What is ICL Surgery: खानपान में गड़बड़ी और जीवनशैली से जुड़ी खराब आदतों की वजह से आंखों से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। आज के समय में ज्यादातर लोगों को पढ़ते-लिखते या कंप्यूटर पर काम करते समय चश्मा लगाने की जरूरत पड़ रही है। ज्यादातर लोग चश्मा लगाने से बचना चाहते हैं। अगर आप भी आंखों से चश्मा हमेशा के लिए हटाना चाहते हैं, तो आईसीएल सर्जरी आपके लिए ही है। इस सर्जरी के जरिए आंखों से चश्मा हमेशा के लिए हटाया जा सकता है। ज्यादातर लोगों को इस सर्जरी के बारे में सही जानकारी नहीं है। इसकी वजह से लोग आईसीइ सर्जरी कराने से बचते हैं। ऐसे लोग जो आंखों में कॉन्टैक्ट लेंस लगाते हैं, उनके लिए भी आईसीएल सर्जरी एक बढ़िया विकल्प है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं आईसीएल सर्जरी क्या है और इससे जुड़ी जरूरी बातों के बारे में।
आईसीएल सर्जरी क्या है?- What is ICL Surgery in Hindi
आईसीएल सर्जरी को फैकिक आईओएल भी कहा जाता है। अंग्रेजी में इसे Implantable Collamer or Interocular Contact Lens कहते हैं। इस सर्जरी के जरिए आंखों में कॉन्टैक्ट लेंस जैसे ही लेंस लगाए जाते हैं और इससे मरीज को हमेशा के लिए चश्मे से छुटकारा मिलता है। सीतापुर आंख अस्पताल के सीनियर नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. धर्मेंद्र कहते हैं कि आज के समय में आंखों से चश्मा हटाने के लिए तीन प्रमुख तकनीक की सहायता ली जाती है- लेसिक लेजर, स्माइल और कॉन्ट्यूरा विजन सर्जरी। इसके अलावा क्लियर लेंस एक्सट्रैक्शन या रिफ्रेक्टिव लेंस एक्सचेंज तकनीक से भी आंखों से चश्मा हमेशा के लिए हटाया जाता है। इसी प्रक्रिया को आईसीएल सर्जरी कहते हैं। यह सर्जरी लेसिक सर्जरी से मिलती जुलती है।
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कैसे की जाती है आईसीएल सर्जरी?- ICL Surgery Procedure in Hindi
आईसीएल सर्जरी में छोटे लेंस की साइज के उपकरण को आंखों में मौजूद प्राकृतिक लेंस के सामने रखा जाता है। इसके माध्यम से मरीज के आंख की रोशनी को ठीक करने का काम किया जाता है। यह सर्जरी हमेशा नेत्र रोग विशेषज्ञ की देखरेख में की जाती है। डॉक्टर आंख के किनारे एक छोटा सा चीरा लगाने के बाद आंख में आईसीएल डालते हैं। इस प्रक्रिया में तकनीक की सहायता ली जाती है और लगभग 30 मिनट में यह प्रक्रिया पूरी हो जाती है। सर्जरी के बाद डॉक्टर मरीज की स्थिति के आधार पर उसे अलग-अलग तरह की सावधानियों का ध्यान रखने की सलाह देते हैं।
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आईसीएल सर्जरी के बाद सावधानियां- ICL Surgery Precaution in Hindi
आंख से जुड़ी किसी भी सर्जरी के बाद मरीजों को विशेष सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। आंख की सर्जरी के बाद इन्फेक्शन का जोखिम ज्यादा रहता है। जोखिम से बचने के लिए आंखों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सर्जरी के बाद समय-समय पर डॉटर से आंखों की जांच जरूर करानी चाहिए। डॉक्टर कहते हैं कि ऐसे लोग जो कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल करते हैं, उन्हें सर्जरी के दो घंटे पहले लेंस का इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। सर्जरी से पहले किसी भी तरह के मेकअप से बचना चाहिए और परफ्यूम का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसके अलावा डॉक्टर द्वारा बताई गयी सावधानियों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
आईसीएल सर्जरी के फायदे- Benefits Of ICL Surgery in Hindi
आईसीएल सर्जरी के माध्यम से मरीज की आंखों से हमेशा के लिए चश्मा हटाया जाता है। इस सर्जरी के बाद मरीज को बेहतर दृष्टि मिलती है। ऐसे लोग जिन्हें कम दिखाई देता है, उनके लिए भी आईसीएल सर्जरी बहुत फायदेमंद होती है। इसके अलावा दूसरी सर्जरी की तुलना में आईसीईएसएल सर्जरी में जोखिम कम रहता है। इस सर्जरी में ऑपरेशन के दौरान किसी भी तरह के टांके नहीं लगाए जाते हैं, इससे इन्फेक्शन का खतरा भी कम रहता है। वहीं आईसीएल सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी भी जल्दी हो जाती है। आप भी अगर आंखों से चश्मा हटाना चाहते हैं, तो डॉक्टर की सलाह लेकार आईसीएल सर्जरी करवा सकते हैं।
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