  • लगातार खांसी: जलन और सूजन के कारण वॉकिंग निमोनिया में व्यक्ति को लगातार सूखी खांसी होती है। यह खांसी संक्रमण और सूजन को दूर करने के लिए शरीर का ही एक प्रयास होता है।

वॉकिंग निमोनिया के लक्षण - Symptoms of Walking Pneumonia In Hindi 

  • लगातार सूखी खांसी
  • थकान
  • हल्का बुखार और ठंड लगना
  • गले में खराश
  • सिरदर्द
  • सीने में दर्द
  • सांस फूलना, आदि

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इस तरह के लक्षण दिखाई देने पर व्यक्ति को बिना देरी किये डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इसके लक्षणों को अनदेखा करने से व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी हो सकती है। साथ ही, इसके लक्षण गंभीर हो सकते हैं। 

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