Scalp Cooling Therapy in Cancer: कैंसर का इलाज करवाने वाले मरीजों के बालों का झड़ना एक आम और गंभीर समस्या है। कीमोथेरेपी के दौरान इस्तेमाल की जाने वाली दवाएं बालों को गंभीर नुकसान पहुंचाती हैं। इसकी वजह से मरीज के बाल तेजी से झड़ने लगते हैं। कीमोथेरेपी की दवाएं ऐसी कोशिकाओं को टारगेट करती हैं, जो बालों के फॉलिकल्स को भी नुकसान पहुंचाती हैं। कीमोथेरेपी कराने वाले मरीजों को न सिर्फ बालों से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है, बल्कि इसकी वजह से कई अन्य परेशानियां भी होती हैं। कीमोथेरेपी खत्म होने के कुछ समय बाद बाल वापस उगने लगते हैं। लेकिन मेडिकल साइंस की तरक्की के कारण अब कीमोथेरेपी कराने वाले मरीजों के लिए एक अच्छी तकनीक आई है, जिससे बालों को झड़ने से बचाने में मदद मिलती है। इस तकनीक को स्कैल्प कूलिंग थेरेपी (Scalp Cooling Therapy) कहते हैं। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं, स्कैल्प कूलिंग थेरेपी के बारे में।
स्कैल्प कूलिंग थेरेपी क्या है?
गुरुग्राम स्थित मैक्स हॉस्पिटल के मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ भुवन चुग ने बताया, "स्कैल्प कूलिंग थेरेपी, जिसे कोल्ड कैप थेरेपी भी कहा जाता है, एक चिकित्सकीय प्रक्रिया है जिसका उपयोग कीमोथेरेपी के दौरान स्कैल्प को ठंडा रखने के लिए किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि ठंड स्कैल्प के ब्लड फ्लो को कम कर देता है, जिससे कीमोथेरेपी की दवाओं का प्रभाव हेयर फॉलिकल्स तक नहीं पहुंचता है। इससे बालों के झड़ने का खतरा कम करने में फायदा मिलता है।"
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स्कैल्प कूलिंग थेरेपी कैसे काम करती है?
स्कैल्प कूलिंग थेरेपी के दौरान, मरीज को एक विशेष रूप से डिजाइन की गई कूलिंग कैप पहनाई जाती है। यह कैप एक मशीन से जुड़ी होती है जो लिक्विड को ठंडा करती है और फिर उसे कैप के माध्यम से स्कैल्प तक पहुंचाती है। स्कैल्प कूलिंग कैप के लिए कई तरह के कैप उपलब्ध हैं। कुछ कैप जेल से भरी होती हैं, जिन्हें पहले से फ्रीज कर दिया जाता है। इस लिक्विड को मशीन के माध्यम से लगातार ठंडा किया जाता है।
स्कैल्प कूलिंग थेरेपी का उपयोग कब किया जाता है?
स्कैल्प कूलिंग थेरेपी का उपयोग उन सभी प्रकार के कैंसर के लिए नहीं किया जा सकता जिनमें कीमोथेरेपी का उपयोग किया जाता है। यह आमतौर पर ब्रेस्ट कैंसर, ओवेरियन कैंसर, लिंफोमा और कुछ तरह के सिर और गर्दन के कैंसर के लिए सबसे प्रभावी होता है।
स्कैल्प कूलिंग से पहले डॉक्टर मरीजों की स्थिति की जांच करते हैं। इसके बाद इन चीजों को ध्यान में रखकर यह थेरेपी दी जाती है-
- कीमोथेरेपी का प्रकार जो आपको दिया जा रहा है
- आपके स्कैल्प की संवेदनशीलता
- आपकी व्यक्तिगत चिकित्सा स्थिति
स्कैल्प कूलिंग थेरेपी के फायदे
- बालों को झड़ने से रोकना: स्कैल्प कूलिंग थेरेपी कीमोथेरेपी के दौरान कुछ लोगों में बालों के झड़ने को कम करने में मदद कर सकती है।
- आत्मविश्वास बढ़ाना: बालों का झड़ना कई लोगों के लिए भावनात्मक रूप से कठिन होता है। स्कैल्प कूलिंग थेरेपी बालों के झड़ने को कम करने में मदद कर सकती है, जिससे मरीजों का आत्मविश्वास बढ़ता है।
स्कैल्प कूलिंग के नुकसान
स्कैल्प कूलिंग थेरेपी आम तौर पर एक सुरक्षित प्रक्रिया है, लेकिन इसके कुछ संभावित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं-
- तेज सिरदर्द
- स्कैल्प में जलन या असुविधा
- बालों का पतला होना
- संक्रमण का खतरा
- ठंड के प्रति असामान्य संवेदनशीलता
स्कैल्प कूलिंग कराने से पहले डॉक्टर की सलाह लेकर उचित जांच जरूर करानी चाहिए। इस थेरेपी के दौरान किसी भी तरह की समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए। कीमोथेरेपी के मरीजों के लिए स्कैल्प कूलिंग बहुत फायदेमंद थेरेपी है, लेकिन बिना डॉक्टर की सलाह के इसे नहीं अपनाना चाहिए।
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