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पॉपकॉर्न लंग की वजह से फेफड़े हो सकते हैं खराब, जानें इस बीमारी के बारे में

What is Popcorn Lungs Symptoms: पॉपकॉर्न लंग्स को मेडिकल की भाषा में ब्रोंकियोलाइटिस ओब्लिटरन्स (Bronchiolitis Obliterans) कहा जाता है।
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पॉपकॉर्न लंग की वजह से फेफड़े हो सकते हैं  खराब, जानें इस बीमारी के बारे में


What is Popcorn Lungs Symptoms: पॉपकॉर्न दुनियाभर में सबसे पसंदीदा स्नैक्स में से एक है। भारत में भी पॉपकॉर्न का सेवन खूब किया जाता है। पॉपकॉर्न को घर पर भी बनाया जा सकता है और मार्केट में पैकेट के रूप में भी कई तरह के पॉपकॉर्न मिलते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपका पसंदीदा स्नैक्स पॉपकॉर्न एक गंभीर बीमारी का कारण भी बन सकता है। पॉपकॉर्न बनाने वाली कई कंपनियां इसे तमाम तरह के फ्लेवर के साथ मार्केट में लॉन्च करती हैं। पॉपकॉर्न खाने से फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी का खतरा रहता है, वैज्ञानिकों ने इस बीमारी का नाम पॉपकॉर्न लंग्स (Popcorn Lungs in Hindi) रखा है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं क्या है पॉपकॉर्न लंग्स और इससे बचाव के टिप्स।

पॉपकॉर्न लंग्स की बीमारी क्या है?- What is Popcorn Lungs in Hindi

लोगों को यह लगता है कि फेफड़ों से जुड़ी बीमारियां सिर्फ स्मोकिंग, शराब का बहुत ज्यादा सेवन, प्रदूषित हवा में सांस लेने और खराब जीवनशैली के कारण होती है। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि पॉपकॉर्न का सेवन करने वाले लोगों को भी फेफड़ों से जुड़ी एक गंभीर बीमारी का खतरा रहता है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फीजिशियन डॉ समीर कहते हैं, "पॉपकॉर्न में इस्तेमाल होने वाले फ्लेवर की वजह से पॉपकॉर्न लंग्स जैसी गंभीर बीमारी का खतरा रहता है। पॉपकॉर्न लंग्स को मेडिकल की भाषा में ब्रोंकियोलाइटिस ओब्लिटरन्स (Bronchiolitis Obliterans) कहा जाता है। इस बीमारी में फेफड़ों में मौजूद सांस की नली में सिकुड़न आ जाती है, जिसकी वजह से कई गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है।"

What is Popcorn Lungs Symptoms

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पॉपकॉर्न लंग्स के कारण- What Causes Popcorn Lungs in Hindi

पॉपकॉर्न को बनाने में कई तरह के फ्लेवर का इस्तेमाल किया जाता है। ज्यादातर फ्लेवर या स्वाद लाने के लिए केमिकल्स का इस्तेमाल होता है। बटर फ्लेवर के पॉपकॉर्न बनाने में पहले डायएसिटिल (Diacetyl) नामक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता था। इस केमिकल की वजह से फेफड़ों में फाइब्रोसिस यानी सिकुड़न का खतरा रहता है। इसकी वजह से सांस लेने में तकलीफ, खांसी और वीजिंग का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे लोग जो पहले से स्मोकिंग करते हैं, उन्हें इस समस्या का खतरा ज्यादा रहता है। ई-सिगरेट को बनाने में भी इसी तरह के एक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, इस केमिकल की वजह से भी पॉपकॉर्न लंग्स की समस्या का खतरा रहता है।

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पॉपकॉर्न लंग्स के लक्षण- Popcorn Lungs Symptoms in Hindi

पॉपकॉर्न लंग्स की समस्या में सांस फूलना, सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों में सिकुड़न जैसी समस्याएं होती हैं। इस बीमारी में एक्स-रे करने पर रिपोर्ट नॉर्मल आती है और बाद में पूरी तरह से बीमारी विकसित होने पर इसका पता चलता है। कुछ लोगों में इस बीमारी का पता बायोप्सी के बाद चल पाता है।

पॉपकॉर्न लंग्स से बचाव- Popcorn Lungs Prevention in Hindi

पॉपकॉर्न लंग्स की समस्या से बचाव के लिए डॉक्टर ई-सिगरेट न पीने और फ्लेवर वाले पॉपकॉर्न का सेवन न करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा खांसी, सांस फूलने की समस्या और सांस लेने में लंबे समय तक दिक्कत होने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। आमतौर पर शुरुआती लक्षणों को पहचानकर इलाज लेने से इस बीमारी को पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है।

(Image Courtesy: Freepik.com)

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