Doctor Verified

ओरल सनस्क्रीन क्या है? जानें इसकी खासियत और इस्तेमाल के फायदे

What is Oral Sunscreen: रेगुलर सनस्क्रीन से अलग ओरल सनस्क्रीन कैप्सल के रूप में होता है, इसका सेवन करने से स्किन को यूवी किरणों से सुरक्षा मिलती है।
  • SHARE
  • FOLLOW
ओरल सनस्क्रीन क्या है? जानें इसकी खासियत और इस्तेमाल के फायदे

What is Oral Sunscreen: सनस्क्रीन का इस्तेमाल आमतौर पर स्किन को सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए किया जाता है। स्किन को धूप से सुरक्षित रखने, टैनिंग से बचाने और स्किन कैंसर जैसी बीमारी के खतरे को कम करने में सनस्क्रीन मदद करती है। आमतौर पर सनस्क्रीन का इस्तेमाल लोग लोशन, क्रीम या स्प्रे के रूप में करते हैं। लेकिन स्किन केयर प्रोडक्ट्स को बनाने में तकनीक का इस्तेमाल होने से अब सनस्क्रीन को भी कई अलग तरह से बनाया जा रहा है। सामान्य सनस्क्रीन से अलग ओरल सनस्क्रीन (Oral Sunscreen) आज के समय में खूब ट्रेंड में है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, ओरल सनस्क्रीन आखिर है क्या और इसका इस्तेमाल करने के फायदे।

ओरल सनस्क्रीन क्या है?- What is Oral Sunscreen in Hindi

सामान्य सनस्क्रीन से हटकर ओरल सनस्क्रीन एक तरह का डाइट सप्लीमेंट है। ज्यादातर लोग सनस्क्रीन का इस्तेमाल क्रीम या लोशन के रूप में करते हैं। सामान्य सनस्क्रीन को धूप में जाने से पहले स्किन पर लगाया जाता है। लेकिन ओरल सनस्क्रीन का इस्तेमाल लगाने में नहीं बल्कि खाने में किया जाता है। एससीपीएम मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ सुमन के मुताबिक, "ओरल सनस्क्रीन में एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन समेत कई ऐसे तत्व होते हैं, जो स्किन को धूप और यूवी किरणों से सुरक्षा देने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद गुण स्किन को फ्री-रेडिकल्स से बचाते हैं, जिससे स्किन को सेलुलर डैमेज से बचाया जाता है।" सामान्य भाषा में कहें तो, ओरल सनस्क्रीन भी स्किन को सनबर्न, फोटोएजिंग और कैंसर से बचाने में मदद करती है।"

What is Oral Sunscreen in Hindi

इसे भी पढ़ें: स्किन का ग्लो बढ़ाने से लेकर दाग-धब्बे दूर करने में फायदेमंद है आंवला और शहद, जानें लगाने का तरीका

ओरल सनस्क्रीन के फायदे- Benefits of Oral Sunscreen in Hindi

ओरल सनस्क्रीन से आपको ये फायदे मिल सकते हैं-

स्किन को सुरक्षा: सामान्य सनस्क्रीन के मुकाबले ओरल सनस्क्रीन पूरी स्किन को सुरक्षा देता है। टॉपिकल सनस्क्रीन का इस्तेमाल जिस जगह की स्किन पर किया जाता है, उसको सुरक्षा मिलती है। लेकिन ओरल सनस्क्रीन पूरे शरीर की स्किन को यूवी किरणों के प्रभाव से बचाने में मदद करता है।

यूवीए और यूवीबी से सुरक्षा: अधिकांश ओरल सनस्क्रीन फॉर्मूलेशन में ऐसे तत्व शामिल होते हैं जो दोनों प्रकार की यूवी किरणों, यूवीए और यूवीबी, से सुरक्षा प्रदान करते हैं। इसका इस्तेमाल करने से स्किन को स्पेक्ट्रम सुरक्षा मिलती है।

इस्तेमाल में आसानी: ओरल सनस्क्रीन का उपयोग करना बहुत आसान है। इसे लेने में केवल कुछ सेकंड लगते हैं, और आपको इसे हर कुछ घंटों में फिर से लगाने की आवश्यकता नहीं होती है।

स्किन के लिए फायदेमंद: ओरल सनस्क्रीन में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं। इससे स्किन का स्वास्थ्य बेहतर होता है और चमकदार दिखती है।

इसे भी पढ़ें: गर्मी के मौसम में त्वचा की सही देखभाल के लिए 10 स्किन केयर टिप्स

ओरल सनस्क्रीन का इस्तेमाल कैसे करें?- How To Use Oral Sunscreen in Hindi

ओरल सनस्क्रीन का इस्तेमाल करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-

  • हेलीओकेयर, फर्नब्लॉक और लिकोपीन जैसे तत्वों वाले ओरल सनस्क्रीन का ही इस्तेमाल करें।
  • डॉक्टर की सलाह लेकर सप्लीमेंट के रूप में सेवन करें।
  • डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा में नियमित रूप से इसका सेवन करें।
  • इसका सेवन करने के बाद सुरक्षात्मक कपड़े और टोपी आदि का इस्तेमाल भी करें।

ओरल सनस्क्रीन के नुकसान- Oral Sunscreen Side Effects in Hindi

हर किसी के स्किन टाइप और शरीर के लिए एक जैसी चीजें फायदेमंद नहीं होती हैं। इसलिए ओरल सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेने की सिफारिश की जाती है। ओरल अनस्क्रीन लेने के बाद कुछ लोगों में एलर्जी और असहजता जैसे लक्षण देखे गए हैं। ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उनकी सलाह के आधार पर उचित कदम उठाएं।

आमतौर पर ओरल सनस्क्रीन स्किन को यूवी किरणों से बचाने में मदद कर सकता है। बच्चों के लिए इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए। ओरल सनस्क्रीन त्वचा को यूवी किरणों से बचाकर त्वचा कैंसर के खतरे को कम कर सकता है, लेकिन इसे पूरी तरह से रोक नहीं सकता। इसलिए ओरल सनस्क्रीन के इस्तेमाल के साथ सुरक्षा के अन्य विकल्पों का ध्यान रखना चाहिए।

(Image Courtesy: freepik.com)

Read Next

कच्चे पपीते और एलोवेरा से बनाएं नेचुरल अंडर आई क्रीम, डार्क सर्कल्स होंगे कम

Disclaimer