Trabeculectomy Glaucoma Surgery: ग्लूकोमा आंखों की एक गंभीर बीमारी है, जिसमें आंख की ऑप्टिक नर्व धीरे-धीरे डैमेज हो जाती है। यह आमतौर पर आंख के भीतर दबाव बढ़ने के कारण होता है। इस बीमारी में जब दवाएं प्रभावी नहीं होती हैं, तो सर्जरी कराने की सलाह दी जाती है। ट्रैबेकुलेक्टोमी एक प्रकार की ग्लूकोमा सर्जरी है जिसमें आंख में एक नया जल निकासी मार्ग बनाया जाता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, ट्रैबेकुलेक्टोमी ग्लूकोमा सर्जरी के बारे में।
ट्रैबेकुलेक्टोमी क्या है?
सीतापुर आंख अस्पताल के वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ धर्मेंद्र सिंह कहते हैं, "ट्रैबेकुलेक्टोमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिसमें सर्जन आंख में एक नया जल निकासी मार्ग बनाते हैं। यह मार्ग आंख में मौजूद एक्स्ट्रा लिक्विड को बाहर निकालने में मदद करता है। आंखों से एक्स्ट्रा लिक्विड बाहर निकालने पर आंख के भीतर दबाव कम हो जाता है।"
ट्रैबेकुलेक्टोमी का उपयोग कब किया जाता है?
ट्रैबेकुलेक्टोमी आमतौर पर तब की जाती है जब अन्य उपचार, जैसे कि दवाएं और लेजर सर्जरी, आंख के दबाव को नियंत्रित करने में प्रभावी नहीं होते हैं। यह सर्जरी विभिन्न प्रकार के ग्लूकोमा के लिए की जा सकती है, जिसमें ओपन-एंगल ग्लूकोमा, क्रोनिक ग्लूकोमा और नेओवस्कुलर ग्लूकोमा शामिल हैं।
इसे भी पढ़ें: आंखों के लिए बहुत गंभीर हो सकती है लेजर सर्जरी, जानें इसके नुकसान
ट्रैबेकुलेक्टोमी की प्रक्रिया
ट्रैबेकुलेक्टोमी एक जटिल सर्जरी है और आमतौर पर लोकल एनेस्थेसिया के तहत की जाती है। इस सर्जरी में इन स्टेप्स को शामिल किया जाता है-
- आंख की तैयारी: सर्जन आंख को साफ करता है और एंटीसेप्टिक समाधान का उपयोग करता है।
- छोटा चीरा: शल्य चिकित्सक आंख के सफेद भाग में एक छोटा चीरा बनाता है।
- कोलेजन स्पंज: सर्जन कोलेजन स्पंज का उपयोग करके एक छोटा सा कवर बनाता है।
- नया जल निकासी मार्ग: शल्य चिकित्सक आंख में एक नया जल निकासी मार्ग बनाता है, जिससे अतिरिक्त तरल पदार्थ निकल सके।
- सिलाई: सर्जन चीरे को बंद करने के लिए टांके लगाता है।
सर्जरी के बाद, आंख को एक कवर से ढका जाता है।
ट्रैबेकुलेक्टोमी के बाद देखभाल
ट्रैबेकुलेक्टोमी के बाद, आंख को ठीक होने के लिए समय की आवश्यकता होती है। रिकवरी के दौरान, आपको इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-
- आंख पर दबाव न डालें
- नियमित रूप से आंख की दवाएं लें
- आंख को पानी से दूर रखें
- डॉक्टर के निर्देशों का पालन करें
ट्रैबेकुलेक्टोमी के जोखिम
जिन लोगों ने ट्रैबेकुलेक्टोमी सर्जरी करवाई है, उनमें कुछ जोखिम का खतरा रहता है-
- आंख का दबाव बढ़ना
- मोतियाबिंद
- संक्रमण
- ब्लीडिंग
इसे भी पढ़ें: सिल्क आई सर्जरी से हट सकता है आंखों का चश्मा, जानें इसके बारे में
ट्रैबेकुलेक्टोमी के अलावा, कई दूसरी तरह की ग्लूकोमा सर्जरी भी उपलब्ध हैं, जैसे कि लेजर सर्जरी और इम्प्लांटेबल डिवाइस। आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प आपकी आंख की स्थिति और अन्य कारकों पर निर्भर करेगा।
(Image Courtesy: freepik.com)
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version