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नींद और फर्टिलिटी में क्या संबंध होता है? डॉक्टर से जानें नींद की कमी से कैसे प्रभावित होती है प्रजनन क्षमता

Sleep And Fertility- पर्याप्त मात्रा में नींद महिला और पुरुष दोनों के प्रजनन क्षमता के लिए बहुत जरूरी है, आइए जानते है कैसे? 
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नींद और फर्टिलिटी में क्या संबंध होता है? डॉक्टर से जानें नींद की कमी से कैसे प्रभावित होती है प्रजनन क्षमता


Relation Between Sleep And Fertility- आज के समय में भागदौड़ वाली जिंदगी में लोग इतने व्यस्त हो गए हैं कि पर्याप्त मात्रा में नींद लेना का समय भी उन्हें नहीं मिल पा रहा है। रात की अच्छी नींद न सिर्फ आपके मानसिक बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी है। ऐसे में महिला और पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है। बांझपन की समस्या लोगों की खराब आदतें और नींद की कमी के कारण ज्यादा बढ़ रही है। ऐसा माना जाता है कि नींद हमारे ओवरओल हेल्थ को प्रभावित करती हैं। इसलिए रोजाना 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेना आपके सेहते के लिए बहुत जरूरी है, क्योंकि नींद की कमी आपके प्रजनन स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में आइए राज होम्योपैथिक क्लिनिक (पुणे) की हार्मोन एवं फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. जैनब ताजिर ( Dr. Zainab Tajir, Hormone and Fertility Specialist, Raj Homeopathic Clinic, Pune) से जानते हैं नींद और प्रजनन क्षमता में क्या संबंध है? 

नींद प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करती है? - How Sleep Affects Fertility in Hindi? 

एक स्वस्थ नींद का शेड्यूल शारीरिक, इमोशनली और प्रजनन संबंधी स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है। नींद हमारे शरीर में महत्वपूर्ण हार्मोनों को नियंत्रित करता है, जिसमें प्रजनन क्षमता के लिए जरूरी हार्मोन्स भी शामिल हैं। नींद की कमी होने पर या अनिद्रा की समस्या के कारण हमारे शरीर में हार्मोन असंतुलित हो जाते है, जिसमें कुछ हार्मोनों का उत्पादन कम मात्रा में, जबकि कुछ हार्मोन का उत्पादन बहुत ज्यादा मात्रा में होने लगता है। ऐसे में हार्मोन असंतुलन यौन हार्मोन में गड़बड़ी का कारण बनता है, जो प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है। 

नींद महिला की प्रजनन क्षमता पर क्या असर डालती है? - How Sleep Affects Women Fertility in Hindi?

नींद में कमी के कारण महिलाओं के शरीर में लेप्टिन हार्मोन असंतुलित होता है। लेप्टिन ओव्यूलेशन हार्मोन के लिए काफी महत्वपूर्ण होता है, जो नींद को प्रभावित करता है। अपर्याप्त नींद महिलाओं के शरीर में लेप्टिन हार्मोन के स्तर को बाधित कर सकता है, जिससे पीरियड्स साइकिल, प्रोजेस्टेरोन, एस्ट्रोजन, ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन जैसे प्रजनन स्वास्थ्य से जुड़े हार्मोन प्रभावित होते हैं। इसलिए हर महिलाओं को हर रात 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद लेनी चाहिए, क्योंकि नींद की कमी महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या के साथ मिसकैरेज का कारण भी बन सकते हैं। 

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नींद पुरुष की प्रजनन क्षमता पर क्या असर डालती है? - How Sleep Affects Men Fertility in Hindi?

पर्याप्त मात्रा में नींद पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। नींद की कमी के कारण पुरुषों के फर्टिलिटी हार्मोन और सर्कैडियन लय में समस्या का कारण बन सकता है। खराब नींद के कारण पुरुषों के स्पर्म की गुणवत्ता और संख्या में कमी हो सकती है, जो इनफर्टिलिटी का कारण बन सकता है। नींद की गुणवत्ता पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन हार्मोन में गड़बड़ी भी कर सकता है, जो पुरुषों के बांझपन का कारण बनता है। 

 

 

 

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नींद और प्रजनन क्षमता एक दूसरे को प्रभावित करती है। इसलिए स्वास्थ्य प्रजनन क्षमता के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद पूरी करना जरूरी है। ऐसे में अगर आपको नींद से जुड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा है तो नींद न आने के कारणों का पता लगाएं और डॉक्टर से परामर्श करें। 

Image Credit- Freepik

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