
Psychotherapy Benefits in Hindi: भागदौड़ भरी जीवनशैली और कामकाज के बढ़ते प्रेशर की वजह से लोग मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। आज के समय में हर तीसरा व्यक्ति किसी न किसी तरह से मानसिक समस्याओं या चुनौतियों का सामना कर रहा है। कोरोना वायरस महामारी के बाद दुनियाभर में मानसिक परेशानियों से जुड़े मरीजों की संख्या बढ़ी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा जारी आंकड़े के मुताबिक दुनियाभर के लगभग 4 प्रतिशत लोग डिप्रेशन के शिकार हैं। ज्यादातर लोगों में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं के प्रति जानकारी की कमी है, इसकी वजह से मरीज की परेशानियां और बढ़ जाती हैं। मानसिक बीमारियों का सही समय पर इलाज न होना खतरनाक हो सकता है। मानसिक बीमारियों और समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए साइकोथेरेपी (Psychotherapy) बहुत कारगर होती है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं साइकोथेरेपी के फायदे और साइकोथेरेपी कैसे होती है?
क्या है साइकोथेरेपी?- What is Psychotherapy in Hindi
साइकोथेरेपी मानसिक बीमारियों और समस्याओं के मरीजों के लिए एक कारगर थेरेपी है। मेयोक्लिनिक पर मौजूद जानकारी के मुताबिक साइकोथेरेपी में टॉक थेरेपी, साइकोथेरेपी, काउंसलिंग आदि की जाती है। यह मनोवैज्ञानिक या मनोचिकित्सक के द्वारा की जाती है और इस थेरेपी में आपको आपके विचार, भावनाओं और मूड पर नियंत्रण करने और उन्हें समझने में मदद की जाती है। थेरेपी के माध्यम से मरीज को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए तैयार किया जाता है।
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साइकोथेरेपी के फायदे- Psychotherapy Benefits in Hindi
साइकोथेरेपी मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों या समस्याओं में मरीज के इलाज का हिस्सा होती है। इस थेरेपी का इस्तेमाल मरीज की मानसिक स्थिति को सुधारने और मजबूती देने के लिए किया जाता है। साइकोथेरेपी के सहारे मरीज की चिंता कम करने, मूड स्विंग या व्यवहार से जुड़ी परेशानियों को कम करने और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलती है। साइकोथेरेपी के प्रमुख फायदे इस तरह से हैं-
1. डिप्रेशन, तनाव, सामाजिक चिंता, ओसीडी, फोबिया और पैनिक डिसऑर्डर की समस्या में यह थेरेपी कारगर मानी जाती है।
2. किसी भी एक्सीडेंट, ट्रॉमा या पोस्ट-ट्रॉमैटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर की स्थिति में मरीज की सहायता के लिए साइकोथेरेपी का इस्तेमाल फायदेमंद माना जाता है।
3. मूड स्विंग, मूड डिसऑर्डर और बाइपोलर डिसऑर्डर की स्थिति में भी इस थेरेपी का इस्तेमाल मददगार होता है।
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4. नशे की लत छुड़ाने के लिए भी साइकोथेरेपी का इस्तेमाल बहुत फायदेमंद होता है।
5. एनोरेक्सिया या बुलिमिया जैसे ईटिंग डिसऑर्डर की स्थिति में साइकोथेरेपी मरीजों के लिए बहुत लाभदायक मानी जाती है।
6. सिजोफ्रेनिया जैसे मानसिक विकार से जूझ रहे व्यक्ति के लिए साइकोथेरेपी बहुत फायदेमंद होती है।
साइकोथेरेपी कैसे होती है?- How is Psychotherapy Done in Hindi
साइकोथेरेपी मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक द्वारा की जाती है। इन्हें कई लोग मेंटल हेल्थ काउंसिलर के नाम से भी जानते हैं। इस प्रक्रिया में एक्सपर्ट या डॉक्टर मरीज के साथ बातचीत करते हैं और मरीज की मानसिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए प्रक्रिया का इस्तेमाल करते हैं। साइकोथेरेपी कई तरह से की जाती है, जिसमें टॉक थेरेपी, काउंसलिंग, साइकोसोशल थेरेपी या सामान्य थेरेपी शामिल हैं।
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