Doctor Verified

आपके अंगों के लिए घातक हो सकती है माइलरी टीबी, जानें इसके कारण और लक्षण

सांस लेने में परेशानी होना टीबी का एक लक्षण हो सकता है। आगे जानते हैं माइलरी टीबी क्या है और इसके लक्षण क्या होते हैं?
  • SHARE
  • FOLLOW
आपके अंगों के लिए घातक हो सकती है माइलरी टीबी, जानें इसके कारण और लक्षण

Miliary Tuberculosis Causes: टीबी एक संक्रामक बीमारी है, जो एक व्यक्ति से दूसरों तक आसानी से हो सकती है। इस बीमारी के कई प्रकार होते हैं, जो व्यक्ति के लिए जानलेवा बन सकते हैं। सांस लेने में परेशानी होना टीबी का एक आम लक्षण माना जाता है। माइलरी ट्यूबरोक्लोसिस एक दुर्लभ व गंभीर समस्या है। जब आप माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस के संपर्क में आते हैं, तो आपको यह रोग हो सकता है। किसी भी उम्र में यह रोग हो सकता है। जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है उनको टीबी होने की संभावना अधिक होती है। माइलरी टीबी में बैक्टीरिया रोगी के रक्त में पहुंचकर अंगों को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में शरीर के अंगों की कार्यप्रणाली बाधित हो सकती है ,जिससे आपकी समस्या गंभीर रूप ले सकती है। इसलिए इस स्थिति से बचने के लिए रोगी को सही समय पर इलाज की जरूरत होती है। इस लेख में नारायणा अस्पताल के पल्मोनोलॉजी एंड स्लीप मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट नवनीत सूद से आगे जानते हैं कि माइलरी ट्यूबरोक्लोसिस क्या है। साथ ही, इसके कारण और लक्षण क्या होते हैं? 

माइलरी ट्यूबरोक्लोसिस क्या है?- What is Miliary Tuberculosis In Hindi

माइलरी ट्यूबरोक्लोसिस होने पर आपको सांस लेने में परेशानी हो सकती है। साथ ही, यह आपके लिए ऑक्सीजन लेवल को कम कर सकता है। ऐसे में व्यक्ति को थकान व कमजोरी बनी रह सकती है। माइलरी ट्यूरोक्लोसिस एक दुर्लभ स्थिति है, जो किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। इस समस्या में लोगों टीबी का कारण बनने वाला बैक्टीरिया (माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस) रक्त में पहुंचरकर शरीर के अन्य अंगों को प्रभावित कर सकता है। यदि, इसका समय रहते इलाज न किया जाए तो जानलेवा साबित हो सकता है। 

माइलरी ट्यूबरोक्लोसिस होने के कारण - Causes Of Miliary Tuberculosis In Hindi

रिसर्च के अनुसार ट्यूबरोक्लोसिस का कारण बनने वाले बैक्टीरिया जब व्यक्ति के खुले घाव के संपर्क में आते हैं तो यह नसों के माध्यम से ब्लड तक पहुंच सकते हैं। इससे व्यक्ति को माइलरी ट्यूबरोक्लोसिस हो सकता है। इसके अलावा, पहले से टीबी के संक्रमित मरीज के पास मौजूद बैक्टीरिया के संपर्क में आने से टीबी हो सकता है। टीबी का बैक्टीरिया (माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस) फेफड़ों को प्रभावित करता है, और यह फेफड़ों के जरिए भी रक्त तक पहुंच सकता है। ऐसे में यह बैक्टीरिया अन्य अंगों के टिश्यू को प्रभावित कर सकते हैं। 

Miliary Tuberculosis causes and symptoms

माइलरी ट्यूबरोक्लोसिस होने के लक्षण - Symptoms Of Miliary Tuberculosis In Hindi 

माइलरी टीबी के लक्षण हर व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हो सकते हैं:

  • बुखार 
  • बिना किसी कारण वजन से घटना 
  • कमजोरी या एनर्जी में कमी 
  • खांसी 
  • सांस लेने में दिकक्त आदि हो सकते हैं।

माइलरी टीबी के दो प्रकार होते हैं। 

एक्यूट माइलरी टीबी  

एक्यूट माइलरी टीबी आमतौर पर 40 वर्ष से कम उम्र के लोगों को प्रभावित करता है। इसमें व्यक्ति को शाम के समय बुखार आना, करीब दो सप्ताह से रात में पसीना आना, सुबह के समय तेज बुखार, कफ में खून आना, सांस फूलना, सिरदर्द, मितली और उल्टी की समस्या हो सकती है।  

क्रिप्टिक माइलरी टीबी

क्रिप्टिक माइलरी टीबी आमतौर पर 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्रभावित करती है। इसमें व्यक्ति का वजन धीरे-धीरे कम होता है, थकान, हड्डियों में दर्द, आदि महसूस हो सकते हैं। 

इसे भी पढ़ें: पेट में टीबी की शुरुआत से पहले दिखते हैं ये 8 लक्षण, भूलकर भी न करें नजरअंदाज

Causes Of Miliary Tuberculosis In Hindi: टीबी के अन्य प्रकार की तरह आप माइलरी टीबी का भी इलाज समय पर करा सकते हैं। यदि, आप समय पर इलाज शुरू कराते हैं तो इसके लक्षणों और गंभीरता को कम किया जा सकता है। व्यक्ति के में रोग के द्वारा प्रभावित हिस्सों को ठीक होने में छह से साल भर तक का समय लग सकता है। 

 

Read Next

Fact Check: क्या रोजाना माउथवॉश का इस्तेमाल करने से कैंसर हो सकता है? जानें डॉक्टर से

Disclaimer