What Is Rishi Ann: राजधानी दिल्ली में हुए G20 समिट के दौरान आये मेहमानों को परोसी गयी थालियों की चर्चा पूरी दुनिया में है। इस साल भारत सरकार मिलेट्स यानी मोटे अनाज को प्रमोट करने के लिए 'इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट्स' मना रही है। इसका असर जी 20 के मेहमानों के खाने में भी देखने को मिला है। इस समिट में मेहमानों को मिलेट्स से बनी हुई डिशेज परोसी गयी। जी 20 समिट के बाद अब 'ऋषि अन्न' चर्चा में है। पुराने जमाने में लोग इन्हीं फूड्स को खाकर शरीर को हेल्दी रखते थे और सैकड़ों सालों तक निरोगी रहते थे। समय के साथ ये अन्न भारतीय लोगों की थाली से गायब होने लगे और इनकी जगह आधुनिक और वेस्टर्न फूड्स ने ले ली थी। लेकिन एक बार फिर दुनिया में भारत के मिलेट्स की चर्चा है। आइये इस लेख में जानते हैं आखिर ऋषि अन्न क्या है और इसकी खासियत क्या होती है।
ऋषि अन्न क्या है?- What is Rishi Ann in Hindi
मिलेट्स यानी मोटे अनाज को आज के जमाने में आउटडेटेड फूड्स माना जाता है। लेकिन जानकारी बढ़ने पर अब लोग इन्हें दोबारा अपनी थाली में शामिल कर रहे हैं। सावां, कोदों और बाजरे जैसे अनाज का सेवन न सिर्फ शरीर को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि इन्हें खाने से आपका शरीर जल्दी बीमारियों की चपेट में नहीं आता है। मोटे अनाज में कोदों एक ऐसा अनाज है, जो अनेकों पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसका उत्पादन कम बारिश में भी किया जा सकता है। पुराने जमाने में ऋषि मुनि इस अनाज का सेवन करते थे। कोदों को भारत सरकार ने ऋषि अन्न की संज्ञा दी है। इसका कारण भी यही है कि पोषक तत्वों से भरपूर कोदों का सेवन ऋषि मुनियों और तपस्वियों द्वारा पुराने समय में खूब किया जाता था। जी 20 समिट के दौरान मेहमानों को भी कोदों से बनी डिशेज खिलाई गयी थी।
इसे भी पढ़ें: क्या डायबिटीज में बाजरा खा सकते हैं? डॉक्टर से जानें इसके फायदे
ऋषि अन्न यानी कोदों खाने के फायदे- Rishi Ann Health Benefits in Hindi
कोदों यानी ऋषि अन्न की खेती का इतिहास 3000 हजार साल पुराना है। इसे गरीबों का चावल भी कहा जाता था। पुराने जमाने में बारिश न होने पर चावल की खेती नहीं हो पाती थी, लेकिन कोदों का उत्पादन कम बारिश में भी हो जाता था। चावल न होने पर लोग कोदों का सेवन करते थे। कोदों के बीज सफेद रंग के छोटे, गोलाकार होते हैं। आरोग्यं हेल्थ सेंटर के क्लिनिकल डाइटिशियन डॉ. वी डी त्रिपाठी कहते हैं कि, "प्रोटीन, फाइबर समेत चावल से 12 गुना ज्यादा कैल्शियम से युक्त कोदों या ऋषि अन्न सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से पेट से जुड़ी बीमारियों से लेकर डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी में भी फायदा मिलता है।"
इसे भी पढ़ें: कब्ज के लिए रामबाण हैं ये 5 मिलेट्स, डाइट में जरूर करें शामिल
कोदों या ऋषि अन्न खाने के प्रमुख फायदे इस तरह से हैं-
1. प्रोटीन की प्रचुर मात्रा से भरपूर कोदों खाने से शरीर के अंगों के विकास और मांसपेशियों के विकास में मदद मिलती है।
2. कैल्शियम का अच्छा सोर्स कोदों हड्डियों को मजबूत बनाने और शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत मदद करता है।
3. ऋषि अन्न का सेवन करने से शरीर में बैड फैट बढ़ने का खतरा कम रहता है। इसका सेवन करने से हार्ट से जुड़ी समस्याओं में भी फायदा मिलता है।
4. कोदों में एनर्जी समेत जरूरी पोषक तत्वों की मौजूदगी शरीर को ताकतवर और हेल्दी बनाने में मददगार होती है।
5. ऋषि अन्न या कोदों में फाइबर की भी पर्याप्त मात्रा होती है। इसका सेवन करने से वजन कंट्रोल में रहता है और पेट से जुड़ी समस्याओं में फायदा मिलता है।
6. कोदों में आयरन की भी ठीक मात्रा होती है। महिलाओं में एनीमिया और कमजोरी जैसी समस्या से छुटकारा पाने के लिए इसका सेवन फायदेमंद होता है।
7. डायबिटीज की बीमारी में चावल की जगह कोदों या ऋषि अन्न का सेवन फायदेमंद होता है।
संतुलित मात्रा में ऋषि अन्न या कोदों का सेवन करने से शरीर हेल्दी रहता है और बीमारियों के खतरे को कम करने में भी मदद मिलती है। इसमें कैल्शियम, फोलिक एसिड, विटामिन बी 6, नियासिन, पोटैशियम, जिंक जैसे मिनरल्स पाए जाते हैं। आप कोदों को कई तरह से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ध्यान रहे कोदों का संतुलित मात्रा में ही सेवन करने से शरीर को फायदा मिलता है। इसका बहुत ज्यादा सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है।
(Image Courtesy: Freepik.com)
Read Next
बॉडीबिल्डिंग के लिए फॉलो करें ये 1900 कैलोरी डाइट, प्रोटीन से भरपूर यह डाइट प्लान बढ़ाएगा मसल मास
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version